खबरों की खबरचर्चितसियासत

रुद्राक्ष धाम की भजन संध्या में दो राजनीतिक धूमकेतुओं की भेंट

शुक्रवार को बामोरा स्थित रुद्राक्ष धाम बामोरा में हो रही भजन संध्या में गूंजेंगे हर-हर शंभु.... हर-हर शंभु

sagarvani.com9425172417

सागर। शुक्रवार को रुद्राक्ष धाम बामोरा में भक्ति रस की धारा बहेगी। साथ ही यहां राजनीति के रंग भी देखने मिल सकते हैं। पूर्व गृहमंत्री एवं वरिष्ठ विधायक( खुरई विस क्षेत्र) भूपेंद्र सिंह यहां स्थित श्री राधाकृष्ण मंदिर परिसर में भजन संध्या का आयोजन कर रहे हैं। संभवतः ये पहला आयोजन होगा जिसमें भाजपा और मप्र की राजनीति के दो धूमकेतु पूर्व केबिनेट मंत्री एवं वरिष्ठतम विधायक (रहली) गोपाल भार्गव और भूपेंद्र सिंह  ऐलानिया मिलेंगे। आयोजक वृंद भले ही इसे कार्यक्रम आधारित मुलाकात बताए लेकिन जिस तरह से सिंह और उनके पुत्र अविराज सिंह ने पूरे सम्मान के साथ भार्गव व उनके बेटे अभिषेक को आमंत्रित किया है। वह साफ बताता है कि इस मुलाकात की अपनी एक पृष्ठ भूमि और अपना एक संदेश है। प्रदेश में भाजपा सत्ता में रहते हुए 20 साल पूरे कर चुकी है। लेकिन इन 20 वर्षों में इन दोनों दिग्गजों के मध्य स्पष्ट टकराव नहीं दिखा तो सुमधुरता भी नहीं ही देखी गई। अलबत्ता एक- दूसरे के प्रति सम्मान व सीनियरिटी का भाव जरूर बना रहा। ये 21 वां साल चल रहा और दोनों ही धुरंधर के बीच की धुंध कम होती दीख रही है। साधारण गणित व समझ वाले इसकी वजह सरकार में स्थान नहीं मिलने को मान सकते हैं। जबकि उससे भी बड़ी वजह, सरकार- संगठन और सरकारी नुमाइंदों द्वारा दोनों की वरिष्ठता व सियासी अनुभव को दरकिनार कर देना है। हालांकि इस मुलाकात की जमीन तैयार होने से पहले दोनों डॉक्टरों यानी डॉ. मोहन यादव व डॉ.विष्णु दत्त को हिंट मिला था। लेकिन उन्होंने इस पर नजर ही नहीं की। याद करें ये दोनों नेता चंद माह पहले इंडस्ट्रियल कॉन्क्लेव में कार बदलने की गलतफहमी के चलते एक संग पहुंचे थे। राजनीतिक जानकारों का कहना है कि  इस ताजा मुलाकात के बहाने ये दोनों निष्णात राजनेता सत्ता- संगठन को कुछ सबक व पाठ सिखाने निकले हैं। जैसे कि, भूपेंद्र सिंह भार्गव के लिए ससम्मान आत्मीयता भरे संबोधन व निमंत्रण से सत्ता-संगठन को वरिष्ठता के सम्मान का सबक सिखाना चाहते हैं। यह दोनों जताना चाहते हैं कि राजनीति में कोई भी युति कभी भी (गठजोड़ या गुट) बन सकती है।  वे यह जताना चाहते हैं कि बात काटने, भोपाल से अफसरों को मैनेज्ड करने से हम जैसों का जनाधार कम नहीं होता….. खैर जो लोग इससे भी ज्यादा जानना चाहते हों वे शुक्रवार शाम 6 बजे रुद्राक्ष धाम परिसर पहुंचे। जहां वे बुंदेलखंड की राजनीति के इस नए अध्याय की शुरुआत के साक्षी बन सकते हैं। जिनकी रुचि इस सब में है ही नहीं, उनके लिए एक अद्भुत भजन संध्या का आयोजन किया गया है। जिसमें हर… हर शंभु…. शंभु फेम अभिलिप्सा पांडा और तेरा दर मिल गया मुझको सहारा हो तो ऐसा…. फेम धीरज बावरा के मशहूर भजन सुनने मिल जाएंगे। यहां बता दें कि इस आयोजन की कमान सिंह के पुत्र अविराज ने संभाल रखी है। वे बीते एक सप्ताह से जिले भर में लोगों को आमंत्रित कर रहे हैं। इस दिन अविराज का जन्म दिन भी है।

28/11/2024

Related Articles

Back to top button
error: Content is protected !!