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सागर। भाजपा संगठन से नोटिस मिलने के 24 घंटे के भीतर ही महापौर संगीता डॉ. सुशील तिवारी भोपाल स्थित पार्टी मुख्यालय पहुंच गई। वे यहां प्रदेश संगठन मंत्री हितानंद शर्मा, प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा और कार्यालय प्रभारी व विधायक भगवानदास सबनानी से मिलीं। महापौर तिवारी की इन वरिष्ठ नेताओं से करीब 10 मिनट चर्चा हुई। उन्होंने नोटिस के संबंध में संक्षिप्त में मौखिक सफाई के अलावा लिखित जवाब भी दिया। सूत्रों के अनुसार ये पूरी चर्चा सौहार्द्रपूर्ण रही। बताया जा रहा है
कि हितानंद व शर्मा ने महापौर से कहा कि कहां क्या चल रहा है। इसकी हम लोगों को जानकारी है। फिर भी आपसे अपेक्षा है कि भविष्य में इस तरह की परिस्थितियां निर्मित हों तो आप पार्टी संगठन को अवगत कराएं। उन्होंने कहा कि संगठन में अनुशासन के साथ आप का भी सम्मान व स्थान है। जिसका पार्टी पूरा ध्यान रख रही है। वरिष्ठ नेताओं ने फिर दोहराया कि आप समय-समय पर पार्टी- संगठन से मिलें। अन्य कोई विषय हैं तो उनका भी निराकरण किया जाएगा। 
महापौर ने कहा समधिन के उपचार के लिए गई
दिनांक 26 अप्रैल को मुझे प्रदेश कार्यालय भोपाल में उपस्थित होने की सूचना 25 अप्रैल को दोपहर में दी गई थी। चूंकि मेरी समधन का स्वास्थ्य बेहद नाजुक है। उनका ऑपरेशन भी होना था, इसलिए मैं उन्हें देखने पुणे (महाराष्ट्र) आई थी।
पुणे से भोपाल की दूरी 800 किलोमीटर है। ऐसे में मैं चाहकर भी 26 अप्रैल को सुबह 11 बजे पार्टी कार्यालय में उपस्थित नहीं हो सकी।
एमआईसी में फेरबदल पर महापौर को नोटिस, अध्यक्ष तिवारी ने प्रदेशाध्यक्ष से की थी शिकायत
उसके लिए मैं क्षमा चाहती हूं। जहां तक महापौर परिषद की एक सम्मानीय सदस्य के स्थान पर दूसरे सम्मानीय सदस्य को लेने की बात है, इसमें परिषद के सदस्यों से विचार-विमर्श कर ही यह बदलाव किया गया था। चूंकि सम्मानीय पार्षद श्रीमती आशारानी जैन जी वयोवृद्ध हैं। इस कारण से वे एमआईसी के लगातार निरीक्षणों में अनुपस्थित रहीं।
इसका कारण उन्होंने हर बार स्वास्थ्यगत बताया। इसी के चलते उनके स्थान पर पार्टी के ही सक्रिय पार्षद, निगम परिषद के सचेतक, पूर्व एल्डरमैन, जनसंघ से जुड़े रहे वरिष्ठ पार्षद शैलेंद्र ठाकुरजी को एमआईसी में शामिल किया गया। ऐसा इसलिए ताकि उनके अनुभव का लाभ नगर के अकास को तेज गति से बढ़ाने के लिए किया जा सके। चूंकि मुझे यह ज्ञात नहीं था कि इस तरह के बदलाव के लिए पार्टी के प्रदेश नेतृत्व से अनुमति लेना है, इसीलिए अनजाने में ऐसा किया। भविष्य में इस तरह का कोई भी कार्य बिना प्रदेश नेतृत्व के नहीं किया जाएगा। अतः क्षमा सहित जवाब प्रस्तुत है। – संगीता डॉ. सुशील तिवारी (महापौर)
27/04/2025



