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धनौरा ने जज से की जेल ट्रांसफर की मांग, कोर्ट ने डीजी जेल को भेजा प्रकरण

रोते हुए आए जेल, बोले मुझे मंत्री के इशारे पर जेल सुपरिटेंडेन्ट कर रहे प्रताड़ित, जिला न्यायाधीश प्रथम ने एक घंटे तक कोर्ट में अकेले में लिए धनौरा बयान, धनौरा के परिजन व समर्थकों ने एसपी और कलेक्टर को दिया शिकायती ज्ञापन

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सागर। केंद्रीय जेल सागर में बंद कांग्रेस नेता राजकुमार धनौरा को पुलिस ने जिला न्यायाधीश प्रथम विशेष कोर्ट भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम आलोक मिश्रा के कोर्ट में पेश किया। जहां न्यायाधीश श्री मिश्रा ने धनौरा के कोर्ट के बंद दरवाजों के पीछे करीब घंटे भर बयान लिए। जानकारी के अनुसार धनौरा ने स्वयं के साथ मारपीट के घटनाक्रम के अलावा जेल ट्रांसफर की मांग रखी। जिसके जवाब में न्यायाधीश श्री मिश्रा ने धनौरा ने केंद्रीय जेल अधीक्षक मानवेंद्रसिंह परिहार को निर्देश दिए कि वह विचाराधीन बंदियों के लिए सुप्रीम कोर्ट द्वारा तय की गई गाइडलाइन के तहत उनकी सुरक्षा व विधिक अधिकारों का ध्यान रखें।

दूसरी जेल में शिफ्ट करने के मामले में उन्होंने इस मांग को अपने विधिक क्षेत्र से बाहर बताते हुए प्रकरण को महानिदेशक जेल एवं सुधारात्मक सेवाएं के लिए भेजने का निर्णय लिया। उन्होंने जेल डीजी को निर्देशित किया है कि वह इस संबंध में 15 दिन में स्व-विवेकानुसार निर्णय लेकर इस न्यायालय को अवगत कराएं। इससे पहले धनौरा के समर्थन में आए उनके परिजन व कांग्रेसजनों ने जेल में उनके साथ हो रहे व्यवहार को लेकर कलेक्टर एवं एसपी को एक शिकायती ज्ञापन भी सौंपा।

 

धनौरा के बयान सीलबंद लिफाफे में विधिक सहायता सचिव को भेजे

 जिला न्यायाधीश प्रथम श्री मिश्रा ने धनौरा के काफी समय तक बयान लिए। चूंकि बंद दरवाजे में यह न्यायालयीन प्रक्रिया हुई। इसलिए अधिकृत रूप ये पता नहीं चल पाया कि धनौरा ने किसी व्यक्ति विशेष या तंत्र के बारे में क्या बोला। जानकारी के अनुसार न्यायाधीश श्री मिश्रा ने धनौरा के द्वारा लगाए आरोप-प्रत्यारोप समेत अन्य तथ्यों को एक सील बंद लिफाफे में सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण को भेजने के निर्देश दिए हैं। वरिष्ठ वकीलों का कहना है कि धनौरा के आरोप-प्रत्यारोप की जांच अब यहां पदस्थ जिला न्यायाधीश स्तर के अधिकारी दिनेशसिंह राणा करेंगे। यहां बता दें कि राजकुमार परिजन ने सीनियर एड. अजय घई के माध्यम से जिला विशेष न्यायाधीश श्री मिश्रा के कोर्ट में बुधवार को एक शिकायती आवेदन दिया था। जिसमें उन्होंने मंगलवार को केंद्रीय जेल में किसी बंदी द्वारा राजकुमार धनौरा से मारपीट करने का आरोप लगाते हुए उनके जीवन को खतरा बताया था।

धनौरा के वकील के सवाल पर अधीक्षक ने चुप्पी साधी

 

धनौरा के बयान के पूर्व न्यायाधीश मिश्रा ने केंद्रीय जेल अधीक्षक मानवेंद्रसिंह परिहार को तलब किया था। दोपहर को वह मय प्रतिवेदन के कोर्ट पहुंचे। जहां उन्होंने बताया कि किसी व्यक्ति का विवाद हुआ है। बाद में अन्य लोग उसे ले जा रहे थे तो कुछ लोगों ने मारपीट की। इस जवाब को सुनने के बाद धनौरा के वकील एड.घई ने पूछा कि मेरे पक्षकार का गला दबाने की कोशिश की गई। उसके कपड़ों पर खून लगा है। इस बारे में आप का क्या कहना है। एड. घई के अनुसार जेल सुपरिटेंडेन्ट ने इस मामले में कोई जवाब नहीं दिया।

कांग्रेस प्रत्याशी नीरज शर्मा ने मंत्री का नाम लिए बगैर लगाए आरोप

केंद्रीय जेल से धनौरा को लाए जाने से काफी पहले कोर्ट परिसर में उनके समर्थक व अन्य लोग पहुंच गए थे। उन्हीं में से एक सुरखी विस क्षेत्र से बीते चुनाव में प्रत्याशी रहे नीरज शर्मा ने बगैर नाम लिए कहा कि मप्र शासन के एक मंत्री के इशारे पर धनौरा पर जेल में अत्याचार किया जा रहा है। उनके इसी व्यवहार के कारण हम लोगों ने भाजपा छोड़ी और कांग्रेस ज्वाइन की। वे केवल राजकुमार धनौरा पर अत्याचार नहीं कर रहे। उनसे पूरे क्षेत्र की जनता त्रस्त है। नगर पंचायत अध्यक्ष लाल मियां, पार्षद पुष्पेंद्र मीणा पर झूठे केस दर्ज किए गए। बंटी चौबे को शराब को झूठे मामले में फंसाया गया। आगे वह बोले कि राजकुमार जमानत नहीं हो। इसके लिए मंत्री ताकत लगाए हुए हैं। वह कभी कोई मुकद्दमा लदवा देते हैं तो कभी कोई कागज पेश करवा देते हैं। नीरज शर्मा ने कहा कि मप्र के मुख्यमंत्री अच्छे हैं। मैं उनसे मिलूंगा और कहूंगा कि यहां अपने मंत्री के अत्याचार देख लें।

 

रोते हुए आए धनौरा ने लिया गोविंदसिंह और सुपरिटेंडेन्ट का नाम

दोपहर करीब 01 बजे गोपालगंज थाने की पुलिस जेल वाहन के साथ धनौरा को लेकर कोर्ट पहुंची। धनौरा रोते हुए वाहन से उतरे। मीडिया धनौरा तक सीधे नहीं पहुंच पाए। इसलिए पुलिस ने तगड़ा बंदोबस्त कर रखा था। इसी दौरान उन्होंने दूर से ही चिल्लाकर कर कहा कि मंत्री गोविंदसिंह राजपूत के इशारे पर मेरे साथ जेल अधीक्षक द्वारा मारपीट कराई जा रही है। यह आरोप धनौरा ने कोर्ट से लौटते वक्त दोहराया। उन्होंने कहा कि मेरा परिवार संघी है। हम लोग 50 साल से भाजपा से जुड़े हैं। इसके बावजूद……..इसके बाद पुलिस ने उन्हें धक्का देते हुए जेल वाहन में बंद कर रवाना कर दिया। 

21/11/2024

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