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कमलनाथ सरकार गिराने के बाद हम लोग रामायण के वानर सरीखे हो गए थे : भूपेंद्रसिंह

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सागर। पूर्व गृह मंत्री एवं खुरई से सीनियर विधायक भूपेंद्रसिंह अपने   बयानों के चलते लगातार सुर्खियों में हैं। चार दिन पहले क्षेत्र के लोगों के फोन की CDR निकाले जाने का आरोप लगाने के बाद अब उन्होंने अपनी राजनैतिक और संगठनात्मक हैसियत से लेकर भावी चुनाव क्षेत्र पर बात की है। मौका था भूपेंद्र भैया फेन्स क्लब द्वारा मोतीनगर क्षेत्र में आयोजित दीवाली मिलन समारोह का। सागर विस क्षेत्र में इस तीसरे आयोजन में सिंह ने बड़ी साफगोई से वर्ष 2019 में कमलनाथ सरकार गिराने की स्क्रिप्ट और उसमें स्वयं की भूमिका पर बात की।

सिंह ने कहा कि सरकार को गिराने में मैं और 3- 4 लोग फ्रंट पर थे। जबकि भाजपा की एक दूसरी टीम पर्दे के पीछे थी। उन्होंने बताया कि मार्च 2019 में सरकार गिर गई। लेकिन 5 लोग ही मंत्री बनाए गए। जुलाई में मेरा और गोपाल भार्गव जी का नंबर आया। उन पांच महीनों में मुझे रामायण का वह हिस्सा याद आया। जिसमें श्रीराम, रावण पर विजय पाकर अयोध्या में शासन चला रहे। कुछ समय बाद उनके पास रावण से युद्ध करने वाले वानर व अन्य श्री राम से मिलने पहुंचे। दरबार के बाहर से संदेशा भेजा गया। भीतर से जवाब आया। अभी आप लोग जाएं। अगले युद्ध में आपको बुला लिया जाएगा। वे बोले कि इसके बाद मैं कांग्रेस के टारगेट पर आ गया। भोपाल के जिपं चुनाव में मैं दिग्विजयसिंह के टारगेट पर रहा। लेकिन मैंने कभी भी इसे व्यक्तिगत लाभ- हानि के चश्मे से नहीं देखा। जब देखा पार्टी के हित को पहले देखा।

सुरखी, सागर और खुरई में खुद की भूमिका बताई

सिंह ने इससे पहले कहा कि इन आयोजनों को कुछ लोग राजनीति से जोड़ रहे हैं। जबकि मेरे लिए यह केवल परिवार समान कार्यकर्ता व सहयोगियों से मिलने का एक अवसर है। त्योहार होते ही इसलिए हैं। आज मैं कुछ ऐसे लोगों से भी मिला जिनसे हम व्यस्तताओं के चलते दो-दो साल नहीं मिल पाए। मैं पहले सागर में युवा मोर्चा का लंबे समय तक जिलाध्यक्ष रहा। पूरे जिले में भाजपा को मजबूत करने का काम किया।

 

कांग्रेस सरकार की लाठियां खाई। जेल गया। तब सागर में मैंने कई सहयोगी और समर्थक तैयार किए। अगर मैं उनसे आज यहां मिल रहा हूं तो इसमें क्या गलत है। 1993 में मैं पहली बार विधायक बना। वहां भी मेरे साथी हैं। अभी खुरई से विधायक हूं। वहां तो मुझे बड़े ही विपरीत हालात में चुनाव लड़ने भेजा गया। खुरई एक ऐसा क्षेत्र था। जहां सरपंच का पर्चा जमा करना तक कठिन था। वहां भी मैंने अपने विश्वस्त साथी बनाए। वहां के भाजपाईयों को आतंक से मुक्त कराया।

 

खुरई में कांग्रेस कैसा काम करती है। इसका उदाहरण वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव हैं। जिसमें पुलिस की मौजूदगी में पोलिंग बूथ पर भाजपा के 72 लोगों पर हमला किया गया।

चोरी- छिपे सागर से चुनाव नहीं लडूंगा…. ऐसे कांग्रेसी मुझे स्वीकार नहीं

सिंह ने सागर विस क्षेत्र से उम्मीदवारी को लेकर कहा कि मैं ऐसा व्यक्ति नहीं हूं जो घुमा-फिराकर बात या राजनीति करे। सागर से चुनाव लड़ना होगा तो खुली घोषणा कर के लडूगां। मैं एक बात और साफ करना चाहता हूं कि जिन तत्कालीन कांग्रेसियों ने भाजपा कार्यकर्ताओं पर हमले किए। उन्हें झूठे मामलों में फंसाया। उन्हें भारतीय जनता पार्टी स्वीकारे न स्वीकारे। लेकिन मैं बिल्कुल भी मंजूर नहीं करूंगा।

 

आगे उन्होंने कहा कि, आगे बढ़ने के लिए चमचयाई नहीं,  मेहनत जरूरी है। उसमें आप अपने जूते घिसें। आखिर में भूपेंद्रसिंह ने कटाक्ष कर कहा कि इस आयोजन में कुछ लोग देखने – सुनने भेजे गए हैं। मैं उनसे कहता हूं कि परेशान मत होइए। ये केवल दीवाली मिलन समारोह है।

10/11/2024

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