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सौम्या बने सिंधी पूज्य पंचायत के नए अध्यक्ष, भीष्म की करारी हार 

सौम्या ने निकटतम प्रतिद्वंद्वी धामेचा को 248 मत से हराया

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सागर। सिंधी पूज्य पंचायत के अध्यक्ष के चुनाव हल्के-फुल्के विवादों के बीच संपन्न हो गए जिसमें बड़ी संख्या में लोगों ने बढ़ चढ़कर अपने मत का उपयोग किया कल 1867 लोगों ने मतदान किया। जिसमेंभारी संख्या लोगों का उत्साह देखा गया 809 मोहन सौम्या 555 प्रदीप धामेचा 307 भीष्म राजपूत 12 रिजेक्ट वोट हुए उन्होंने अपने सबसे समीप प्रतिद्वंदी प्रदीप धामेचा को 254 वोट से हराया सिंधी समाज में पूर्व अध्यक्ष को लेकर भारी उत्साह देखा जा रहा है। जिन्होंने समाज के अनेक कार्यों में अपना योगदान पूर्व में भी दिया है और इस बार भी देने की उम्मीद है। स्परी चुनाव में चुनाव कमेटी का विशेष योगदान रहा। जिसमें मनोहर लाल तनवानी उधमदास राजपाल मनोहर लाल गंगवानी पप्पू जयसिंघानी गुलाब हरियानी सहित कई लोग शामिल रहे।

वायदों पर खरे नहीं उतरे इसलिए हारे भीष्म

समुदाय के लोग निवर्तमान अध्यक्ष राजपूत पर अपने इस साढ़े तीन वर्षीय कार्यकाल में पूज्य सिंधी पंचायत की आय-व्यय का लेखा-जोखा एक बार भी सार्वजनिक नहीं किया। बता दें कि समाज के कुछ लोग पंचायत को गरीब लोगों की मदद के लिए हर साल एक निश्चित राशि देते हैं। इसके अलावा विवाह जैसे अवसरों पर भी पंचायत को दान राशि मिलती है। राजपूत पर एक आरोप यह भी लगाया जाता है कि वैवाहिक विवादों के निपटारे में उनकी भूमिका संदिग्ध रही है। जो समाज हित में नहीं मानी जा सकती थी। समाज के नामचीन व्यवसायी सूदखोरों के जाल में फंस रातों रात शहर से भागते रहे। जेल जाना पड़ा। युवाओं का आलम ये है कि वे बुरी तरह से क्रिकेट के सट्टे में उलझे हैं। शहर में आइपीएल क्रिकेट के सट्टे की पुलिसिया कार्रवाई में . सिंधी समाज का युवक अवश्य पकड़ा जाता है। जबकि साढ़े तीन पहले जब भीष्म ने चुनाव लड़ा था तो उन्होंने इन्ही समस्या, कुरीतियों को दूर करने के वायदे किए थे। ताजा  चुनाव के पूर्व उन्होंने कतिपय लोगों को चुनाव प्रक्रिया से दूर करने के लिए अध्यक्ष पद की न्यूनतम आयु सीमा में भी बदलाव की कोशिश की। बहरहाल जैसे ही महीने भर पहले पूर्व में अध्यक्ष रहे मोहनलाल सोम्या ने चुनाव में ताल ठोकी तो भीष्म राजपूत समाज के वोटर्स के तीखे- नुकीले तीरनुमा सवालों में घिरना शुरु हो गई। एंड में इन्हीं लोगों ने उन्हें इन तीरों की शैया पर सुलाकर खुद ही जवाब दे दिया। 27/04/2025

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