कटनी टू बॉम्बे हवाला कारोबार का ‘खेल’ खत्म! मोतीनगर पुलिस ने जब्त किए 4 करोड़ रु.; ‘पांडे मैडम फैक्टर’ का खौफ!

सागर। कटनी से मुंबई के कथित हीरा कारोबारी के लिए हवाला के जरिए भेजे जा रहे थे करीब ₹4 करोड़! लेकिन नियति को कुछ और ही मंजूर था—यह करोड़ों की खेप बीते सोमवार की रात मोतीनगर पुलिस के हत्थे चढ़ गई। मौके से दो शातिर ‘कैरियर’ और काला धन पुलिस की अभिरक्षा में है। बुधवार को इन नोटों की मशीनी गिनती की जाएगी, तब जाकर ‘असली’ आंकड़ा सामने आएगा।इधर, इस हाई-प्रोफाइल मामले पर मोतीनगर थाना प्रभारी समेत जिले के अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौन व्रत धारण किए हुए हैं। उनका रटा-रटाया जवाब है कि बुधवार को इस पूरे घटनाक्रम का ‘खुलासा’ किया जाएगा।
सिटिंग अरेंजमेंट ने खोल दिया करोड़ों का राज!
सूत्रों की मानें, तो मोतीनगर पुलिस को कहीं से ‘पक्का इनपुट’ मिला था कि कटनी से एक सफेद रंग की स्कॉर्पियो करोड़ों रुपए लेकर मुंबई की तरफ निकली है। देर शाम, भोपाल रोड पर पुलिस ने चेकिंग पाइंट लगाया। पुलिस को गाड़ी क्रमांक MH 47 BB-8843 दिखी। गाड़ी रुकवाई गई, तो भीतर दो युवक मुंह पर गमछे बांध बैठे थे। पूछताछ में जब ‘संतोषजनक जवाब’ नहीं मिला, तो पुलिस ने गाड़ी की तलाशी शुरू की।
शुरुआती तलाशी में कुछ नहीं मिला, लेकिन तभी टीआई मोतीनगर जसवंतसिंह राजपूत की ‘तेज’ निगाह गाड़ी के सिटिंग अरेंजमेंट पर पड़ी। उन्हें महसूस हुआ कि बीच और आखिरी की सीट, ड्राइवर की सीट से ‘कुछ ऊंची’ है। बस, यहीं से ‘खेल’ शुरू हुआ। उन्होंने तुरंत फर्श पर बिछे कारपेटनुमा मेटेरियल को हटवाया, तो वहां एक सीक्रेट चेम्बरनुमा बॉक्स में ₹200 और ₹500 के नोटों के बंडल जमे दिखे। इसके बाद तो पूरी गाड़ी को थाने ले आया गया, जहां सरसरी गिनती में ही ₹500 और ₹200 के नोटों के 5,000-5,000 से अधिक बंडल मिले। पहले गाड़ी पहुंची, फिर सप्लाई वेंडर !
पकड़े गए 30-35 साल की उम्र के ये दोनों युवक मुंबई या उसके आसपास के बताए जा रहे हैं, और इनमें से एक के नाम पर ही स्कॉर्पियो गाड़ी रजिस्टर्ड है। जानकारी है कि मुंबई के कथित हीरा व्यवसायी ने इन युवकों को सड़क व रेल मार्ग से कटनी भेजा था, जबकि उनकी यह ‘सेट’ की हुई गाड़ी पहले ही कटनी पहुँच चुकी थी। कटनी बाईपास पर स्कॉर्पियो इन ‘सप्लाई वेंडरों’ के हवाले की गई। इन्हें दमोह-सागर-भोपाल-इंदौर होते हुए मुंबई आने का निर्देश था, लेकिन सागर की पुलिस ने बीच में ही उनका खेल बिगाड़ दियाl युवकों ने यह बात कुबूल की है कि वे पूर्व में भी कटनी से इसी तरह हवाला की रकम मुंबई ले जाते रहे हैं—यानी यह ‘धंधा’ नया नहीं है।
‘पांडे मैडम फैक्टर’ का खौफ: आधी रात तक बजती रहीं घंटियां!
हवाला की रकम पकड़े जाने के बाद मोतीनगर पुलिस से रकम छोड़ने के लिए ‘एप्रोचबाजी’ का दौर शुरू हो गया। सूत्रों का कहना है कि टीआई जसवंत सिंह राजपूत समेत पूरे स्टाफ को एक ‘मोटी रकम’ ऑफर की गई। लेकिन थाना प्रभारी राजपूत टस से मस नहीं हुए। शुरुआती दौर में एप्रोचबाजों के फोन सुनने के बाद उन्होंने अपना फोन एक तरफ रख दिया, जो आधी रात तक बजती रही।
पुलिस महकमे में यह ‘नैतिकता का ज्वार’ इसलिए आया है, क्योंकि हाल ही में ‘पांडे मैडम फैक्टर’ ने सबको हिलाकर रख दिया है। दरअसल, बीते 8-9 अक्टूबर को सिवनी में हवाला कारोबारियों से ₹3 करोड़ पकड़े गए थे। आरोप लगे कि पुलिस की नीयत खराब हो गई और उन्होंने हवाला कारोबारियों को आधी-अधूरी रकम लौटाई। लूट के शिकार हुए व्यवसायियों ने सिवनी की एसडीओपी रहीं पूजा पांडे समेत 11 पुलिसकर्मियों की शिकायत कर दी, जिसके बाद इन सभी को गिरफ्तार कर लिया गया। इस पुराने घटनाक्रम में ताजा खबर यह है कि मंगलवार को जबलपुर क्राइम ब्रांच ने बालाघाट के डीएसपी पंकज मिश्रा समेत कई अन्य पुलिसकर्मियों और डीएसपी पूजा पांडे के जीजा वीरेंद्र दीक्षित को भी हाल ही में गिरफ्तार किया गया है। यही ‘पांडे मैडम फैक्टर’ सागर पुलिस के ‘डिमॉनेटाइजेशन’ के रास्ते में सबसे बड़ा रोड़ा बन गया है, और मोतीनगर पुलिस ने सबक लेते हुए, खुद को ‘सेफ’ रखने के लिए, करोड़ों की यह रकम सीधे आयकर विभाग के हवाले कर दी है!



