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जिला प्रशासन ने नहीं दी बागेश्वर धाम की कथा के लिए अनुमति
- आयोजन स्थल पर सुरक्षा, पानी, बिजली के इंतजाम पर्याप्त नहीं मिले - अनुमति नहीं मिलने पर आयोजकों को स्वयं के रिस्क पर कराना होगा कार्यक्रम
सागर। बहेरिया तिराहा के पास होने जा रही श्री बागेश्वर धाम के पं.धीरेंद्र शास्त्री जी की कथा को 24 घंटे से भी कम का समय रह गया है। जबकि जिला प्रशासन ने आयोजन समिति को अब तक इस कार्यक्रम के लिए आधिकारिक अनुमति नहीं दी है। प्रशासनिक सूत्रों के अनुसार आयोजक मंडल ने जिला प्रशासन द्वारा बताई गए विभिन्न सुरक्षा मानकों का पालन नहीं किया है। मुमकिन है कि आयोजक मंडल को स्वयं के रिस्क पर यह कथा कराना पड़े।
रविवार को प्रभारी कलेक्टर चंद्रशेखर शुक्ला ने कथा स्थल का दौरा किया। वहां उन्होंने आयोजन समिति से कहा कि आप लोग पंडित धीरेंद्र शास्त्री के मंच को ठोस मेटेरियल से बनवाएं ताकि बारिश होने की स्थिति में कंडूल पाइप से बना उनका स्टेज ढहे नहीं। जानकारी के अनुसार स्पष्टï आदेश के बावजूद आयोजकों ने बताए अनुसा रविवार शाम तक मंच नहीं बनाया।
बगैर बाउंड्री वॉल के कुएं, लाखों की भीड़ के लिए एक भोजन शाला
बहेरिया स्थित इस आयोजन स्थल पर दो कुएं हैं। जो बगैर बाउंड्री वॉल के हैं। जिला प्रशासन इस बारे में आयोजन समिति को मशविरा दे चुका है कि वह इन कुओं को अनिवार्यत: कवर करा दे। अगर ऐसा नहीं होता है तो इसमें लोगों के गिरने का खतरा रहेगा। इसके अलावा प्रशासन की ओर से आयोजन स्थल पर कम से कम 3-4 भोजन शालाएं बनवाने के लिए कहा गया था ताकि एक ही स्थान पर भीड़ जमा नहीं हो। भगदड़ की स्थिति नहीं बने। लेकिन आयोजक एक ही भोजन शाला बनाने पर अड़े हुए हैं।
आयोजन मंडल में कौन क्या है, नहीं बताया, सीसीटीवी भी नहीं हैं
जिला प्रशासन ने बेहतर समन्वय के लिए आयोजकों से उनके स्वयंसेवियों व व्यवस्था से जुड़े लोगों के नाम मय मोबाइल नंबर के मांगे थे। लेकिन आयोजक ने उन्हें अब तक उपलब्ध नहीं कराए हैं। बिजली की सप्लाई के लिए आवश्यक डीपी की संख्या को लेकर भी आयोजक मंडल गंभीर नहीं दिख रहा। जितना बड़ा आयोजन बताया जा रहा है, उसके लिए दो अस्थाई डीपी की स्थापना होना चाहिए। लेकिन आयोजकों ने मात्र एक डीपी के लिए ही आवेदन किया है। उसकी भी फीस पूरी जमा नहीं की है। जिला प्रशासन ने आयोजन स्थल पर सीसीटीवी लगवाने के लिए कहा था। वे भी नहीं लगवाए गए हैं।
3 लाख रोज आएंगे, पंडाल में 1 लाख के लिए जगह
प्रशासनिक सूत्रों का कहना है कि पंडित धीरेंद्र शास्त्री के पिछले आयोजनों के मद्देनजर यहां रोज औसतन 3 लाख लोगों के आने का अनुमान है। लेकिन आयोजक मंडल ने केवल 1 लाख लोगों के बैठने लायक टेंट लगाया है। पार्किंग के लिए तय स्थानों पर भी कोई साइन बोर्ड नहीं लगाए गए हैं। वहां सीसीटीवी लगाए जाना चाहिए ताकि वाहन चोरी की घटनाओं पर नजर रखी जा सके। लेकिन आयोजकों ने ये काम भी नहीं किया।
तीन-तीन बार पत्र दिए, अब वे खुद जिम्मेदार होंगे
पुलिस-प्रशासन की एक टीम ने कुछ दिन पहले ही आयोजन स्थल का दौरा किया था। वहां मिली विभिन्न कमियों को देखते हुए आयोजक मंडल को 20 अप्रैल को लिखित में पत्र दिया था और कहा कि आप ये कमिया दूर करें। लेकिन उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया। इसके बाद 22 अप्रैल को फिर सिटी मजिस्ट्रेट ने पत्र दिया। उसका भी कोई रिस्पांस नहीं आया तब रविवार को फिर रिमाइंडर दिया गया है। इसके बाद भी आयोजक, व्यवस्थाओं में सुधार नहीं करते हैं तो फिर आयोजन की समस्त जिम्मेदारी उन्हीं की होगी। घटना-दुर्घटना होने पर उनके खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।
– विजयकुमार डेहरिया, एसडीएम, सागर



