ब्रेकिंग न्यूज़
Trending

जिन सिटी बस को मंत्री विजयवर्गीय सागर में संचालित बता रहे थे, वे कटनी में स्कूली बच्चों को ढो रहीं!

           sagarvani.com9425172417

सागर। नगरीय विकास एवं आवास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय भले ही विधानसभा में दावा करें कि सागर में सिटी बसों का संचालन हो रहा है। लेकिन सच्चाई ये है कि ये बस का संचालन करीब साल भर से बंद है। और तो और ऑपरेटर्स ने मनमाने ढंग से इन बसों को दूसरे जिलों में उपयोग परिवर्तन कराकर संचालित कराना शुरु कर दिया है। ऐसा ही एक मामला यहां की चार बसों का कटनी में संचालित होने का है। जानकारी के अनुसार इन चार बसों का रातों-रात उज्जैन आरटीओ मेें बतौर स्कूल बस रजिस्ट्रेशन करा लिया गया। जो अब कटनी के सीएम राइज स्कूल में अटैच होकर स्कूली बच्चों को ढो रहीं हैं। चर्चाओं के अनुसार इन बसों को मोडिफाय भी कराया गया है। जिसके बाद बसों की सिटिंग संख्या 32 से 52हो गई है। बता दें कि सागर स्मार्ट सिटी कंपनी में दो ऑपरेटर 13-13 बसों का संचालन कर रहे थे। जिनमें से एक ऑपरेटर शहरी सांई ट्रेवर्ल्स प्रो. मोहन कुशवाहा व दूसरा मीर ट्रांसपोर्ट भोपाल प्रो. मोहम्मद सादिक है। जिन बसों का कटनी में संचालन किया जा रहा है। उनके ऑपरेटर मोहन कुशवाहा बताए जा रहे हैं। सूत्रों के अनुसार कटनी में एमपी 15जेडडी-3524, एमपी 15 जेडसी-6966, एमपी 15जेडसी- 6901 और एमपी 15 जेडसी 6910 का संचालन किया जा रहा है। स्मार्ट सिटी के बसों के मनमाने उपयोग का यह पहला मामला नहीं है, इसके पूर्व कुंभ मेला प्रयागराज के लिए भी बगैर किसी अनुमति के संचालन किया गया था।

स्मार्ट सिटी ट्रांसपोर्ट कंपनी बेखबर, अब नोटिस-पेनॉल्टी का दावा

बसों के गायब होकर उज्जैन पहुंचने और फिर कटनी में संचालित होने के बारे में सागर स्मार्ट सिटी कंपनी लिमिटेड काफी दिनों तक बेखबर रही। बाद में किसी शिकायत के बाद स्मार्ट सिटी की सिटी ट्रांसपोर्ट कंपनी को इस बारे में जानकारी मिली। इस बारे में कंपनी के कर्मचारी सुरेशकुमार ने बताया कि हाल ही में इस बारे में जानकारी मिली है। ऑपरेटर को नोटिस जारी कर दिए गए हैं। उससे 2000 रु. प्रतिदिन का जुर्माना भी वसूला जाएगा। इधर बसों के अन्यत्र संचालित होने और उनके उपयोग परिवर्तन को लेकर भी सवाल खड़े किए जा रहे हैं। जानकारी के अनुसार इन बसों को अमृत योजना के तहत सब्सिडी आधार पर संचालित किया जा रहा था। संबंधित फाइनेंस कंपनी ने बसों को सिटी बस के रूप में फाइनेंस किया था। वहीं इन बसों को बगैर स्मार्ट सिटी कंपनी के जानकारी में लाए मोडिफाय नहीं कराया जा सकता था लेकिन ऑपरेटर ने इस सब की परवाह किए बिना बसों का इंदौर में नए सिरे पंजीयन करा लिया।

बमुश्किल चार बसें चल रहीं, बाकी सब कैंट एरिया में खड़ी

स्मार्ट सिटी कंपनी की बसों का संचालन मई 2023 से शुरु किया गया था। शुरुआती दौर में इन 26 बसों को नगर निगम क्षेत्र में चलाया गया। लेकिन बाद में पर्याप्त ट्रैफिक नहीं मिलने के कारण ऑपरेटर्स ने इनके संचालन के लिए शहर के 25 किमी के दायरे में संचालन की अनुमति मांगी। जो उन्हें नहीं दी गई। इसके अलावा आरटीओ ने प्रति सीट किराया भी 90 रु. से बढ़ाकर 200 रु. कर दिया। जिसके बाद यह बसें एक के बाद एक बंद होती गईं। ताजा स्थिति में शहर में महज चार बसों का संचालन हो रहा है। इनमें से भी एक-दो बसें जब-तब बंद होती रहती हैं। वर्तमान में यह बसें पीली कोठी पर वात्सल्य स्कूल के बाजू वाले मैदान में खड़ी देखी जा सकती हैं।

02/09/2025

Related Articles

Back to top button
error: Content is protected !!