क्रिकेट की ‘तमाचा मीटिंग’ ! सागर डिविजन की सालाना बैठक में पदाधिकारी को पड़े थप्पड़
वोटिंग अधिकार छीनने की कथित साजिश उजागर होने पर हुआ विवाद !


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सागर (मध्य प्रदेश)। सागर डिविजनल क्रिकेट एसोसिएशन (SDCA) की रविवार को बम्होरी रेगुवां स्थित श्री चंदू सर्वटे क्रिकेट स्टेडियम ग्राउंड में सालाना बोर्ड मीटिंग (AGM) “तमाचा” मीटिंग बन गई। सूत्रों के अनुसार, वार्षिक साधारण सभा में उस वक्त अप्रत्याशित हंगामा हुआ, जब एक वरिष्ठ पदाधिकारी को सरेआम थप्पड़ जड़ दिए गए ! यह घटनाक्रम सागर डिविजन की बदहाल कार्यशैली और भीतरी राजनीति को उजागर करता है, जहाँ क्रिकेट कम और गुटबाजी ज़्यादा हो रही है।
थप्पड़ के पीछे , वोटिंग अधिकार छीनने की साजिश
सूत्रों ने बताया कि हंगामे की वजह SDCA के कुछ पदाधिकारी-सदस्यों की संदिग्ध मिलीभगत थी। AGM के दौरान एक आजीवन सदस्य के वोटिंग अधिकार को खत्म करने की कोशिश की जा रही थी। इसके लिए उन्हें अचानक ‘संरक्षक’ बनाने का प्रस्ताव लाया गया था। नियमों के अनुसार, संरक्षक बनने पर आजीवन सदस्य का वोटिंग अधिकार छिन जाता है। जिस आजीवन सदस्य को संरक्षक बनाने की कोशिश की जा रही थी, उन्हें इस साजिश की भनक लग गई। भनक लगते ही, उन्होंने इस साजिश में शामिल एक पदाधिकारी को 4-6 तमाचे रसीद कर दिए। इस अप्रत्याशित और हिंसक घटनाक्रम के बाद अध्यक्ष ने तत्काल मीटिंग को हफ्ता-दस दिन के लिए स्थगित (Extemd) कर दिया। इस सब के चलते पिछली मीटिंग के मिनट्स का अनुमोदन और ताजा एजेंडा पर कोई चर्चा नहीं हो पाई। बता दें कि जिस आजीवन सदस्य को संरक्षक बनाने की कोशिश की जा रही थी, वह पिछली पंचवर्षीय में दिल्ली में सागर का राजनीतिक प्रतिनिधित्व कर चुके हैं।
क्रिकेट छोड़ सब हो रहा है, क्रांति गौड़ की उपेक्षा
यह घटना सागर डिविजन की प्राथमिकता पर गंभीर सवाल खड़े करती है। एक तरफ पदाधिकारी वोटिंग अधिकार छीनने के लिए गुटबाजी कर रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ क्रिकेट की बड़ी प्रतिभा की उपेक्षा की गई। कुछ दिन पहले ही महिला क्रिकेटर क्रांति गौड़ का चयन राष्ट्रीय टीम में हुआ और वह विश्व कप जीतकर लौटीं। जब वह गृहनगर घुवारा जाते समय सागर में रुकीं और भगवानगंज स्थित डॉ. भीम राव अंबेडकर “बाबा साहिब” की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर गईं, तो सागर डिविजन के इन पदाधिकारियों में से एक भी उन्हें बधाई देने नहीं पहुँचा। क्रिकेट के जानकार खुलकर कह रहे हैं कि अगर क्रांति की जगह किसी लड़के का रणजी टीम में भी सिलेक्शन हो गया होता, तो ये ही पदाधिकारी शहर में जगह-जगह रमतूला बजाकर उसका स्वागत करते। यह रवैया सागर डिविजन में क्रिकेट के प्रति समर्पण की कमी को दर्शाता है।

बुरे दौर से गुजर रहा है सागर डिविजन !
दशक भर पहले बुंदेलखंड रीजन में क्रिकेट ‘नर्सरी’ बनने की राह पर चल रहा सागर डिविजन आज अपने सबसे बुरे दौर से गुजर रहा है। इसके अंतर्गत आने वाली अलग-अलग आयु वर्ग की टीमें लगातार नामचीन टूर्नामेंट में हार रही हैं। टीमों का हश्र ये है कि उनमें सागर के कम दूसरे डिविजन के खिलाड़ी ज्यादा खेल रहे हैं। मतलब यहां से बेहतर खिलाड़ी निकल ही नहीं रहे।
मीटिंग में ये पदाधिकारी- सदस्य मौजूद रहे
इस हाई-वोल्टेज मीटिंग में SDCA के अध्यक्ष एवं वरिष्ठ विधायक (नरयावली) प्रदीप लारिया, सचिव पुष्पेंद्र सिंह ठाकुर, संरक्षक डॉ. केएस पित्रे, सदस्य राजबहादुर सिंह (पूर्व सांसद), सह सचिव डॉ. मोनिका हार्डिकर, सदस्य प्रवीण लोकरस, सचेंद्र भट्ट, सत्यम त्रिपाठी, दीपक श्रीवास्तव, संजय दुबे, विनय शुक्ला समेत अन्य सदस्य-पदाधिकारी मौजूद थे।
09/11/2025


