सागर में करोड़ों रुपए पकड़वाने वाले मुखबिर को मिलेगा बड़ा ईनाम !
मुखबिर को मिलेगा 8 लाख का ईनाम! 4 करोड़ की हवाला रकम पकड़वाई थी

सागर। मोतीनगर थाने की पुलिस र्द्वारा एक स्कॉर्पियो गाड़ी में पकड़े गए लगभग 4 करोड़ रुपये की हवाला रकम के मामले में बड़ा अपडेट सामने आया है। कटनी से मुंबई भेजे जा रहे इस कैश की सटीक सूचना देने वाले मुखबिर को पकड़ी गई राशि का 2 प्रतिशत यानी करीब 8 लाख रुपये ईनाम के तौर पर मिलेंगे! सूत्रों के मुताबिक, यह खुफिया जानकारी एक महानगर से मोतीनगर पुलिस तक पहुँची थी। दिलचस्प बात यह है कि मुखबिर को 10 प्रतिशत तक राशि मिल सकती थी, लेकिन उसने पहले इनकम टैक्स विभाग में अपनी सूचना रजिस्टर्ड नहीं कराई थी।
ड्राइवर की हर बात सुन रहा था हवालाबाज
इस मामले में एक चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। करोड़ों रुपये से लदी इस स्कॉर्पियो में सिर्फ जीपीएस ट्रैकर ही नहीं, बल्कि एक वॉयस ट्रांसमीटर भी लगा था! इसके ज़रिए हवाला कारोबारी दूसरी कार में 1 किलोमीटर के दायरे में रहकर ड्राइवर और उसके साथी की एक-एक बात सुन रहा था। यह हाई-टेक सिस्टम इसलिए लगाया गया था ताकि ड्राइवर या साथी लूट या चोरी की कोई साजिश रचें, तो हवाला कारोबारी को तुरंत पता चल जाए।
2 साल में 8.5 लाख किमी चली ”हवाला गाड़ी”
पुलिस द्वारा जब्त यह स्कॉर्पियो गाड़ी खुद ही हवाला कारोबार की रफ़्तार बयां करती है। दिसंबर 2023 में महाराष्ट्र में रजिस्टर्ड हुई यह गाड़ी, महज 2 साल में 8.50 लाख किलोमीटर चल चुकी है! यह आँकड़ा दिखाता है कि जिस व्यक्ति या $फर्म के लिए यह काम कर रही थी, वह रोजाना हजारों किलोमीटर की दूरी तक हवाला का पैसा भेजता होगा।
नॉलेज: बेनामी लेनदेन मुखबिर योजना क्या है?
यह योजना इनकम टैक्स विभाग की है। अगर आप किसी बेनामी संपत्ति (जिसका मालिक कोई और है पर पैसा किसी और का लगा है) या बड़ी टैक्स चोरी की पक्की और लिखित जानकारी विभाग को देते हैं और आपको एक मुखबिर कोड मिल जाता है, तो पकड़ी गई रकम/संपत्ति पर आपको ईनाम मिलता है। बेनामी लेनदेन पर ?1 करोड़ तक और विदेशों में काले धन पर 5 करोड़ तक का ईनाम मिल सकता है। केंद्र या राज्य सरकार के कर्मचारी, बैंक कर्मचारी या सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों के कर्मचारियों को यह ईनाम नहीं मिलता, अगर सूचना उनकी सामान्य सरकारी ड्यूटी के दौरान मिली हो।
22/11/2025



