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सिविल लाइन में पंप पर पेट्रोल-डीजल की मारा-मारी में चली गोली

ड्राइवरों की हड़ताल के कारण डीजल-पेट्रोल का संकट शुरु, अब दवा- खाद्य सामग्री की बारी
– ड्राइवर्स, हिट एंड रन के मामलों में लंबी सजा और बड़े जुर्माने का कर रहे हैं विरोध
सागर। सिविल लाइन स्थित पंप पर पेट्रोल की मारा-मारी में गोली चल गई। चर्चाओं के अनुसार जैसे ही शहर में यह हवा फैली की अगले तीन दिन पेट्रोल मिलना मुश्किल है तो सिविल लाइन के एसटी कोमलचंद पेट्रोल पंप दो पहिया वाहन चालकों की लाइन लग गई। इसी बीच एक युवक बॉटल में पेट्रोल लेने पहुंच गया। मना करने पर उसने पंप के कर्मचारी के साथ मारपीट कर दी। पंपकर्मियों ने विरोध किया तो यह युवक अपने साथ पांच-छ: हथियारबंद लोगों को ले आया। ये लोग पंप पर गं ाीर घटना करने पर आमादा हो गए। जिसके बाद पंप प्रबंधन ने हवाई फायर कर हालात को काबू किया। पंप प्रबंधन का कहना है कि हालात ये हो गए थे कि अगर समय रहते उचित कदम नहीं उठाया जाता तो पंप पर लूट-पाट या आगजनी की घटना भी हो सकती थी। पंप की ओर से सिविल लाइन पुलिस थाने में घटना की सूचना दी गई है। बता दें कि सागर में भारी मालवाहक और तरल पदार्थों की ढुलाई करने वाले टैंकर ड्राइवरों की हड़ताल शुरु हो गई है। जिसका सबसे ज्यादा असर फिलहाल डीजल-पेट्रोल की सप्लाई पर पड़़ा है। शहर के अधिकांश पेट्रोल पंप ड्राय हो गए हैं या कगार पर पहुंच गए हैं। अप्सरा टॉकीज के सामने स्थित पंचशील पेट्रोल पंप पूरी तरह से सूख गया जबकि अग्रवाल पेट्रोल पंप भगवानगंज, राधा तिराधा स्थित डीलक्स पेट्रोल पंप पेट्रोल के लिए बाइक व कार चालक काफी जद्दोजहद करते देखे गए। बता दें कि सड़क दुर्घटना में सजा के नए कानून से ट्रक चालक नाराज हैं। ट्रक चालकों का कहना है कि यदि सड़क हादसे के बाद वह मौके पर रुक गए तो जनता उन पर हमला करके जान ले लेगी। ड्राइवर की सुरक्षा का इस कानून में कोई प्रावधान नहीं है । ट्रक चालकों का कहना है कि कोई भी ड्राइवर जानबूझकर दुर्घटना नहीं करता, इसलिए सरकार को ड्राइवर की से टी के लिए भी कानून बनाने चाहिए।
नरयावली डिपो से इक्का-दुक्का पंपों के लिए टैंकर रवाना हुए
नरयावली स्थित आईओसी और एचपीसीएल के डिपो से रविवार को इक्का-दुक्का टैंकर ही रवाना हुए। ये टैंकर पुलिस और आर्मी के बताए जाते हैं। स्थानीय टैंकर यूनियन के अध्यक्ष रामसिंह मारा ने बताया कि ड्राइवरों ने चाबियां अपने-अपने मालिकों को सौंप दी हैं। इसके चलते डिपो से टैंकर रीफिल नहीं हो पाए। मारा के अनुसार इस डिपो से संभाग के अलावा गुना, सतना, कटनी आदि जिलों के लिए रोजाना करीब 200 -250 टैंकर रवाना होते हैं। लेकिन रविवार को इन जिलों के लिए एक भी टैंकर नहीं निकला।
डीजल-पेट्रोल समेत दवा- खाद्य सामग्री की सप्लाई पर संकट के बादल
ट्रक ड्राइवरों की आसन्न हड़ताल का सबसे ज्यादा असर डीजल-पेट्रोल, दवाओं जैसी अत्यावश्यक उप ाोक्ता वस्तुओं की सप्लाई पर पड़ेगा। इसके अलावा खाद्य तेल, खाद्यान्न सामग्री, फल-सब्जियों की सप्लाई पर भी असर पड़ेगा। सब्जी मंडी के सूत्रों के अनुसार, फिलहाल आलू, प्याज और टमाटर जैसी उपज की आवक पर विशेष असर नहीं पड़ा है। लेकिन हड़ताल होती है तो फल सब्जियों के दामों में 20 से 50 फीसदी तक इजाफा हो जाएगा। जो हड़ताल खिंचने पर बढ़ता ही जाएगा।



