अपराध और अपराधी

राजीनामा करने की एवज में एक लाख रुपए मांग रहा था इसलिए मारा गया!

हत्या का षडयंत्र रचने के आरोपी युवक के खिलाफ दर्ज कराया था अजा-जजा एक्ट का केस, मृतक पर चला था अपने ही पिता की हत्या का केस, साक्ष्य नहीं मिलने पर हो गया था बरी

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सागर। रविवार को मोतीनगर थाना क्षेत्र के सुबेदार वार्ड में एक युवक दीपेश अहिरवार का शव मिला था। पुलिस के अनुसार अज्ञात लोगों ने उसके सिर पर पत्थर पटक कर हत्या की थी। जांच के बाद पुलिस ने इस मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। जिनके नाम अन्नू उर्फ चंद्रकांत चौबे (38), कलू उर्फ शिवराज लोधी (32) दोनों निवासी पंतनगर एवं अभय घोषी (27) निवासी कनेरादेव सागर हैं। टीआई जसवंतसिंह राजपूत के अनुसार प्रारंभिक पूछताछ में इस हत्याकांड की यह वजह सामने आई है कि अभय घोषी और दीपेश के बीच मारपीट के दो मामले हुए थे।

मृतक दीपेश अहिरवार

साल 2022 में दीपेश ने अभय पर रेडियम कटर से वार किए थे। जिसके बाद अभय ने दीपेश के साथ मारपीट की थी। पुलिस ने दोनों मामलों में केस दर्ज किया था। चूंकि दीपेश के साथ मारपीट के मामले में एससी-एसटी एक्ट के तहत केस दर्ज किया गया था। इसलिए अभय इस मामले में दीपेश से राजीनामा करना चाहता था। लेकिन दीपेश के इसके लिए 01 लाख रु. मांग रहा था। जो अभय देना नहीं चाहता था। उसका कहना था कि दीपेश को शासन की तरफ से इस तरह के मामलों में बतौर मुआवजा 1.50 लाख रु. मिलना तय है तो फिर मैं यह रकम क्यों दूं।

17 को होना थी दीपेश की गवाही, अभय के दोस्तों ने मौत के घाट उतार दिया

पुलिस के अनुसार 17 दिसंबर को अभय के खिलाफ चल रहे केस में दीपेश की गवाही होना थी। जिसको लेकर वह भयभीत था। इस बारे में उसने अपने दोस्त अन्नू और कलू से बात की। इन लोगों से कहा कि दीपेश को राजीनामा के लिए मनाओ। अगर नहीं माने तो उसे देख लेना। इसी के चलते अन्नू और कलू ने दीपेश को शराब पार्टी के बहाने उसे बुलाया और एक बार फिर राजीनामा की बात रखी। जिस पर दीपेश भड़क गया। उसने इन दोनों को गालियां देना शुरु कर दीं। इस पर से ये दोनों भी उखड़ गए। अन्नू ने पास पड़ा एक पत्थर दीपेश के सिर पर पटक दिया। उसकी देखा-देखी कलू ने भी उस पर एक और पत्थर पटक दिया। जिससे उसकी मौत हो गई। 

पूरी रात नहीं लौटा, सुबह हत्या की खबर मिली

मृतक दीपेश के भाई ब्रजेश ने मोतीनगर पुलिस को बताया कि मेरा भाई पिक-अप गाड़ी से ढुलाई का काम करता है। जब वह रात करीब 12  बजे तक नहीं लौटा तो उसने बताया कि गाड़ी पंक्चर हो गई है। इसलिए रात 2 बजे लौटूंगा। लेकिन सुबह जानकारी मिली कि दीपेश का शव पुराने काली मंदिर के पास पड़ा है। पुलिस के अनुसार मृतक आपराधिक प्रवृत्ति का था। उसके खिलाफ पूर्व से ही अवैैध शराब बेचने, कटरबाजी, मारपीट, गाली-गलौज आदि के 18 केस दर्ज थे। वहीं अन्नू चौबे के खिलाफ भी इसी तरह के अपराधों में दो दर्जन केस हैं। कलू लोधी के खिलाफ भी हत्या समेत अन्य मामले दर्ज हैं। अभय के विरुद्ध भी दो आपराधिक केस हैं।

पिता की हत्या का आरोपी रहा है मृतक दीपेश अहिरवार

पुलिस के अनुसार आपराधिक प्रवृत्ति के दीपेश के खिलाफ उसके ही पिता की हत्या का आरोप लगा था। जिसमें वह साक्ष्य नहीं मिलने पर बरी हो गया था। कुछ साल पहले आरोप लगा था कि उसने नशे के आदी अपने पिता पर रेडियम कटर से वार किए थे। जिससे उनकी मौत हो गई थी। पुलिस ने इस मामले में उसके खिलाफ हत्या का केस दर्ज किया था। लेकिन परिजन समेत अन्य लोगों द्वारा घटनाक्रम में दीपेश की भूमिका से इनकार किए जाने पर वह कोर्ट से बरी हो गया था।

17/12/2024

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