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वायरल वीडियो: बेईमान, बेशर्म खरीद केंद्र प्रभारी ! कई दिन से गीला कर रहा था गेहूं

खरीद संचालक को जेल भेजने के बजाए कागजी जवाब-तलबी में जुटा प्रशासन

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सागर। परसोरिया स्थित जेके वेयर हाउस में संचालित सेवा सहकारी समिति सानौधा के खरीद केंद्र में पूरा का पूरा गेहूं पानी में तर कर वेयर हाउस भेजा जा रहा था। इसकी पुष्टि वेयर हाउस से जब्त डीवीआर के फुटेज से हो रही है। खाद्य सुरक्षा एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग के अधिकारियों ने चार दिन पहले 13  मई को इस वेयर हाउस के सीसीटीवी रिकॉर्ड को जब्त किया था। जिनको खंगालने पर स्पष्ट हो रहा है कि खरीद केंद्र के संचालक हेमंत तिवारी की इसमें पूरी मिली भगत है। अलग-अलग कैमरों से दिख रहा है कि खरीद केंद्र से गेहूं लोड करने के बाद उनमें वेयर हाउस के बोर से पानी भरा जाता था। ऐसा एक दिन नहीं कई दिन से चल रहा था।

कई  दिन से चल रहा था गेहूं गीले करने का खेल 

sagarvani.com के पास उपलब्ध वायरल वीडियो में 27 अप्रैल, 4 मई और 13 मई 2024 को कभी ट्रक पर तो कभी गेट के पास पानी के पाइप से गेहूं को तर-बतर किया जा रहा है। बता दें कि गेहूं की बोरियों को पानी से गीला करने पर उसका वजन बढ़ जाता है। जिससे कतिपय केंद्र के संचालक व अन्य को गेहूं की चोरी करने का मौका मिल जाता है। एक अनुमान के अनुसार पानी डालने से प्रत्येक बोरी का वजन औसतन 2- 3 किलो तक बढ़ जाता है। उसकी इस बेईमानी का खुलासा एक ट्रक ड्राइवर व कंडक्टर ने अपने मोबाइल फोन से वीडियो शूट कर किया है। जानकारी के अनुसार खरीद संचालक ने ट्रक ड्राइवर पर खरीद केंद  से सांईखेड़ा वेयर हाउस तक के परिवहन के दौरान 7 क्विंटल गेहूं चोरी करने का आरोप लगाया था।

 

गेहूं में पानी की तराई का यह मामला सामने आने के बाद संबंधितों पर अब तक कोई कठोर कार्रवाई नहीं की गई है। केंद्र संचालक द्वारा गेहूं का उपार्जन 15 मई तक किया गया। यह तब के हालात हैं, जब इसी जिले से प्रदेश के खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग के मंत्री का जिम्मा सुरखी से विधायक गोविंदसिंह राजपूत के पास है।

 

खाद्यान्न दूषित करने वाले को सिविल  जेल भेजना चाहिए

सीनियर एड. अजयदीप मिश्रा का कहना है कि ये मामला सीधे – सीधे बेईमानी, अमानत में खयानत के साथ-साथ खाद्यान्न सामग्री को जान-बूझकर सड़ने योग्य बनाने का भी है। जो मानव जीवन के साथ खिलवाड़ करने के बराबर है। प्रशासन को इस मामले में सख्त कार्रवाई करते हुए सबसे पहले केंद्र संचालक को गिरफ्तार करना चाहिए। इसके बाद उसके द्वारा गीला कर शिफ्ट किए गए गेहूं के सेम्पिल लेकर उनके उपचार/ सुखाने की व्यवस्था करनी चाहिए। समिति की अनुज्ञा तत्काल सस्पेंड कर देना चाहिए। 17/05/2024

 

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