बस ऑपरेटर्स की मशाल से मशाल जलाने पहुंचे शहरवासी, जुलूस निकाल किया विरोध प्रदर्शन
रक्षा बंधन सिर पर है, लोगों को खलने लगी है नेता-अफसरों की चुप्पी, ऑपरेटर्स ने इस मंगलवार को शहर बंद का आह्वान किया

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सागर। जिला बस ऑपरेटर्स एसोसिएशन ने शनिवार शाम मशाल जुलूस निकालकर प्रभावी विरोध प्रदर्शन किया। उनकी मांग को मजबूती देने शहर के कई संगठन और नागरिक पहुंचे। जिन्होंने मशाल थामकर बस स्टैंड की शिफ्टिंग को गैर-जरूरी और आम जनता के लिए कष्टकारी बताया। जुलूस देख शहर के प्रमुख तिराहों-चौराहों पर चर्चा रही कि ऐसा प्रभावी मशाल जुलूस बीते कई साल बाद निकला। ऑपरेटर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष संतोष पांडे ने कहा कि हमारी एक ही मांग है कि प्राइवेट और सरकारी बस स्टैंड को उनके पुराने स्थान से ही संचालित किया जाए।
अपनी इस मांग को मजबूती देने के लिए मंगलवार को शहर बंद का आह्वान करेंगे। एसोसिएशन के सदस्य अशोक श्रीवास्तव, अतुल दुबे, छुट्टन तिवारी, चैतन्य कृष्ण पांडे आदि का कहना है कि शहर के व्यापारिक संगठनों से हमें लगातार समर्थन मिल रहा है। क्योंकि यह हमारी अकेली समस्या नहीं है। बस स्टैंड की शिफ्टिंग से सभी को परेशानी हो रही है। जनप्रतिनिधियों-प्रशासन को इस बात का एहसास नहीं है कि
कई लोग ऐसे हैं। जिनका शहर के विभिन्न अस्पताल-क्लीनिकों में उपचार चल रहा है। लेकिन वह भी आधा-अधूरा इलाज कराने को मजबूर हैं। कई छात्र-छात्राएं हैं। जो बीते चार-पांच दिन से सागर या आसपास के स्कूल-कॉलेज नहीं आ जा पा रहे। लोग जन्म-मरण जैसे मौकों पर भी आने-जाने के लिए परेशान हैं।
रक्षा बंधन से पहले बसें और बाजार बंद, अफसर-नेता बेपरवाह
बस ऑपरेटर्स द्वारा बीते 5 अगस्त से बसों का संचालन पूर्णत: बंद कर दिया गया है। संभाग के अन्य जिलों से रात के समय ही इक्का-दुक्का बसें अन्य शहरों के लिए संचालित हो रही हैं। सबसे ज्यादा परेशानी बगैर रेलवे रूट वाली इलाके जैसे देवरी, बंडा, शाहगढ़, जैसीनगर, राहतगढ़, मालथौन और उनके लगे
हुए गांव के रहवासियों को हो रही है। उनके पास आवाजाही के लिए किफायती साधन नहीं हैं। यह तब की स्थिति है, जब देश का दूसरा सबसे बड़ा त्योहार रक्षा बंधन सिर पर है। जिसमें सबसे ज्यादा आवाजाही होती है। बीच में एक दिन बाजार भी बंद रहेगा।
चुप्पी का बड़ा कारण… अपने-अपने ‘स्वार्थ ‘
राज्य सरकार के नुमाइंदे से लेकर अफसर भी इस मामले में चुप्पी साधे हुए हैं। इस मामले में न तो अब तक जिला मुख्यालय से लेकर अन्य विस क्षेत्र के विधायक, महापौर, स्थानीय सांसद, मंत्री किसी ने भी रास्ता निकालने की कोशिश
नहीं की है। चर्चा है कि यह लोग इसलिए चुप हैं कि नए बस स्टैंड, खासकर न्यु आरटीओ तरफ के इलाके में इनके अपने-अपने स्वार्थ हैं। शहर हित की आड़ लेकर ये लोग चुप रहकर बस स्टैंड की शिफ्टिंग को सही बताने
की कोशिश कर रहे हैं। इस मामले में जिला प्रशासन के अगले कदम के बारे में जानकारी लेने के लिए कलेक्टर संदीप जीआर को फोन किया तो कॉल रिसीव नहीं हुआ।
10/08/2024



