अपराध और अपराधीचर्चितसियासत
बरोदिया नौनागिर हत्याकांड में नया खुलासा, मृतक पर आधा दर्जन से अधिक अड़ीबाजी, चोरी के केस थे दर्ज
मृतक पर चोरी, गृह भेदन, हथियार बंद मारपीट के सात मामले दर्ज थे, ग्रामीणों के मुताबिक तलवार घुमाने पर की गई सामूहिक मारपीट पुलिस-प्रशासन के हस्तक्षेप और मुआवजे के आश्वासन के बाद परिजनों ने किया अंतिम संस्कार
सागरवाणी डेस्क। 9425172417
सागर। दो दिन पहले खुरई ग्रामीण थाना क्षेत्र के बरोदिया नौंनागिर गांव में हुई युवक लालू उर्फ नितिन अहिरवार की हत्या को लेकर राजनैतिक और सामाजिक संगठनों की बयानबाजी और दौरे शुरु हो गए हैं। इस बीच इस हत्याकांड में एक नया खुलासा हुआ है। 

जिसके अनुसार मृतक लालू भी एक आपराधिक प्रवृत्ति का युवक था। उसके खिलाफ बीते तीन साल में सात पुलिस केस दर्ज किए गए थे। जिनमें चोरी, गृह भेदन, अड़ीबाजी से लेकर हथियारबंद होकर मारपीट आदि के मामले शामिल थे। स्थानीय ग्रामीणों का तो यहां तक कहना है कि यह घटनाक्रम टाला जा सकता था, अगर मृतक तलवार लेकर गांव के बस स्टैंड पर गाली-गलौज और उत्पात नहीं करता। लेकिन जब युवक काबू में नहीं आया तो एक दर्जन से अधिक लोगों ने उस पर हमला बोल दिया। जिससे उसकी मौत हो गई। ग्रामीणों के अनुसार लालू व उसका भाई गांव में अपना आतंक कायम करना चाहते थे। उसके बड़ेे भाई विरुद्ध भी खुरई थाने में आपराधिक केस दर्ज हैं। मृतक और उसके भाई के खिलाफ आपराधिक केस होने की पुष्टिï एडिशनल एसपी बीना डॉ. संजीवकुमार उईक ने भी की है।
मृतक बहन छेड़छाड़ बता रही, पुलिस फाइल में मारपीट दर्ज
इस घटनाक्रम की जड़ को लेकर मृतक लालू की बहन बीते दो दिन से बयान दे रही है कि मेरे साथ गांव के दबंगों ने छेड़छाड़ की थी। और आरोपी इसी मामले में मेरे परिवार पर राजीनामे का दबाव बना रहे थे। इधर एसडीओपी डॉ. उईके का कहना है कि इस लड़की के साथ छेड़छाड़ के बजाए मारपीट हुई थी। तत्कालीन थाना प्रभारी ने आरोपियों के विरुद्ध मारपीट की धाराओं समेत अजा एक्ट का केस दर्ज किया था। आरोपियों की गिरफ्तारी भी हुई थी।
कलेक्टर-एसपी की समझाइश के बाद किया अंतिम संस्कार
घटनाक्रम के बार अजा वर्ग के जुड़े सामजिक संगठनों के अलावा मप्र कांग्रेस कमेटी का एक प्रतिनिधि मंडल भी मौके पर पहुंच गया था। वे सभी आरोपियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे थे। इधर मृतक लालू के परिजन ने उसका दाह-संस्कार करने से इनकार कर दिया था। हालात को समझते हुए कलेक्टर दीपक आर्य और प्रभारी एसपी डॉ. संजीव उईके भी इस परिवार के पास पहुंच गए। परिजनों ने उनके समक्ष परिवार को पुलिस सुरक्षा, बंदूक का लाइसेंस, आरोपियों के मकान गिराने, परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी और बतौर मुआवजा 1करोड़ देेने की मांग रखी। जवाब मेें कलेक्टर ने उन्हें गिरफ्तार आरोपियों के बारे में जानकारी दी। बताया कि फरार आरोपियों की तलाश के लिए टीमें रवाना की गई हैं। घटनाक्रम को देखते हुए उचित मुआवजा भी दिलाया जाएगा। इसके बाद गांव के लोगों की समझाइश के बाद दोपहर करीब 2 बजे परिजन अंतिम संस्कार के लिए राजी हो गए।
27/08/2023



