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इंदौर के निष्कासित पार्षद के यादव सरनेम पर भड़के यादव लोग

सागर। भाजपा से निष्कासित किए गए इंदौर के पार्षद जितेंद्र उर्फ जीतू  पर यादव समाज भी भड़का हुआ है। क्योंकि जीतू अपने नाम के आगे यादव लगाते हैं। जबकि कहा जा रहा है जीतू जाटव हैं। वे अजा वर्ग से आते हैं इसलिए वह आरक्षित वार्ड से चुनाव लड़ते हैं। इस मामले में अखिल भारतवर्षीय यादव महासभा समेत इंदौर के  यादव समाज से आने वाले कांग्रेस नेता राकेश यादव ने सीएम डॉ. मोहन यादव को एक पत्र भी लिखा है। उनका कहना है कि यादव सरनेम के दुरुपयोग से समाज बदनाम हो रहा है। राकेश यादव का कहना है कि मैंने मुख्यमंत्री जी को  170 लोगों की लिस्ट दी है। जिन्होंने यादव समाज की  संस्थाओं से  जातिगत सर्टिफिकेट लेकर कलेक्टर ऑफिस से जाति प्रमाण पत्र बनवाए हैं। जिसका ये लोग राजनीति, रिश्तेदारी, खेल समेत अन्य क्षेत्रों में दुरुपयोग कर रहे हैं। मेरी मांग है कि इन लोगों व प्रमाण-पत्र जारी करने वालों के खिलाफ एफआईआर दर्ज होना चाहिए। राकेश का कहना है कि जब से मुख्यमंत्री यादव समाज के बने हैं। हम लोग देख हैं कि हर गली  मोहल्ले में तीन घर छोड़ के यादव सरनेम मिल जाएगा। वो यादव है या नहीं यह पता करना बहुत जरूरी है। क्योंकि पूरा समाज बदनाम होता है पूरे देश में हमको शर्मिंदगी उठाना पड़ी। क्योंकि बाहर के शहरों से लोग पूछते थे क्या यादव ऐसे होते हैं ?  

इंदौर में पार्षद कमलेश की शिकायत पर BJP ने जीतू यादव को पार्टी से 6 साल के लिए निष्कासित कर दिया है .. दरअसल पूरा मामला ये था कि बीते दिनों वार्ड 65 के पार्षद कमलेश कालरा और नगर निगम कर्मचारी के बीच हुए विवाद में वार्ड 24 के पार्षद जीतू यादव का नाम सामने आया है। बताया जा रहा है कि कमलेश का जिससे विवाद हुआ वो जीतू यादव का आदमी था.. इस विवाद के बाद कमलेश कालरा औऱ जीतू के बीच बातचीत का ऑडियो भी वायरल हुआ जिसमें जीतू कालरा से बदतमीजी से बात कर रहे थे.. इन सब विवादों के बाद शुक्रवार को 50 से ज्यादा बदमाशों ने पार्षद कमलेश कालरा के घर पर हमला किया था.. हमले के बाद कमलेश कालरा ने भोपाल से लेकर दिल्ली पीएमओ ऑफिस तक इसकी शिकायत की थी.. जिसके बाद जीतू पर पार्टी ने एक्शन लिया.. पुलिस ने जीतू यादव की कुंडली खंगालना शुरू कर दी जिसमें मालूम हुआ कि महज 11 साल की उम्र में जीतू ने परदेसी पूरा इलाके में घर में घुसकर चाकूबाजी की घटना को अंजाम दिया था उस पर 2010 में बाउंड ओवर की कार्रवाई भी की गई थी लेकिन लेकिन इसके बाद जीतू यादव ने राजनीति में कदम रखा 2017 और 2019 में मारपीट औरप्रतिबंधात्मक धाराओं में जीतू पर केस भी दर्ज हुए और 2024 में 36 साल के जीतू यादव परदेसीपुरा इलाके में जुआ खेलते भी पकड़े गए अब तक जीतू तीन बार जेल जा चुके हैं पुलिस के मुताबिक 2019 से जीतू पर कोई केस दर्ज नहीं है लेकिन 11 साल साल की उम्र से लेकर अब तक जीतू पर 11 मामले दर्ज किए जा चुके हैं।

बता दें कि  इंदौर पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज के आधार पर 12 बदमाशों की पहचान की जिसमें से केवल आठ को ही अभी तक गिरफ्तार किया गया है वहीं पार्टी ने एक्शन लेते हुए जीतू को 6 साल के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया है।

11/01/2025

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