पुतलीबाई: देश की पहली महिला डकैत, जिसकी शराब, जेवर और बालों की चोटी सागर में सुरक्षित है

पुतली बाई, जिसका बचपन का नाम गौहर बानो था। पेशे से नर्तकी (बेड़नी) जो आगे जाकर आजाद भारत की पहली महिला डकैत बनी। शोहरत ऐसी कि उसके ऊपर आधा दर्जन फिल्में बनी। कोई फ्लॉप नहीं हुई। औसत से हिट तक रहीं। सागर के जवाहरलाल नेहरू पुलिस अकादमी में इस पहली महिला डाकू उर्फ दस्यु सुंदरी की निजी सामग्री उपलब्ध है। जिसमें उसकी नकली चोटी, ब्रांडी की बॉटल और चांदी का प्याला, जेवरात, रिस्ट वॉच आदि…..इन्ही सब में से खोज-खाज कर आज की कहानी के लिए कुछ मेटेरियल पेश है।

और हां…..इस कहानी में फिल्मी कैरेक्टर की तरह आईपीएस राजेंद्र प्रसाद मोदी का अहम रोल है। जो पिछली स्टोरी में डकैत गबरा उर्फ गब्बरसिंह के खात्मा करते हैं। उनके इस कारनामें का उल्लेख गब्बरसिंह की स्टोरी में इसलिए नहीं किया था ताकि सस्पेंस बना रहे। गब्बर के खात्मे राजेंद्रप्रसाद का फिल्मेटिक रोल जानने-पकड़ने के लिए पिछली स्टोरी की इस लिंक पर क्लिक करें।https://sagarvani.com/article.php?type=article&name=ZZZXZX_GABBAR_STORY&id=495



