विवि की ईसी ने प्रो.जायसवाल पर लगे साहित्यिक चोरी के आरोप पर डाला पर्दा ! नियुक्ति कन्फर्म
सुप्रीम कोर्ट के निर्णय के अधीन रहेगी रजिस्ट्रार सत्यप्रकाश की नियुक्ति

sagarvani.com9425172417
सागर। डॉ. हरीसिंह गौर केंद्रीय विवि की कार्य परिषद (ईसी) ने साहित्यिक चोरी के आरोपों में घिरे मानव विज्ञान के विभागाध्यक्ष प्रो. अजीत जायसवाल की नियुक्ति को कन्फर्म कर दिया है। साथ ही ईसी ने अपने फैसले की सफाई देते हुए मिनिट्स में स्पष्टï किया है कि प्रो. जायसवाल की नियुक्ति के समय ऐसे किसी भी दस्तावेज का उन्हें लाभ नहीं दिया गया। जिनसे प्लेजेरिज्म विवाद संबंधी शिकायतें विवि प्रशासन के समक्ष आई हैं। ईसी ने मिनिट्स में आरटीआई एक्टिविस्ट अरविंद भट्ट की शिकायत के संदर्भ में यह बात कही।
साफ है कि ईसी मेम्बर्स,प्रो. जायसवाल की नियुक्ति प्रक्रिया को पाक-साफ बताते हुए प्रो. उनके खिलाफ लगे प्लेजेरिज्म के आरोपों पर कार्रवाई से बच निकले।
एक बार फिर पूर्व विभागाध्यक्ष प्रो. गौतम ने की प्लेजेरिज्म की शिकायत
जिन तारीखों में ईसी प्रो. जायसवाल की नियुक्ति को कन्फर्म कर रही थी। उन्हीं तारीखों में मानव विज्ञान विभाग के पूर्व अध्यक्ष प्रो. राजेश गौतम ने कुलपति समेत ईसी मेम्बर्स से प्रो. जायसवाल की एक और शिकायत की। तीन पेज के शिकायती पत्र में उन्होंने प्रो. जायसवाल पर आरोप लगाया कि उन्होंने विभिन्न शोध जर्नल में किसी दूसरे मानव शास्त्री के शोध नतीजों का उपयोग किया। जो प्लेजेरिज्म की श्रेणी में आता है। उन्हें पद से बर्खास्त किया जाए।
उनकी नियुक्ति को कन्फर्म नहीं किया जाए। विवि प्रशासन, प्रो. जायसवाल के खिलाफ पुलिस से एफआईआर कराए। उन्हें अकादमिक व प्रशासनिक कार्यों से तत्काल हटाया जाए। इस संबंध में एक सार्वजनिक सूचना जारी कराई जाए ताकि विवि की साख को खराब होने से बचाया जा सके।
सुप्रीम कोर्ट के निर्णयाधीन रहेगी रजिस्ट्रार की नियुक्ति
ईसी में एक एजेंडा विवि के रजिस्ट्रार की नियुक्ति से संबंधित भी था। इस संबंध में कार्य परिषद के सदस्यों ने प्रभारी रजिस्ट्रार सत्यप्रकाश उपाध्याय के नाम पर मुहर लगाते हुए उन्हें नियमित रजिस्ट्रार के पद के योग्य पाया। चूंकि पूर्व रजिस्ट्रार डॉ. आरके प्रधान ने अपनी बर्खास्तगी को सुप्रीम कोर्ट में चैलेंज किया है।
इसलिए ईसी मेंबर ने इस तथ्य को ध्यान रखते हुए मिनिट्स में यह स्पष्ट किया है कि उपाध्याय की नियुक्ति, सुप्रीम कोर्ट में डॉ. प्रधान बनाम विवि के अधीन रहेगी। 
01/07/2025



