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अब भगवानगंज तिराहा-मकरोनिया के बीच मात्र 8 मिनट की दूरी !

रजाखेड़ी रेलवे ओवर ब्रिज सघन आबादी वाले तीन इलाकों के जनजीवन पर दिखने लगा व्यापक प्रभाव

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सागर। रजाखेड़ी- परेड मंदिर आरओबी सदर, भगवानगंज से लेकर रजाखेड़ी-मकरोनिया क्षेत्र के जनजीवन पर व्यापक असर डालता दिख रहा है। शहर के बड़े इलाके, जिसमें सुभाषनगर, सदर, कैंट और भगवानगंज शामिल हैं, उन्हें उपनगर से जोड़ने में फिलहाल यह सबसे प्रभावी मार्ग बन गया है। एक तरह से यह ब्रिज नगर निगम, कैंट और नगर पालिका के बीच भी सेतु की भूमिका में है। शनिवार को इस आरओबी का औपचारिक लोकार्पण, राज्य के पीडब्ल्यूडी मंत्री राकेशसिंह व वरिष्ठ विधायक(नरयावली) की मौजूदगी में हुआ था। रविवार को सदर-भगवानगंज के लोग इस ओवरब्रिज का मुआयना और उपनगर के मकरोनिया चौराहा तक पहुंचने के समय का आकलन करने पहुंचे। भगवानगंज के पवनसिंह ठाकुर ने बताया कि, मैं करीब 50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से बाइक चलाकर करीब 8 मिनट में मकरोनिया चौराहा पहुंच गया।इस समय में श्री परेड हनुमानजी मंदिर के सिग्नल का 1 मिनट भी शामिल था।

स्कूलों की दूरी चंद किमी रह गई, पत्नी को स्कूटी दिलाने की तैयारी

रजाखेड़ी मंडी के पास रहने वाले विजय साहू ने बताया कि मेरे बेटा-बेटी, कैंट क्षेत्र में स्थित केंद्रीय विद्यालय क्रमांक एक में पढ़ते हैं। मुझे उन्हें रोज छोड़ने के लिए करीब 7 किमी का फेरा लगाना पड़ता था। पहले पदमाकर नगर फिर वहां से सिविल लाइंस और फिर बीएसएनएल-कैंट ऑफिस होते हुए स्कूल पहुंचते थे। जिसमें औसतन 15  मिनट खर्च हो जाते थे। इस रूट पर ट्रैफिक अधिक होने के कारण जोखिम भी ज्यादा रहता था। लेकिन इस नए रूट से केवी-1 की दूरी घटकर महज 3 किमी रह गई है। इसके चलते औसतन 5 मिनट में बच्चों को स्कूल पहुंचाया जा सकेगा। पदमानगर कॉलोनी में रहने वाले विवेक शर्मा ने बताया कि अभी तक मैं अपने बच्चों को बस से सेंट जोसेफ कॉन्वेंट स्कूल भेजता था। लेकिन इस ब्रिज का निर्माण होने से अब बस की खास जरूरत नहीं रह जाएगी। यहां से स्कूल की दूरी इतनी कम है कि मेरी पत्नी या अन्य परिजन स्कूटी से आवाजाही कर सकते हैं। इससे न केवल बस का खर्च बल्कि समय की भी बचत होगी। जल्द ही स्कूटी खरीद रहा हूं।

भोपाल-बीना की तरफ आने-जाने में भी सुविधा होगी

मकरोनिया के व्यवसायी सुनील जैन का कहना है कि, अक्सर कारोबारी कारणों से कभी भोपाल तो कभी बीना आना-जाना पड़ता है। अभी तक हम लोग सिविल लाइंस- कैंट होकर भगवानगंज होते हुए भोपाल-बीना की तरफ जाते थे। लेकिन इस नए आरओबी के कारण अब सीधे परेड मंदिर-कबूला पुल होते हुए भोपाल-बीना की तरफ आ जा सकेंगे। इससे समय के साथ ईधन की भी बचत होगी। एक अन्य कारोबारी अजय अग्रवाल का कहना है कि इस आरओबी के बनने से भगवानगंज, सदर, सुभाषनगर समेत आसपास की सघन बसाहट को मकरोनिया की तरफ बढ़ने का विकल्प मिला है। अभी तक मकरोनिया व सदर के बीच की दूरी बहुत अधिक होने के कारण लोग मकरोनिया क्षेत्र में रहवास की कोशिश नहीं करते थे। लेकिन अब आवाजाही की दूरी व समय बहुत कम रह गया है, इसलिए लोग यहां बसाहट बढ़ा सकते हैं। 

13/07/2025

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