खबरों की खबरचुनाव चर्चाचौपाल/चौराहा

खुरई-सुरखी के मैदान से गायब कांग्रेस! अब सता रहा फर्जी मतदान का डर!

जिला कांग्रेस कमेटी ने चुनाव आब्जर्वर्स से इन दोनों विस क्षेत्र में फर्जी वोटिंग की आशंका जताई है

sagarvani. com 9425172417

सागर। जिला कांग्रेस कमेटी ने खुरई और सुरखी में फर्जी मतदान का डर जताया है। इस परिपेक्ष्य में जिलाध्यक्ष आनंद अहिरवार, लोकसभा समन्वयक एवं पूर्व विधायक सुनील जैन और चुनाव एजेंट मुकुल पुरोहित ने इलेक्शन आब्जर्वर अंजलि शेखावत और एक्सपेंडीचर आब्जर्वर मधुर अग्रवाल से मुलाकात की है। इसमें उन्होंने कहा है कि मतदान के दिन इन दोनों विधानसभा क्षेत्र में फर्जीवाड़ा हो सकता है। इस संबंध में कांग्रेस ने प्रवक्ता आशीष ज्योतिषी के हवाले से एक प्रेस विज्ञप्ति भी जारी की है। हालांकि उसमें पहली ही लाइन में लिखा है कि ”मतगणना” के दौरान खुरई और सुरखी में फर्जी मतदान हो सकता है। मतगणना के दिन मतदान…..? खैर, आगे की लाइनों में कहीं भी फर्जी मतदान करने या कराने वालों का कोई जिक्र नहीं है। इधर कांग्रेस के इस शिकवे-शिकायत को भाजपाई खेमा स्टंट से अधिक नहीं मान रहा। उनका कहना है कि कांग्रेसी, इन दोनों ही विस क्षेत्र में करारी हार को भांप चुके हैं, क्योंकि प्रत्याशी घोषित होने से लेकर अब तक यहां कांग्रेस की चुनावी वर्किंग केवल मोबाइल कॉल पर चल रही है। जमीनी हकीकत ये है कि खुरई में कांग्रेस कोमा में है। जबकि सुरखी में नए और पुराने कांग्रेसियों के बीच द्वंद चल रहा है। यहां चुनाव की सारी जिम्मेदारी विधानसभा चुनाव-2023 में भाजपा से कांग्रेस में आए तत्कालीन प्रत्याशी नीरज शर्मा ने अपने हाथ में ले रखी है। चर्चा है कि उन्होंने यहां के पुराने कांग्रेसी मुन्नालाल चौधरी, प्रमिलासिंह, विनोद यादव, भूपेंद्र राजपूत मुहासा, वीरेंद्र लोधी, कृष्णासिंह राजपूत को किनारे कर रखा है। ऐसा लगता है कि यहां कुछ और ही “पक” चुका है। बहरहाल इस शिकायत के बारे में खुरई से पूर्व मंत्री, विधायक भूपेंद्रसिंह का कहना ़है कि कांग्रेस को मतदान प्रक्रिया में नहीं, अपनी तैयारियों में फर्जीवाड़ा ढूंढना चाहिए। फर्जीवाड़ा-फर्जीवाड़ा का डर दिखाकर वे अपने प्रत्याशी को तो मूर्ख बना सकते हैं लेकिन भारत निर्वाचन आयोग को नहीं। खुरई की जनता के मन में मोदी के सिवाए कुछ नहीं है, इसलिए यहां से बीजेपी बड़ी लीड लेकर जीतेगी। इधर सुरखी से विधायक एवं केबिनेट मंत्री गोविंदसिंह राजपूत का कहना है कि सुरखी के चुनावी इतिहास में कभी फर्जी मतदान नहीं हुआ। असल में कांग्रेस सुरखी में अपनी करारी हार को सूंघ चुकी है। इसलिए अब उसके कतिपय चुनाव पदाधिकारी, पार्टी आलाकमान को दिखाने के लिए इस तरह के शिकवा-शिकायतों का बंच तैयार कर रहे हैं ताकि आने वाले समय में अपनी नाकामी पर पर्दा डाल सकें। अब अंदर की बात, कतिपय कांग्रेसियों का कहना है कि हमारा संगठन, पिछले दिनों केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के उस बयान पर भी गौर कर रहा है जिसमें उन्होंने अधिक वोटिंग और कम वोटिंग को लेकर अपने मंत्री-विधायकों के भविष्य के बारे में टिप्पणी की थी। इसलिए उपरोक्त शिकायत उस संदर्भ में भी ली जानी चाहिए।

04/05/2024

Related Articles

Back to top button
error: Content is protected !!