पारदी गिरोह ने किसान की जेब से उड़ाए 90 हजार रु. पुलिस ने 48 घंटे में दबोचा
शराब पार्टी में उड़ाते घूम रहे थे आरोपी, दूसरी वारदात के चक्कर में धरे गए

सागर। पुलिस ईमानदारी से कोशिश करे तो अपराधी पहुंच से बाहर नहीं जा सकते। मामला बंडा के एक बुजुर्ग किसान अनंदी प्रजापति का है। 4 अगस्त को कृषि मंडी के गेट पर केला खरीदते वक्त पारदी गिरोह ने उन्हें ताक लिया। कुछ मिनट बाद जैसे ही बस में बैठे तो उनके कुर्ते की जेब से 91 हजार रु. गायब थे। अनंदी घटनाक्रम से इतने परेशान हुए कि 2 दिन तक तो अपने स्तर पर ही उक्त रकम की खोजबीन करते रहे। फिर 6 को पुलिस को रिपोर्ट की। इसके बाद पुलिस सक्रिय हुई। घटना स्थल के आसपास के CCTV फुटेज खंगाले तो एक नाबालिग व दो युवक बुजुर्ग का पीछा करते दिखे। फुटेज में से एक युवक को ढाना चौकी में पदस्थ रहे प्रधान आरक्षक भोला यादव ने पहचान लिया। वह सुरखी थाना क्षेत्र के गांव चंद्रपुर के पारदीटोला का शातिर बदमाश राजेंद्र पारदी था। टीआई अंजलि उदेनिया ने तुरंत एक टीम को इन आरोपियों की तलाश में रवाना किया।
बहेरिया क्षेत्र में फिर चोरी की फिराक में थे
हवलदार भोला यादव के अनुसार साइबर लोकेशन के आधार राजेंद्र और उसका साथी सोनू पारदी बहेरिया तिराहा पर बड़े शंकर जी के मंदिर के बाहर लगे मेले में घूमते मिले। पकड़े जाने के बाद दोनों से करीब 40 हजार रु. जब्त हुए। राजेंद्र का कहना था कि चुराए गए 90 हजार रु. के तीन हिस्से किए गए जिसमें से 30 हजार रु . नाबालिग के पास हैं। भोला के अनुसार इस नाबालिग की तलाश की जा रही है। आरोपियों का कहना था कि बड़े शंकर जी के पास हम लोग महिलाओं के पर्स उड़ाने की फिराक में थे ताकि अपनी- अपनी बीवियों को रक्षा बंधन पर अच्छी खासी रकम देकर मायके भेज सकें। लेकिन इसके पहले ही पुलिस ने दबोच लिया। टीम में ,आरक्षक प्रहलाद राजपूत, आरक्षक रमेश रैकवार, प्रहलाद सिंह, पंकज सिकरवार और सतीश राज की अहम भूमिका रही



