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सागर की बाकी चार सीटों पर कांग्रेस का नवरात्र में ‘देवियों’ पर दांव!

सागर। महापर्व नवरात्र के पहले दिन कांग्रेस ने 144 प्रत्याशियों की सूची जारी की है। जिसमें सागर के चार विधानसभा क्षेत्र के प्रत्याशियों नाम हैं। आजकल में दूसरी सूची जारी हो सकती है। जिसमें बाकी चार सीट के नाम होंगे। राजनैतिक हलकों के सूत्रों के अनुसार इस सूची में कांग्रेस ‘देवियों’ को प्रमुखता दे सकती है। यानी कि इसमें महिला प्रत्याशियों का बोलबाला रहेगा !
सागर-सागर विधानसभा क्षेत्र से निधि सुनील जैन टिकट की प्रबल दावेदार हैं। वह संभवतः प्रदेश की इकलौती प्रत्याशी होंगी। जिनका नाम कांग्रेस से साल भर से टिकट के लिए फिजां में तैर रहा था। यहां से दो-एक नाम और हैं। जिनमें नब्बे फीसदी ब्राह्मण हैं। जैसे कि, अमित रामजी दुबे, मुकुल पुरोहित, आशीष ज्योतिषी, मुन्ना चौबे एंड संस। लेकिन यह नाम इसलिए पीछे छूट सकते हैं क्योंकि इनका कद निधि जैन के बराबर नहीं है। ये लोग चुनाव में आज तक नहीं उतरे हैं। दूसरा सबसे बड़ा फैक्टर ये है कि ब्राह्मण कोटे से कांग्रेस ने सुरखी से नीरज शर्मा को टिकट देकर उपकृत कर ही दिया है। इस स्थिति में बात घूमकर निधि जैन पर आ टिकती है।
खुरई– कांग्रेस के लिए हॉट सीटों में शुमार खुरई से बीते सप्ताह पूर्व विधायक अरुणोदय चौबे का नाम उछला था। लेकिन महज 72 घंटे में ये नाम गायब हो गया। अंदरखाने की खबरों के अनुसार चौबे के नाम पर प्रदेश आलाकमान ने चर्चा ही नहीं की। हालांकि चौबे भी मन बना चुके थे कि उन्हें चुनाव नहीं लड़ना है। दरअसल ये समीकरण, कांग्रेस के प्रदेश आलाकमान कमलनाथ और चौबे के बीच पनपी दूरी के कारण बना। जिसमें कथित तौर पर खुरई के नौजवान नेताओं का हाथ रहा। इन नौजवान नेताओं की अच्छी ट्यूनिंग सागर विस क्षेत्र में कमलनाथ के करीबी नौजवान कांग्रेसियों से बताई जाती है। खैर, यूपी से आयतित नेता गुड्डु राजा बुंदेला के नाम पर भी अरुणोदय चौबे की तर्ज पर विचार नहीं किया गया। अब वहां बचती हैं केवल रक्षासिंह राजपूत। जो अब टिकट की दावेदार हो सकती हैं। जानकारी के अनुसार रक्षासिंह, कमलनाथ और दिग्विजयसिंह के फेवरिट प्रत्याशियों की सूची में शामिल हैं।
रहली- रहली, कांग्रेस के लिए हमेशा से हॉट सीट रही है लेकिन लगातार मिली हार के कारण अब कांग्रेस के लिए यह बर्फ की सिल्ली जैसी हो गई है। जिस पर टिकना तो दूर ज्यादा देर तक पकड़ बनाए रखना भी मुश्किल होता है। रहली से टिकट के लिए केवल दो ही दावेदार मुख्य रूप से सामने आए हैं। जिनमें पिछला चुनाव हार चुके कमलेश साहू का नाम पहला और दूसरा जिला पंचायत की सदस्य ज्योति पटेल का है। चर्चाओं के अनुसार पहली सूची में कमलेश का नाम लगभग फाइनल हो गया था। लेकिन जब बात पटेल-कुर्मी कोटे की आई तो यह होल्ड हो गया। अब इसी लाइन को आगे बढ़ाते हुए ज्योति पटेल के नाम पर सहमति बनाने की कोशिश हो रही है। जिले में कुर्मी-पटेलों की प्रभावी संख्या है। बीजेपी ने सागर में इस वर्ग से एक भी टिकट नहीं दिया। जिसका लाभ लेने के लिए कांग्रेस, ज्योति पर दांव खेल सकती है।
बीना- सागर जिले के राजनैतिक ग्राउंड में अंडमान-निकोबार सी बन चुकी बीना सीट पर कांग्रेस से दावेदार तो कई हैं। लेकिन जीत तय कर दे ऐसा नाम कोई नहीं है। बीना को अंडमान-निकोबार इसलिए कहा जा सकता है क्योंकि यहां पूर्व मंत्री प्रभुसिंह ठाकुर के बाद से कांग्रेस 20 साल से नेतृत्व शून्य की स्थिति में हैं। यही हालात बीजेपी के भी है, दमदार नेता नहीं मिलने कारण यहां लगभग हरेक बार चेहरा बदलना पड़ा। इस तरह से ये राजनीतिक हाशिए पर पहुंच चुकी है।  बीना से कांग्रेस में प्रमुख नाम तो तीन-चार ही हैं,  जिनमें मुख्य रूप से निर्मला मप्रे, आनंद अहिरवार और तीसरा नाम एक सरकारी अफसर का है। जो खटीक जाति से आते हैं। राजनैतिक सूत्रों के अनुसार कांग्रेस में इस सीट का टिकट नरयावली के नाम पर डिपेन्डेन्ट था। दरअसल कांग्रेस, एक-एक टिकट देकर अहिरवार व खटीक जातियों को साधना चाहती है। चूंकि इस कड़ी में नरयावली से सुरेंद्र चौधरी का टिकट हो गया है। जिससे अहिरवार कोटा पूरा हो चुका है। इस स्थिति में अब बीना से खटीक को टिकट दिया जा सकता है। इस स्थिति में दो नाम बचे रह जाते हैं। जिनमें निर्मला और सरकारी अफसर का नाम है। निर्मला चूंकि पहले ही एक चुनाव लड़ चुकी हैं। इसलिए उनकी दावेदारी ज्यादा मजबूत दिख रही है
16/10/2023
 
 

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