जल,जंगल और जानवरविविधा

शमशेर ने बिल्लियों के प्रेम में खा लिया चूहामार !

जहरीला पदार्थ निगलकर बुजुर्ग पहुंचा कोतवाली थाने, बिल्लियों से होने वाली परेशानी के कारण रिश्तेदार-पड़ोसी करते थे टोका-टाकी

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सागर। शुक्रवार की दोपहर एक बुजुर्ग जहरीला पदार्थ निगलकर कोतवाली थाना पहुंच गया। पुलिसकर्मियों को उसने बताया कि मैंने चूहा मारने की दवा खा ली है। यह सुनते ही पुलिस वाले सकते में आ गए और उसे तुरंत जिला अस्पताल पहुंचाया। जहां उसकी हालत खतरे से बाहर है। बहरहाल, जब पुलिस ने बुजुर्ग के जहर निगलने के कारणों की पड़ताल की तो बड़ा ही अजब-गजब कारण सामने आया। कोतवाली पुलिस के अनुसार इस बुजुर्ग का नाम शमशेर खान उम्र करीब 62 साल निवासी पुत्रीशाला स्कूल के पास, तीन बत्ती है।  शमशेर खान ने अपने घर में करीब आधा दर्जन बिल्लियां पाल रखी हैं। जिनकी उछल-कूद व आवाजों के कारण आजू-बाजू में रहने वाले रिश्तेदारों से लेेकर पड़ोसी तक परेशान हैं। शुक्रवार को भी इन बिल्लियों को लेकर शमशेर के रिश्तेदार ने उसे टोका और कहा कि इनको कहीं भगा क्यों नहीं देते। इस पर से शमशेर बिफर गया औैर उसने जहरीला पदार्थ निगल लिया।

कोरोना काल में पनपा बिल्ली प्रेम अब मुसीबत बन गया

आस-पड़ोस के लोगों के अनुसार शमशेर खान का यह बिल्ली प्रेम, कोरोना काल में शुरु हुआ। दरअसल युवा पुत्र की मृत्यु के चलते वह कुछ परेशान रहने लगे। इसी दौरान भोजन-पानी के लिए परेशान घूमती बिल्लियों को शमशेर ने रोटी-बिस्किट देना शुरु कर दिए। इसका परिणाम ये हुआ कि वे उनके घर में रहने लगीं। इन बिल्लियों के बच्चे हुए और संख्या बढ़ती गई। हालांकि कुछ महीने पहले बिल्लियों के शोर व घरों में होने वाली गंदगी के परेशानी के कारण एक पड़ोसी, शमशेर की सहमति से 4-5 बिल्लियों को दूर कहीं छोड़ आए। लेकिन बिल्लियों का एकाध जोड़ा यहीं रह गया। जिसके बच्चे होते गए। जिसके चलते ये सभी एक बार फिर रिश्तेदार-पड़ोसियों के लिए सिरदर्द बन गए हैं। अस्पताल में भर्ती शमशेर का कहना है कि मैं, खुद इन बिल्लियों से छुटकारा चाहता हूं। लेकिन वे जाती ही नहीं हैं। इधर पड़ोसी, उसकी इस बात से सहमत नहीं हैं। उनका कहना है कि अपनी सहुलियत व आत्म-संतुष्टि के नाम पर शमशेर हम लोगों को परेशानी में डालें हैं। पिछले कुछ दिनों से उन्होंने आवारा कुत्तों को रोटी-बिस्किट खिलाना शुरु कर दिया हैं। जिसके चलते पूरी गली में आधा दर्जन कुत्तों का डेरा हो गया है। उनके मल-मूत्र से आसपास गंदगी तो हो ही रही है साथ ही ये कुत्ते जब-तब हमारे घरों में भी घुसने लगे हैं। परिवारों में छोटे-छोटे बच्चे भी हैं। ये जानवर उन्हें भी नुकसान पहुंचा सकते हैं।                              ( सभी फोटो गूगल से साभार ) 10/02/2024

  

 

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