सदर में दो समुदाय के युवक भिड़े, पुलिस नेे बाजार बंद कराया, मुफ्ती साहेब ने जताई छतरपुर कांड पर चिंता
सदर बाजार के घटनाक्रम के बाद आक्रोशित स्थानीय लोग सदर थाने में जमा हुए, पुलिस ने दिया कार्रवाई का आश्वासन

sagarvani.com9425172417
सागर। शहर के कैंट थानांतर्गत सदर बाजार इलाके में शनिवार देरशाम दो अलग-अलग समुदाय के युवकों के बीच में विवाद हो गया। जिसमें वर्ग विशेष के युवकों ने दूसरे समुदाय के युवकों को बुरी तरह से पीट दिया। कैंट पुलिस ने एहितयातन भीड़- भाड़ वाले सदर बाजार क्षेत्र को बंद करा दिया। इसके बाद प्रभावित वर्ग के युवक और अन्य सामाजिक धार्मिक संगठन के लोग कैंट थाने पहुंच गए। पुलिस के अनुसार मामला पूणर्त: नियंत्रण में है। संबंधितों पर उचित कानूनी कार्रवाई की जा रही है। इधर चर्चाओं के अनुसार

दोनों पक्षों के बीच कोई पुराने लेन-देन का विवाद था। जबकि आहत युवकों का कहना था कि हम लोग सदर बाजार में हलछठ पर्व की पूजन सामग्री की दुकान लगाए थे। तभी दूसरे वर्ग के युवक आए और हम लोगों ने बैठकी के नाम पर अवैध वसूली करने लगे।
घटनाक्रम का पता चलते ही पहुंची पुलिस और हालात पर काबू पा लिया
जानकारी मिली है कि वर्ग विशेष के जिन युवकों ने इन लड़कों के साथ मारपीट की है। वे लोग पूरे समय आवारागर्दी करते रहते हैं। स्थानीय स्तर पर सट्टा पर्ची काटने में वे संदेही रहे हैं। बहरहाल ताजा घटनाक्रम की जैसे ही कैंट पुलिस को खबर मिली तो मौके पर तत्काल पुलिस टीमें रवाना की गईं। हालात का कोई भी तबका बेजा फायदा नहीं उठा ले। इसलिए सबसे पहले बाजार बंद कराकर लोगों से भीड़ को तितर-बितर किया गया। इसके बाद सदर के संकट मोचन मंदिर, विष्णु चौराहा समेत आसपास पुलिसकर्मी तैनात कर दिए गए।
मुफ्ती बोले, किसी के साथ नाइंसाफी न हो
इधर चार दिन पहले छतरपुर में हुए घटनाक्रम के संबंध में सागर शहर की जमीयत उलेमा ए हिंद ने मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के नाम संभागीय कमिश्नर डॉ. वीरेंद्र रावत को एक ज्ञापन दिया है। जिसमें इस संस्था के जनरल सेक्रेटरी मुफ्ती अबरार उल हक ने कहा है कि छतरपुर का घटनाक्रम अफसोस जनक है। लेकिन पुलिस-प्रशासन
इस मामले में किसी भी बेगुनाह के साथ नाइंसाफी नहीं हो। यह सुनिश्चित होना चाहिए। मुफ्ती अबरार ने कहा कि इस मामले में जो भी अराजक और शरारती तत्व शामिल थे। उन पर कड़ी कानूनी कार्रवाई होना चाहिए। साथ ही मुफ्ती ने यह भी कहा है कि एक धार्मिक संत द्वारा वर्ग विशेष की सर्वोच्च धार्मिक शख्सियत के बारे में विवादित टीका-टिप्पणी की गई तो छतरपुर पुलिस ने इस मामले में एफआईआर क्यों दर्ज नहीं की। उन्होंने फिर दोहराया कि इस मामले में दोषियों पर कार्रवाई हो लेकिन
बेकसूरों के साथ कोई अन्याय नहीं हो। आखिर में उन्होंने शहर-प्रदेश की जनता से अपील की है कि वह हर हाल में अमन और शांति बनाए रखें। देश की कानून व्यवस्था पर भरोसा रखें। बता दें कि छतरपुर में उन्मादी भीड़ ने 4 दिन पहले स्थानीय पुलिस थाने पर पथराव किया था। जिसके बाद जवाब में पुलिस-प्रशासन ने इस बवाल के मुख्य किरदार की आलीशान नवनिर्मित हवेली को जमींदोज कर दिया था। कई लोगों की गिरफ़्तरी की गई थी। बहुत से लोग गायब हैं। पुलिस उनकी तलाश कर रही है।
24/08/2024



