मानव आबादी के पास घूमती थी बाघिन, इसलिए किया सिवनी से सागर ट्रांसफर
दो दिन पहले पेंच टाइगर रिजर्व में जंगली सुअर का शिकार करते वक्त कुएं में गिर गई थी, नई बाघिन के आने के बाद वीरांगना दुर्गावती टाइगर रिजर्व में बाघों की संख्या बढ़कर हुई 19

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सागर। वीरांगना दुर्गावती टाइगर रिजर्व में दो दिन पहले एक मादा बाघ को छोड़ा गया है। यह वही बाघिन है। जो दो दिन पहले छिंदवाड़ा-सिवनी के पेंच टाइगर रिजर्व में एक जंगली सुअर का पीछा करते वक्त उसके साथ ही कुएं में गिर गई थी। बताया जाता है कि नई-नई युवा हुई यह मादा बाघिन अपना क्षेत्र जंगल के भीतर बनाने के बजाए आसपास के गांवों की तरफ ज्यादा देखी जाती थी। वन विभाग का मानना था कि इससे मानव आबादी के साथ-साथ उसकी भी जान को खतरा था। इसलिए उसे करीब 300 किमी दूर सागर के वीरांगना दुर्गावती टाइगर रिजर्व की नौरादेही रेंज में ट्रांसफर कर दिया गया।
इधर इस मादा बाघ के आने के बाद रिजर्व में अब बाघ परिवार की संख्या बढ़कर 19 हो गई है। उसे रेडियो कॉलर पहनाने के बाद एन-6 नाम दिया जा सकता है।
बाघों की संख्या बढ़ाने में सहायक होगी नई मादा
टाइगर रिजर्व के डिप्टी डायरेक्टर डॉ. ए. अंसारी के अनुसार,अपुष्ट जानकारी के अनुसार इस मादा की उम्र करीब 3 वर्ष है। जो प्रजनन के लिहाज से उपयुक्त आयु है। इससे रिजर्व में बाघों की संख्या बढ़ने की उम्मीद बढ़ी है। वर्तमान में रिजर्व के सभी बाघों की संख्या करीब 2 साल से 9 साल तक की है। डॉ. अंसारी के अनुसार बाघिन को फिलहाल ऐसे स्थान पर छोड़ा गया है। जहां एक अन्य मादा बाघ ने अपना ठिकाना बना रखा है। बाघिनों में आपसी संघर्ष नहीं होते हैं, इसलिए उसके लिए यहां खतरे की संभावना नगण्य है। इसके अलावा यह क्षेत्र मानव आबादी से काफी दूर है, इसलिए बाघिन को जंगल में रहने की अनुकूलता बढ़ेगी। बहुत मुमकिन है कि प्रजनन के बाद यह नया ठिकाना बना ले।
बहरोल क्षेत्र के मिलेनी गांव से सटे जंगल में मिला तेंदुए का शव
इधर बहरोल थाना क्षेत्र के मिलेनी गांव के पास स्थित चितौली बीट में तेंदुए का शव मिला है। जो करीब 4-5 दिन पुराना हो सकता है। ये शव गांव से करीब 300 मीटर दूर मिला है। इसलिए फंदा लगाकर मारने की आशंका भी जताई जा रही है। उत्तर वन मंडल के डीएफओ चंद्रशेखरसिंह ने बताया कि शव का कुछ हिस्सा डी-कंपोज होने लगा था।
इसलिए अंदाजा लगाया जा सकता है कि उसकी मौत कुछ दिन पहले हुई है। शव के बारे में सूचना उसके मांस की दुर्गंध फैलने के बाद मिली।
फिलहाल शव को उठवाकर बुधवार देररात ही जबलपुर स्थित वेटनेररी कॉलेज, पोस्टमार्टम के लिए भेजा जा रहा है। जहां से उसके मौत के वास्तविक कारणों का खुलासा हो सकेगा। इसके अलावा मुखबिर तंत्र के जरिए भी उसकी मौत के कारणों की खोज की जा रही है।
05/02/2025



