साहित्य और संस्कृति

65 साल के सनी देवल के झुके कांधों ने इसलिए उठा लिया बॉलीवुड का बोझा

                                               सागरवाणी डेस्क। 9425172417
सागर I 22 साल पहले सनी देवल की फिल्म” गदर ” विजे  टॉकीज में लगी थी। उस समय भोपाल एक टॉकीज कम्पाउंड में इस फिल्म को लेकर हिंदु-मुस्लिम भी हो गया था। सो सागर में भी पुलिस अलर्ट थी। लेकिन यहां कुछ नहीं हुआ। अब 2023 में इस फिल्म का दूसरा संस्करण (गदर-2) पर्दे पर है। तब से अब के हालात बहुत बदल चुके हैं। इस दफा 65 वर्षीय सनी देवल के कंधे भले झुके हुए हैं। (फिल्म में और प्रचार के लिए निकले सनी को देखेंगें तो यकीन आ जाएगा) इसके बावजूद उन्होंने नाकामी में डूबते-उतराते बालीवुड का बोझा उठा लिया। इसकी वजह में जाएंगे तो पाएंगे ( हालांकि ये निजु अनुमान भी हो सकता है) कि इस फिल्म की सफलता में एक उम्र विशेष दर्शकों और  सिनेमाघरों का सिलेक्शन रहा है। आकलन के अनुसार इस फिल्म को देखने उस उम्र के लोग ज्यादा पहुंच रहे हैं। जो तब ( गदर फिल्म की रिलीजिंग के टाइम)  ताजे-ताजे बियाए – ठियाए थे या नए -नए बाल-बच्चेदार हुए थे। इन लोगों ने सनी की इस फिल्म से खुद को जोड़े रखा। अब गदर-2 आई तो इन जोड़ों की उम्र 40 -50 साल हो गई। अनुमान है कि गदर-2 की इस “दिल्ली की सी बाढ़ ” जैसी सफलता के पीछे यही लोग हैं। 
अब जबकि भारतीय सिनेमा व्यवसाय टिकट की कीमत से ज्यादा महंगे पप्पन वाले मल्टीप्लेक्सों में उलझ गया है। तब नौजवान होते बच्चों वाले निम्न मध्यमवर्गीय परिवार के लिए यहां फिलम देखना काफी महंगा पड़ता है। गदर-2 के निर्माता- निर्देशक और वितरक भी शायद ये हालात जानते थे सो उन्होंने अपनी फिल्म को लगाने के लिए एकल पर्दे वाले सस्ते सिनेमाघरों को ज्यादा तवज्जो दी। इधर इन टॉकीजों के बाहर वही सिनेप्रेमी खड़े थे। जो 2000 के दशक की शुरुआत में भले एक से दो हुए थे। लेकिन अब वे दो से तीन – चार हो चुके थे। जैसे ही  गदर का दूसरा पार्ट आया तो यही लोग घरों से निकले और उन्होंने फिल्म को कमाई को 4 दिन में 100 करोड़ के पार पहुंचा दिया।
 अप्रैल-2023 में संयुक्त राष्ट्र संघ के जनसंख्या कोष ने आंकड़े जारी किए थे। जिनके अनुसार भारत ने आबादी के मामले में चीन को भी पीछे छोड़ दिया है। भारत अब दुनिया का सबसे अधिक आबादी वाला देश है। भारत की आबादी 142.86 करोड़ पहुंच गई है जबकि चीन की जनसंख्या 142.57 करोड़ है। भारत की आबादी अब 29 लाख ज्यादा हो गई है। इन्हीं आंकड़ों में ये भी बताया गया है कि भारत की कुल आबादी में 15-68 वर्ष के लोगों की हिस्सेदारी करीब 70 प्रतिशत है। महज 7 प्रतिशत आबादी ही ऐसी है जो 68 साल से ऊपर की है। बाकी 0 – 14 साल तक के हैं। अनुमान है कि इसी 70 प्रतिशत आबादी में से 20 -50 की उमर के लोगों ने गदर -2 की सफलता को सुनिश्चित किया है।

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