सागर। पूर्व मंत्री एवं खुरई से वरिष्ठ विधायक भूपेंद्रसिंह की तल्खी कम नहीं हो रही है। उनके व अन्य जनप्रतिनिधियों के सम्मान में टूल बन रहे प्रशासनिक कारिंदों को शायद ये घटनाक्रम सबक का काम करे। हुआ यूं कि संजय ड्राइव पर आयोजित गौरव दिवस कार्यक्रम के मंच पर सीएम डा. मोहन यादव की मौजूदगी में नगर निगम कमिश्नर राजकुमार खत्री ने पूर्व मंत्री सिंह को स्वागत स्वरूप बुके दिया। जिसे पूर्व मंत्री ने लेने से इनकार करते हुए बाजू में बैठे देवरी विधायक ब्रज बिहारी पटैरिया की तरफ बढ़वा दिया।
इसके बाद कमिश्नर ने दोबारा पूर्व मंत्री सिंह को गुलदस्ता देना चाहा। लेकिन सिंह ने फिर सिरे मना कर दिया। ये सब बाजू की 4 कुर्सियां छोड़ बैठे सीएम डॉ. यादव देख रहे थे। उन्होंने वहीं से सिंह को इशारा किया कि बुके ले लें। तब सिंह ने बड़े बेमन से बुके तो ले लिया लेकिन तुरंत ही वे उसे लेकर सीएम के पास पहुंच गए और उन्हें भेंट कर दिया। उनके इस व्यवहार को देख सभा स्थल पर मौजूद लोग भी चौंक गए। भूपेंद्र सिंह यहीं नहीं रुके। जब उनके उद्बोधन की बारी आई तो उन्होंने सीएम डॉ. यादव, विस अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर, उत्तराखंड के सीएम पुष्करसिंह धामी, उप मुख्य मंत्री राजेंद्र शुक्ल का तो नाम लिया लेकिन संभाग से इकलौते केबिनेट मंत्री गोविंदसिंह राजपूत का नाम ही नहीं लिया। संबोधन के आखिरी में उन्होंने फ्लेक्स- फोटो को लेकर भी सभा में मौजूद लोगों से कहा कि मेरी फोटो लगी या नहीं लगी इस पर मत जाएं। मेरी फोटो आपके दिल में है। यहां बता दें कि सिंह ने आज के उद्बोधन में लंबे समय बाद स्थानीय वरिष्ठ विधायक शैलेंद्र जैन का बार – बार नाम लिया और शहर के विकास में उनके योगदान व प्रयासों को सराहा। चर्चा है कि सिंह ने विधायक जैन का नाम इसलिए लिया क्योंकि उन्हें यह पता चल चुका था कि आमंत्रण पत्रों में विधायकों के नाम व फ्लेक्सों से फोटो एड नहीं कराने में किसका हाथ था। यहां बता दें कि सिंह के पहले केबिनेट मंत्री गोविंद सिंह राजपूत का भाषण हुआ था। तब उन्होंने मंच पर मौजूद लोगों में सिंह का ससम्मान नाम लिया था।