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बीना में एसआई ट्रेप: पहले फरियादी का खाना फिर खाई रिश्वत

यात्री बस की सुपुर्दगी की एवज में मांग रहा था 50 हजार, पहली किस्त के 30 हजार रु. लेते ट्रेप

 

लाल घेरे में आरोपी एसआई पियूष साहू (32 वर्ष)

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सागर। बीना थाना की नई बस्ती चौकी के प्रभारी पियूष साहू को लोकायुक्त संगठन की पुलिस ने मंगलवार दोपहर को बीना के एक होटल में 30 हजार रु.की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। टीम में शामिल निरीक्षक केपीएस बेन ने बताया कि पिछले दिनों बीना के बस ऑपरेटर ईशान साहू ने एक शिकायत दी थी। उसका कहना था कि नई बस्ती पुलिस चौकी प्रभारी पियूष साहू उससे 50 हजार रु . की रिश्वत मांग रहा है। वह ये राशि एक रोड एक्सीडेन्ट के बाद चौकी में जब्त बस की न्यायालयीन सुपुर्दगी की एवज में मांग रहा था।

होटल में पहले खाना, फिर छत पर रिश्वत खायी

निरीक्षक बेन के अनुसार एसआई साहू ने रिश्वत की रकम पर समझौता कर लिया था। वह पहली किस्त के रूप में 30 हजार रु. लेने राजी हो गया। शेष 20 हजार रु. उधार छोड़ दिए। यही 30 हजार रु. लेने के लिए एसआई पियूष ने फरियादी ईशान को सर्वोदय चौक बीना स्थित होटल नटराज में बुलाया।

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यहां उसने पहले तो ईशान की तरफ से होटल के डायनिंग हॉल में जमकर दावत उड़ाई। फिर CCTV कैमरों से बचने के लिए वह ईशान को होटल की छत पर ले गया। वहां उसने बड़ी आसानी से रिश्वत की रकम अपनी पेन्ट की जेब में रख ली। इधर जैसे ही ईशान ने हमारी टीम को इशारा किया तो उसे होटल पहुंच कर दबोच लिया। जेब से रकम निकलवा कर हाथ धुलवाए तो वे लाल हो गए। कार्रवाई में डीएसपी मंजू सिंह, बीएम द्विवेदी, निरीक्षक अभिषेक वर्मा, प्रधान आरक्षक शफीक खान, अजय क्षत्रिय, आरक्षक आशुतोष व्यास, सुरेंद्र सिंह, संतोष गोस्वामी और संजीव अग्निहोत्री शामिल थे।

पियूष पहले सिपाही था, मेहनत से बना एसआई

जानकारी के अनुसार एसआई पियूष साहू ने अपने करियर की शुरुआत पुलिस विभाग में बतौर सिपाही शुरु की थी। वह 2013-17 के दौरान सागर में ही विभिन्न थानों में सिपाही रहा। इस दौरान वह मेहनत करता रहा और एग्जाम देकर वर्ष 2017 में एसआई चुन लिया गया। वह 5 महीने से

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चौकी नई बस्ती में तैनात था। सूत्रों के अनुसार जैसे ही लोकायुक्त की टीम ने उसे दबोचने की कोशिश की तो वह हाथ छुड़ाकर भागने लगा। लेकिन अपने ही विभाग के सीनियर्स के सामने उसकी एक ना चली और मौके पर रंगे हाथों दबोच लिया गया।

06/08/2024

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