वाह री पुलिस….. केस कोतवाली का और उठाने पहुंच गए कैंट के सिपाही
साधारण विवाद में कैंट के एक सिपाही ने दो दिन पहले कोतवाली में दर्ज कराई थी एफआईआर

सागर। कटरा बाजार में शुक्रवार दोपहर को उस समय अफरा-तफरी मच गई। जब एक दुकानदार युवक को तीन पुलिस वाले जबरिया अपने साथ ले जाने लगे। ये देख आसपास के व्यापारी वहां जमा हो गए और पुलिसकर्मियों से उसे ले जाने का कारण पूछा। उनके वीडियो बनाने शुरु कर दिए। सिपाहियों ने जवाब दिया, कैंट थाने ले जा रहे हैं। जब उनसे युवक का जुर्म पूछा तो ये लोग बगले झांकने लगे। इसके बाद वे एक के बाद एक मौके से खिसक गए।
इस घटनाक्रम के बाद दुकानदार युवक ने कोतवाली थाने में तीनों पुलिसकर्मियों के खिलाफ गाली-गलौज, झूमा-झटकी और अपहरण की शिकायत की है। शिकायकर्ता का नाम गोलू केशरवानी है। उसके मुताबिक अपहरण की गरज से आए सिपाहियों के नाम सत्येंद्र राजपूत, विशाल रावत है। तीसरे ने अपनी शर्ट से नेम प्लेट हटा रखी थी, इसलिए उसका नाम मालूम नहीं चल पाया है लेकिन इन तीनों के स्पष्टï वीडियो हैं। जिससे उनकी कारगुजारी जाहिर हो रही है।
दो दिन पहले कोतवाली थाने में झूठी एफआईआर कराई
गोलू केशरवानी का कहना है कि कैंट थाने में पदस्थ सिपाही सत्येंद्र राजपूत तीन दिन पहले मेरी दुकान पर अपनी पत्नी के साथ लेडी गारमेंट्स लेने आया था। रंग, डिजाइन व कीमतों को लेकर साधारण बातचीत हुई लेकिन सत्येंद्र अचानक गाली-गलौज पर उतर आया। इसके बाद वह मेरी रिपोर्ट करने कोतवाली पुलिस थाने पहुंच गया। मैं भी पीछे से पहुंच गया। जहां अन्य पुलिसकर्मियों की समझाइश पर मैंने गलती नहीं होने के बावजूद इस दंपती से माफी मांग ली। मुझे लगा मामला खत्म हो गया। लेकिन अगले दिन इस पुलिसकर्मी ने वरिष्ठ अधिकारियों को झूठी-सच्ची कहानी सुनाकर मेरे खिलाफ एफआईआर दर्ज करा दी। आज आज यह घटनाक्रम सामने आया।
सिपाही कैंट के और युवक को उठाने कोतवाली थाना क्षेत्र में पहुंच गए
इस पूरे घटनाक्रम में सबसे बड़ा सवाल पुलिस की निरंकुशता का है। दरअसल इस युवक गोलू केशरवानी से पुलिस को कोई पूछताछ करना भी थी तो एफआईआर के अनुसार यह काम कोतवाली पुलिस थाने का था। लेकिन यहां युवक को फिल्मी अंदाज में उठाने के लिए कैंट से सिपाही पहुंच गए। इस मामले में कोतवाली पुलिस थाना प्रभारी मनीष सिंघल का कहना है कि मेरे दो सिपाही गोलू की दुकान पर मौका नक्शा बनाने गए थे। वे विधिवत काम कर लौट आए। वीडियो में जो अन्य तीन सिपाही दिख रहे हैं उनमें से एक रिपोर्टकर्ता सत्येंद्र राजपूत है और बाकी दो कैंट थाने के सिपाही हैं। वो वहां कैसे और क्यों पहुंचे। इसका जवाब मैं नहीं दे सकता।
कैंट थाने से मामले की तस्दीक कर कार्रवाई करेंगे
कैंट थाने के सिपाही द्वारा की गई रिपोर्ट का मामला मेरी जानकारी में है। उसके बाद आज क्या घटनाक्रम हुआ इसके बारे में, मैं कैंट थाने से तस्दीक करूंगा। इसके बाद संबंधित पर नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।
– ललित कश्यप, सीएसपी, सागर
23/05/2025



