शोध पीठ की दुर्दशा के बाद विवि प्रशासन की डॉ. अंबेडकर के प्रति जागी अति श्रद्धा !
डॉ.भीमराव के प्रति "आस्था" दिखाने विवि में आनन-फानन में कार्यक्रम

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सागर। डॉ. अंबेडकर चेयर की दुर्दशा सामने आने के बाद डॉ. हरीसिंह गौर विवि प्रशासन, देश के संविधान निर्माता के आस्था जताने की कोशिश कर रहा है। इसी कड़ी में रविवार को डॉ. अंबेडकर की जयंती के अवसर पर विवि में दो कार्यक्रम हुए। इनमें से एक कार्यक्रम, जो डॉॅॅ. अंबेडकर सेंटर ऑफ एक्सीलेंस द्वारा पूर्व से आयोजित था। वहीं दूसरा कार्यक्रम विवि के प्रभारी रजिस्ट्रार डॉ. एसपी उपाध्याय की अध्यक्षता में आयोजित हुआ। विवि प्रशासन को ही बगैर सूचना के यह कार्यक्रम डॉ. अंबेडकर चेयर में हुआ। जिसमें बमुश्किल 4-6 लोगों ने शिरकत की।
विवि की आधार शिला पर केक काटा
डा.आंबेडकर उत्कृष्ट केंद्र डॉक्टर हरि सिंह गौर विश्वविद्यालय सागर. मे बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर सी 133 वीं जयंती का कार्यक्रम आयोजित किया गया जिसमें बड़ी संख्या में शिक्षक व विद्यार्थी सम्मिलित हुए। कार्यक्रम में मूल रूप से विद्यार्थियों के द्वारा. डॉ आंबेडकर के जीवन एवं उनके कार्यों पर प्रकाश डाला गया। कार्यक्रम की मुख्य वक्ता केंद्र की समन्वयक प्रोफेसर चंदाबेन ने विद्यार्थियों की भागीदारी पर संतोष जाहिर किया। उन्होंने कहा कि भविष्य में भी वह डॉ भीमराव अंबेडकर के बारे में अध्ययन करें और इसे अपने समाज एवं देश तक पहुंचाएं। कार्यक्रम के डॉ वीरेंद्र मटसानिया, डॉ. रानहेत गौतम, सतीश जी, अजब सिंह, बालचंदआदि ने अपने विचार व्यक्त किया। कार्यक्रम के समापन पर केंद्र के उप-समन्वयक प्रोफेसर राजेश गौतम ने आभार व्यक्त किया। इसके बाद सभी लोग विवि के स्थापना स्तंभ के पास एकत्रित हुए। वहां उनके नाम का केक काटा गया एवं मोमबत्ती जलाकर नारे लगाए गए।
बस चार-छ: लोग माल्यार्पण करने पहुंचे
विवि में एक अन्य कार्यक्रम डॉ. अंबेडकर की शोध पीठ पर आयोजित हुआ। जैसा कि पहले ही बताया जा चुका है कि इस आयोजन के बारे में विद्यार्थी तो ठीक स्टाफ को भी जानकारी नहीं थी। इसलिए इसमें कोई विशेष संख्या में लोग नहीं पहुंचे। मुख्य अतिथि के रूप में प्रभारी रजिस्ट्रार डॉ. उपाध्याय पहुंचे और उन्होंने डॉ. अंबेडकर के चित्र पर माल्यार्पण किया। यही क्रम अन्य लोग डॉ. कालीनाथ झा, डॉ. आरती बेंद्रे, डॉ. पंकज सिंह और डॉ. देवेंद्रसिंह ने भी दोहराया। विवि सूत्रों के अनुसार यह आयोजन चंद मिनटों में ही खत्म हो गया। बहरहाल यहां बता दें कि sagarvani.com ने डॉ. अंबेडकर की जयंती के दो दिन पहले ही उनके पर बनी शोध-पीठ की दुर्दशा पर एक खबर
बाबा साहब की जयंती कल और विवि में अस्तित्व के लिए जूझती अंबेडकर पीठ
प्रकाशित की थी। साथ में बताया था कि विवि प्रशासन ने अपने कैलेंडर तक में बाबा साहब की जयंती को स्थान नहीं दिया है। बताया जा रहा है कि इस खबर के प्रकाशन के बाद से कुलपति डॉ. नीलिमा गुप्ता समेत उनके केबिनेट के प्रमुख सदस्य सक्रिय हो गए थे। उनके द्वारा शनिवार को रजिस्ट्रार के कार्यालय में और रविवार को अंबेडकर शोध पीठ पर ये आयोजन किए गए।
14/04/2024



