पुलिस को नंबर एक में 25 हजार रु. दिए, फिर भी वृद्धा को नहीं जमीन का कब्जा
रिश्तेदारों पर लगाया जमीन पर जबरिया कब्जे की कोशिश का आरोप,रखवाली के लिए सप्ताह भर से बगैर पंखा-कूलर खेत में ही सोने को मजबूर

sagarvani.com9425172417
सागर। रहली तहसील के खमरिया गांव की एक वृद्धा अपनी ही जमीन पर पुख्ता कब्जा बनाए रखने परेशान है। खास बात ये है कि जमीन पर कब्जा बनाए रखने के लिए इस विधवा महिला प्रकाशरानी(71) ने पुलिस बल लेने के लिए गृह विभाग के खाते में दो दफा करीब 25 हजार रु. चालान के जरिए जमा किए थे। लेकिन इस विधवा के ससुराल पक्ष के लोग व महिलाओं ने पुलिस को मौके पर टिकने ही नहीं दिया।
नतीजतन वह आज भी इस प्रचंड गरमी में कभी ट्रॉली के नीचे तो कभी पेड़ के पास बरसाती की टपरिया बनाकर जमीन की रखवाली करने मजबूर है।
दो दिन पहले कलेक्टर कार्यालय में लिखित शिकायत करने आई इस वृद्धा की पुत्री संगीतासिंह ने बताया कि मेरे पिताजी की मृत्यु के बाद मेरी मां के हिस्से में 3 एकड़ जमीन आई। पिछले दिनों इस जमीन पर मां प्रकाशरानी का नामांतरण भी हो गया। इसके बाद मेरी मां ने जैसे-तैसे राजस्व विभाग के जरिए जमीन का सीमांकन कराया। लेकिन मेरे चाचा-दादा के परिजन को यह नागवार गुजरा।
वह इस जमीन को हड़पना चाहते हैं। इसलिए उन्होंने सीमांकन के बाद तार फेन्सिग करने में अड़ंगा डालना शुरु कर दिया।
मैंने इस बारे में रहली तहसीलदार को आवेदन दिया। जिसके बाद राजस्व विभाग की एक टीम गठित की गई। टीम ने कहा कि मौके पर विवाद हो सकता है, इसलिए पुलिस बल होना जरूरी है। मैंने अपनी मां के नाम से पुलिस विभाग को चालान के जरिए करीब 13 हजार रु. जमा किए। लेकिन जैसे ही पुलिस व राजस्व विभाग के कर्मचारी पहुंचे तो रिश्तेदार परिवार की महिलाएं झगड़ने आ गईं।
उन्होंने राजस्व विभाग की टीम को भगा दिया। पुलिस स्टाफ ने कोई दखल नहीं दिया। इसके बाद मैंने एक बार फिर इतनी ही राशि चालान के जरिए गृह विभाग के खाते में जमा की।
लेकिन इस बार भी रिश्तेदारों ने राजस्वकर्मियों को सीमा चिन्ह नहीं गाड़ने दिए। पुलिस का भी रुख पिछली बार जैसा रहा। संगीतासिंह का कहना है कि अपनी जमीन को सुरक्षित करने के लिए पुलिस के अलावा लेबर खर्च के नाम पर मेरे 20 हजार रु. खर्च हो चुके हैं और नतीजा अभी भी शून्य है।
महिला संगीतासिंह का कहना है कि मेरी मां अपने हक्क की जमीन पर तार फेन्सिंग कर उसे सुरक्षित करना चाहती है लेकिन पुलिस के ढुल-मुल रवैए के कारण यह संभव नहीं हो पा रहा। संगीता का कहना है कि रिश्तेदार प्रतापसिंह,पूरनसिंह, जितेंद्रसिंह, महेंद्रसिंह, सोहन और उनके परिवार की महिलाएं गाली-गलौज कर हम लोगों को यहां से जाने के लिए धमका रही हैं। वृद्धा प्रकाशरानी और उनकी पुत्री संगीतासिंह ने पुलिस-प्रशासन से जमीन की तार-फेन्सिंग के लिए सुरक्षित माहौल दिलाने व इसमें अड़ंगा डालने वाले उक्त रिश्तेदारों के खिलाफ कठोर दंडात्मक कार्रवाई की मांग की है। साथ ही वृद्धा प्रकाशरानी का कहना है कि जब तक जमीन सुरक्षित नहीं हो जाती। वह मौके से नहीं हटेंगी, चाहे फिर प्रचंड गर्मी के कारण उनके जीवन पर संकट ही क्यों नहीं आ जाए।
12/06/2025



