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खुरई: पत्नी ने बताई सामूहिक आत्महत्याकांड की वजह! गांव से एक रिश्तेदार हुआ गायब

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सागर। खुरई के टीहर गांव में एक परिवार के चार लोगों की आत्महत्या के मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। दरअसल मृतक मनोहर लोधी की पत्नी द्रौपदी ने घर से शव यात्राएं निकलने के पहले ही अपना मुंह खोल दिया। बताया जाता है कि परिवार-कुटुम्ब की महिलाओं ने उस पर जोर डाला और सास, पति, बेटा- बेटी की सामूहिक आत्महत्या का कारण पूछा। पहले तो वह कुछ गुमसुम रही। फिर अचानक फट पड़ी और उसने कहा कि इन चारों की मौत के लिए गांव का ही सुरेंद्र सिंह लोधी जिम्मेदार है। द्रोपदी के मुताबिक सुरेंद्र उसका रिश्ते का देवर लगता है।

सामूहिक आत्महत्या करने वाला परिवार

फोन करता था, घर तबाह करने की धमकी देता था

द्रोपदी का कहना है कि सुरेंद्र मुझे दो साल से परेशान कर रहा था। वह अक्सर घर आता था। बोलता था कि किसी को कुछ बताया तो तुम्हारा घर मिटा (तबाह कर) दूंगा। चर्चा है कि मनोहर व अन्य मृतकों को इस सब के बारे में जानकारी हो गई थी। इसलिए मनोहर का पत्नी द्रोपदी से झगड़ा होता रहता था। इसी कड़ी में मनोहर ने शुक्रवार को द्रोपदी के भाई को बुलाया और उसे मायके भेज दिया। मनोहर का यह साला खुरई में ही रहता था इसलिए द्रोपदी देवरी जाने के बजाए खुरई में ही रुक गई। सूत्रों का कहना है कि इस मामले में कुछ वीडियो क्लिप्स की भी भूमिका निकल सकती है। इधर इस घटनाक्रम में संदेही बताया जा रहा सुरेंद्रसिंह लोधी इन मौतों के प्रकाश में आते ही गायब हो गया है। रिश्तेदारी होने के बावजूद वह शवयात्रा-अंत्येष्टि में भी नहीं दिखा।

तीन पीढ़ी के चार लोगों ने कर ली थी आत्महत्या

सामूहिक आत्महत्या की ये घटना शुक्रवार देर रात की है। टीहर गांव में  आबादी से दूर खेत में बने एक  मकान में मनोहर लोधी (42) , उसकी मां फूलरानी लोधी (70) बेटी शिवानी (18) और बेटा अनिकेत (16) ने जहरीला पदार्थ खाकर सामूहिक रूप से जान दे दी थी। शुरूआती जानकारी के अनुसार मनोहर का  पत्नी द्रोपदी से विवाद चलता रहता था। जिसके चलते बच्चे भी उसे पसंद नहीं करते थे। इसलिए वे अपने सुसाइड नोट में द्रोपदी को एक पैसा नहीं देने की बात लिख गए थे। इस दिल-दहला देने वाले घटनाक्रम को लेकर  मनोहर के बड़े भाई नंदराम सिंह लोधी ने बताया था कि हम लोग गांव में रहते हैं। छोटे भाई मनोहर का परिवार और मां सहित एक अन्य भाई खेत पर बने मकान में रहते हैं। रात को मंझले भाई का फोन आया कि मनोहर, मां और उसके दोनों बच्चों को उल्टियां हो रही हैं। हालात खराब है। जब तक आसपास के लोग और परिजन पहुंचे तब तक बुजुर्ग फूलरानी और उनके पोते अनिकेत की मौत हो चुकी थी। मनोहर और उसकी बेटी शिवानी को गंभीर हालत में अस्पताल ले जाया गया था, जहां शिवानी ने इलाज के दौरान तो उसके पिता मनोहर ने सागर ले जाते समय एंबुलेंस में दम तोड़ दिया।

27/07/2025

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