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जन्म शती वर्ष: राज कपूर को सागर की आबो-हवा ऐसी भायी कि उन्होंने तीन दिन शराब को हाथ नहीं लगाया

- स्व. कपूर, तीसरी कसम की शूटिंग और पटेल परिवार के विवाह समारोह में शामिल होने सागर आए थे।

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सागर। महान शो-मैन एक्टर, डायरेक्टर राज कपूर आज अगर जीवित होते तो वह आज अपना 100 वां जन्मदिन मना रहे होते।14 दिसंबर 1924 को जन्में राजकपूर की दो पीढ़ियों का सागर से नाता रहा है। जिसके लिए सेतु का काम पूर्व मंत्री व सिने गीतकार स्व. विट्ठल भाई पटेल ने किया। यह बड़ा ही जाना-माना तथ्य है कि स्व. राज कपूर ने वर्ष 1964-65 में क्लासिक फिल्म तीसरी कसम के कुछ हिस्से बीना और खिमलासा में फिल्माए थे। उसी दौरान वह पहली बार सागर आए। उनके सागर प्रवास को लेकर स्व. पटेल के छोटे भाई बीड़ी उद्योगपति सुनीलभाई पटेल ने सागरवाणी से बड़े अहम संस्मरण साझा किए। सुनील भाई ने बताया कि राज कपूर के पहले से उनके पिता स्व. पृथ्वीराज कपूर सागर आते रहे हैं। उन्हें हमारे पिता स्व. लल्लूभाई पटेल द्वारा स्थापित सांस्कृतिक-साहित्यिक संस्था किशोर समिति द्वारा नाटक खेलने के लिए बुलाया जाता था। वे वर्ष 1951-52 में सागर आए थे। बड़े भैया यानी स्व. विट्ठल भाई से तब राजकपूर से सीधा परिचय नहीं था। उनकी आपसी पहचान, मशहूर गीतकार स्व. शैलेंद्र के कारण बढ़ी। जो बाद में कपूर साहब की फिल्मों में गीत लिखने से लेकर जन्मदिन, विवाह समारोह, आरके स्टुडियो की मशहूर फिल्मी होली तक पहुंचीं। 70 के दशक का एक किस्सा साझा करते हुए सुनील भाई ने बताया कि 1979 में विट्ठल भैया की बिटिया कीर्ति का विवाह समारोह इसी राधेश्याम भवन से हुआ था। उसमें शामिल होने के लिए राज कपूर दूसरी बार सागर आए। भैया ने राज साहब के स्वागत-सत्कार का जिम्मा मुझे दिया था। मैं उनसे पूर्व से परिचित था। इसलिए उनके लिए पसंदीदा ब्रांड की शराब का बल्क में इंतजाम कर दिया। लेकिन गजब तो तब हो गया, जब राज साहब ने शराब पीने से मना कर दिया। वे बोले सागर की आबो-हवा इतनी अच्छी है कि यहां शराब पीने का मन ही नहीं करता। संभवत: यह उनके जीवन का रिकॉर्ड समय रहा होगा। जब उन्होंने तीन दिन तक शराब को छुआ भी नहीं। ये बात और है कि जैसे ही वह भोपाल से प्लेन पकड़ने के लिए सागर से देरशाम रवाना हुए तो उन्होंने राहतगढ़, बेगमगंज में जगह-जगह रुक-रुककर मेरी लायी हुई शराब का सेवन किया।

शूटिंग के लिए आए तो उनके लिए स्वीमिंग पूल बनवाया गया था

सुनील भाई के अनुसार तीसरी कसम की शूटिंग बीना-खिमलासा में चल रही थी। वहां कपूर साहब रेलवे के गेस्ट हाउस में ठहरे थे। इस दौरान बड़े भैया से उनका परिचय हो चुका था। इसलिए वह कार से सागर आ जाते थे। यहां वे राधेश्याम भवन में मौजूद गेस्ट हाउस में रुका करते। विट्ठल भैया को उनके तैराकी के शौक का पहले से इल्म था। इसलिए उन्होंने गेस्ट हाउस के सामने ही एक टेम्पररी स्वीमिंग पूल बनवा दिया था। जिसके अवशेष अभी भी भवन में मौजूद हैं। सुनील भाई ने बताया कि राज साहब के साथ फिल्म की नायिका अभिनेत्री वहीदा रहमान भी आई थीं। वह भी यहीं राधेश्याम भवन में रुकी थीं। करीब दो साल पहले वहीदा जी से हमारे एक और अग्रज राजू भाई की मुलाकात हुई। उन्होंने, उन्हें सागर में शूटिंग का किस्सा याद दिलाया और विट्ठलभाई जी की स्मृति में बनने वाले सत्संग भवन के लोकार्पण के लिए आमंत्रित किया। जिसके लिए वह सहर्ष तैयार हो गईं।

बगैर लहसुन-प्याज का भोजन और वो विज्ञापन

सुनील भाई ने बताया कि हमारे परिवार में दशकों से बगैर लहसुन-प्याज के भोजन की परंपरा रही है। स्व. राजकपूर जब भी हमारे निवास पर आए। उन्होंने इस परंपरा को टूटने नहीं दिया। वह बड़े ही चाव से हमारी स्व. मां बड़ी बाई (कांताबेन पटेल)के हाथ के बने लहसुन-प्याज रहित बुंदेली-गुजराती व्यंजन का आनंद लेते थे। इसी दौरान सुनील भाई ने अपनी भतीजी कीर्ति के विवाह से जुड़ा एक और किस्सा साझा किया। उन्होंने बताया कि वर्ष 1977  में विट्ठल भैया दमोह से चुनाव लड़े थे लेकिन हार गए थे। दो साल बाद यह विवाह समारोह हुआ। तब किसी राजनैतिक प्रतिद्वंदी ने शहर के एक अखबार में विवाह समारोह में राज कपूर के पहुंचने का विज्ञापन छपवाते हुए सभी को आमंत्रित कर दिया। नतीजा ये हुआ कि विवाह समारोह में रैली सरीखा माहौल हो गया। स्व. कपूर हंसते-खीझते आगंतुकों के संग स्टेज पर फोटो खिंचवाते रहे। सुनील भाई ने बताया कि बड़े भैया लंबे समय से गीत लिख रहे थे। वे अपनी रचनाओं को गीतकार स्व. शैलेंद्र से साझा करते रहते थे। इसी दौरान कपूर साहब ने भैया से वायदा किया कि वह अपनी अगली फिल्म बॉबी में उन्हें गीत लिखने का अवसर देंगे। जैसे ही यह फिल्म रिलीज हुई तो भैया ने मुझे फिल्म की सक्सेस पार्टी देने की जिम्मेदारी दी। मैंने मुंबई में ताज होटल में डिनर पार्टी बुक की। जिसमें राजकपूर के अलावा उनके बेटे ऋषि कपूर, नायिका डिम्पल कपाड़िया, संगीतकार जोड़ी लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल समेत अन्य सभी शामिल हुए थे। 

14/12/2024

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