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घायल छात्रों के लिए विवि की चंदेबाजी पर सवाल ! क्योंकि मदद के कोई पुख्ता इंतजाम नहीं

भीषण रोड एक्सीडेंट में घायल हुए थे फार्मेसी के तीन छात्र, एक की हो गई थी मौत

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घायलों की मदद के लिए छात्रों ने दिया था ज्ञापन, आज कैंडिल मार्च निकाला

सागर। हर साल करोड़ों रुपए के भवन-सड़कें और उपकरण खरीदी करने वाले डॉ. हरीसिंह गौर केंद्रीय विवि में विद्यार्थियों के एक्सीडेंटल मामलों में मदद के लिए कोई पुख्ता इंतजाम नहीं हैं। इसका अंदाजा इस से ही लगाया जा सकता है कि हाल ही में हुए एक भीषण रोड एक्सीडेंट में घायल दो विद्यार्थियों के इलाज के लिए विवि चंदेबाजी पर उतर आया है। इस संबंध में छात्र कल्याण अधिष्ठाता प्रो. डीके नेमा के कार्यालय से एक सर्कुलर विवि के टीचिंग व नान टीचिंग स्टाफ समेत अध्ययनरत विद्यार्थियों के नाम जारी हुआ है। जिसमें इन घायलों के लिए यथा संभव आर्थिक मदद देने की अपील की गई है। दान या चंदे की इस राशि के लिए विवि के चीफ वार्डन के नाम से खुले बैंक खाते का ब्योरा दिया गया है। इस चंदेबाजी के चलते विवि की छात्र कल्याण निधि की भी बात निकली। लेकिन विवि का कहना है कि इस मद में कोई राशि नहीं ली जाती तो फिर मदद कहां से कर दें।

शुक्रवार को हुआ था एक्सीडेंट, विवि से कोई खोज-खबर लेने नहीं पहुंचा

विवि परिसर में इन विद्यार्थियों का एक्सीडेंट दो बाइक के आमने-सामने टकराने से हुआ था। घटनाक्रम शुक्रवार रात करीब 1.30 बजे का है। एक्सीडेंट इतना भीषण था कि एक छात्र, आशीष अहिरवार की मौके पर ही मौत हो गई थी। जबकि राहुल कुंभकार और सज्जनकुमार बुरी तरह से घायल हो गए थे। यह तीनों छात्र विवि के टैगोर छात्रावास के निवासी हैं और बी. फार्मा के चतुर्थ सेमेस्टर में अध्ययनरत हैं। जानकारी के अनुसार घायलों को मकरोनिया के एक मल्टीस्पेशियलिटी हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है। छात्रों की खैर-खबर के लिए केवल चीफ वार्डन प्रो. रत्नेश दास ही घटनाक्रम के बाद पहुंचे थे। लेकिन उसके बाद से अब तक विवि की तरफ से किसी भी शिक्षक या प्रशासनिक अधिकारी ने इनकी सुध नहीं ली है।

छात्रों ने आर्थिक मदद के लिए ज्ञापन दिया, आज कैंडिल मार्च निकाला

साथी छात्रों के उपचार में पैसे की कमी आड़े नहीं आए। इसलिए दो दिन पहले विवि के छात्रों ने डीएसडब्ल्यू के नाम एक ज्ञापन दिया था। जिसमें उन्होंने विवि प्रशासन से घायल छात्रों के उपचार के लिए मदद मांगी थी। बताया जा रहा कि इस ज्ञापन के बाद डीएसडब्ल्यू ने मदद मांगने वाला यह पत्र जारी कर दिया। एक्सीडेंट के बाद विवि के विद्यार्थियों ने मंगलवार को परिक्षेत्र में एक कैंडिल मार्च निकाला। गौर समाधि के पास पहुंचकर मृत छात्र आशीष अहिरवार को श्रद्धांजलि दी।

स्टुडेंट वेल्फेयर के नाम पर कोई फंड नहीं लिया जाता

छात्र कल्याण अधिष्ठाता एवं कुलसचिव ऑफिस से मिली जानकारी के अनुसार विवि प्रशासन द्वारा छात्र कल्याण के नाम पर कोई भी राशि नहीं ली जाती। इस शाखा द्वारा विद्यार्थियों की छात्रवृत्ति, संबंधित योजनाएं व अकादमिक समस्याओं का समाधान किया जाता है। छात्रों के उपचार के लिए सामान्य शुल्क लिया जाता है। जिसकी एवज में उन्हें विवि के अस्पताल में उपचार व दवा की सुविधा मिलती है। छात्रों के इलाज में मदद के लिए प्रशासन द्वारा पहल की गई है। जिसमें कुलपति समेत शिक्षकों ने भी व्यक्तिगत सहयोग किया है।

डॉ. विवेक जायसवाल, पीआरओ, डॉ. हरीसिंह गौर केंद्रीय विवि, सागर 

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