गुरुद्वारा साहिब की एफडी गायब करने वाले किस मुंह से मुझ पर आरोप लगा रहे : प्रधान होरा
मुझ पर आरोप लगाने वाले खुद अपने गिरेबां में झांक कर देखें: सतिंदरसिंह होरा, श्री गुरुसिंघ सभा के प्रधान ने अपने ऊपर लगे आरोपों को लेकर दी सफाई

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सागर। जो लोग मुझ पर आरोप लगा रहे हैं। वे पहले अपने गिरेबां में झांक कर देखें। मैं वो शख्स नहीं हूं जिस पर श्री गुरुद्वारा साहिब के दान-चंदे के गबन का आरोप साबित हुआ हो। या मैं वह आदमी नहीं हूं, जिसे जिला प्रशासन ने संदिग्ध कार्यप्रणाली के चलते चुनाव में शामिल-शरीक होने से प्रतिबंधित किया हो। यह बात भगवानगंज श्री गुरुद्वारा साहिब की प्रबंधन संस्था श्री गुरुसिंघ सभा सागर के प्रधान सतिंदरसिंह होरा ने कही है।
श्री गुरुसिंघ सभा: प्रशासन भेदभाव कर रहा है, मांगें नहीं मानी तो कोर्ट जाएंगे
दो दिन पहले पूर्व प्रधान सरदार गुरजीतसिंह अहलुवालिया के आरोपों को लेकर सफाई देते हुए प्रधान होरा ने कहा कि समाज के सारे लोग जानते हैं कि कौन चुनाव कराना चाहता है और कौन नहीं। वरना यहां तो हालात ये रहे हैं कि एक ही आदमी 25-25 साल तक बगैर किसी चुनाव के प्रधानी करता रहा। जबकि मैं वे इंसान हूं, जिसने अपना कार्यकाल पूर्ण करने के बाद हर साल चुनाव कराने की कोशिश की। लेकिन यही विघ्नसंतोषी लोग आगे आए और चुनाव टलवा दिए।
हमारा आज भी दावा है कि उक्त चुनाव निष्पक्ष हो रहे हैं और तय दिनांक को मतदान व रिजल्ट भी आएगा। अगर सामने वाला पक्ष अपने आपको ईमानदार, समाज में लोकप्रिय मानता है तो डंके की चोट पर चुनाव लड़े। दाएं-बाएं की बातें कर चुनाव को टलवाने की कोशिश क्यों कर रहा है।
मतदाता सूची कोर्ट के आदेशानुसार बन रही है
होरा के साथ मौजूद सरदार इंद्रप्रीतसिंह, जगदीपसिंह छाबड़ा, गुरविंदरसिंह दुग्गल, इंदरपालसिंह होरा, सतनामसिंह नैयर, हरमीकसिंह और सरदार दविंदरपाल सिंह चावला ने कहा कि, यह आरोप सरासर झूठा है कि मतदाता सूची में कतिपय दानदाताओं के नाम भी शामिल किए हैं।
सच्चाई ये है कि इस चुनाव में केवल उन्हें ही वोटर का दर्जा दिया जा रहा है। जो माननीय सुप्रीम कोर्ट द्वारा जारी गाइडलाइन पर खरे उतर रहे हों। यह आरोप भी झूठा है कि मतदाता सूची में नाम जुड़वाने के लिए लोग यहां-वहां भटक रहे हैं। नाम जुड़वाने के आखिरी दिन सोमवार को ही दर्जनों नव-मतदाता समेत सिख भाई व बहिनों ने अपने नाम सूची में एड कराए। मौजूदा सूची, न्यायालय के आदेशानुसार नई बनाई जा रही है। यह काम 17 जून से अनवरत जारी है। सदस्यता या चुनाव लड़ने का शुल्क बहुत ही मामूली है। जो श्री गुरुद्वारा साहिब के खाते में जमा किया जा रहा है।
कभी गुरुद्वारा साहिब के विकास कार्यो पर भी बात करें
गुरुद्वारा साहिब में संचालित प्राइमरी स्कूल के प्रबंधक इंदरपालसिंह होरा ने कहा कि हम लोग कभी भी अपनी बात मीडिया के माध्यम से रखने के पक्ष में नहीं रहे हैं। चूंकि अब यह बात सार्वजनिक हो गई है तो बता दूं कि आरोप लगाने वाले कभी यहां हुए विकास कार्यों पर भी बात करें। यही वो प्रबंधन कमेटी है, जिसने अपने कार्यकाल में श्री गुरुद्वारा साहिब के लिए परिसर के बाजू की करोड़ों रुपए की जमीन खरीदी। यही वह कार्यकारिणी है जो संगत व यात्रियों के रुकने के लिए परिसर में विभिन्न सुविधाओं से सुसज्जित आवास व प्रसाधनगृह बनवा रही है।
आरोपों को लेकर मुखर होते हुए होरा ने कहा कि आरोप लगाने वाले एक बार तत्कालीन एसडीएम अर्चना सोलंकी का 20 फरवरी 2014 का वह आदेश भी देख लें। जिसमें उन पर गुरुद्वारा साहिब की 20 लाख रु. की एफडी गायब करने के आरोप साबित हुए थे। उन्हें करीब 14 लाख रु. जमा करने पड़े थे। उन पर आज भी श्री गुरुद्वारा साहिब का लाखों रुपए बकाया है।
30/06/2025



