बोर्ड परीक्षा: पेपर लीक रोकने परीक्षार्थियों से लेकर शिक्षक, आब्जर्वर सभी रहेंगे राडार पर
इस दफा सोशल मीडिया पर विशेष रूप से रहेगी नजर, सीबीएसई की तर्ज पर होगी निगरानी

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सागर। राज्य में हाई व हायर सकेंडरी स्कूल की अगले महीने से होने जा रही परीक्षाओं को लेकर माध्यमिक शिक्षा मंडल खासी गोपनीयता और सक्रियता बरत रहा है। इस दफा परीक्षा के पूर्व से लेकर आखिर तक विद्यार्थियों से लेकर शिक्षक और आब्जर्वर शिक्षा विभाग के राडार पर रहेंगे। इस व्यवस्था से सोशल मीडिया को भी अछूता नहीं रखा गयाहै। शिक्षा विभाग के एक उच्च पदस्थ अधिकारी ने बताया कि बोर्ड परीक्षाओं की निगरानी बहुत हद तक सीबीएसई द्वारा अपनाए गए उपायों को देखते हुए की गई है। जानकारी के अनुसार राज्य में 3800 से अधिक परीक्षा केंद्रों में से करीब 600 परीक्षा केंद्रों पर संबंधित कलेक्टर द्वारा आब्जर्वर नियुक्त किए जाएंगे। संभव है कि इनमें सागर से भी कुछ केंद्र शामिल किए जाएं। ये विशेष आब्जर्वर सुबह 8 बजे से दोपहर 1 बजे तक उस परीक्षा केंद्र पर ही मौजूद रहेंगे। जो प्रत्येक दिन की परीक्षा खत्म होने के बाद माशिमं को ऑनलाइन रिपोर्ट भेजेंगे। परीक्षा 25 फरवरी से 19 मार्च तक चलेंगी। दोनों परीक्षा में 18 लाख से अधिक विद्यार्थी शामिल होंगे। हाई स्कूल की परीक्षा 27 फरवरी- 19 मार्च एवं हासे की परीक्षा 25 फरवरी- 24 मार्च तक चलेंगी।
एप के जरिए थाने से पेपर निकलवाने की होगी जिम्मेदारी
कलेक्टर जिन अधिकारियों को अपना प्रतिनिधि बनाएंगे। उनकी जवाबदेही होगी कि वे एमपी बोर्ड के स्पेशल एप के जरिए संबंधित पुलिस थाने से पेपर निकलवाकर केंद्रों तक सुरक्षित भिजवाएंगे। इस दफा थाने से परीक्षा केंद्र तक के रूट की मॉनीटरिंग भी होगी। जो भी प्रतिनिधि पेपर लेने जाएंगे। उन्हें मंडल के एप पर अपनी मौजूदगी वाली सेल्फी अपलोड करना होगी। जहां अधिकतम प्राइवेट परीक्षार्थी शामिल होंगे। उन केंद्रों को अतिसंवेदनशील केंद्र के रूप में चिन्हित किया जाएगा।
परीक्षा केंद्र पर मोबाइल बैन, थाने से पेपर निकालने के बाद परीक्षा कक्ष में खोली जाएगी सील
परीक्षा कार्य में शामिल प्रत्येक शिक्षक व गैर-शैक्षणिक कर्मचारी-अधिकारियों को मोबाइल के उपयोग की अनुमति नहीं होगी। परीक्षा आरंभ होने से पहले केंद्र की एक अलमारी में इन सभी के मोबाइल सेट बंद करवाकर अलमारी को सील कर दिया जाएगा।
संबंधितों को उनके मोबाइल सेट प्रत्येक दिन परीक्षा समाप्त होने के बाद ही सौंपे जाएंगे। इसके अलावा जो भी दल पुलिस थाने से पेपर के सेट लेकर केंद्रों के लिए रवाना होगा। उसकी मोबाइल टॉवर के जरिए निगरानी की जाएगी। दल से अपेक्षा की जाएगी कि वह पुलिस थाने और केंद्र के सबसे करीबी रास्ते से पेपर सेट लेकर आए। पेपर के सील बंद लिफाफे परीक्षा कक्ष में ओपन किए जाएंगे।
मीडिया पर पेपर लीक…. पेपर लीक जैसी पोस्ट पर रहेगी नजर
माध्यमिक शिक्षा मंडल, साइबर पुलिस की मदद से सोशल मीडिया पर भी नजर रखेगा। अगर किसी भी सोशल मीडिया प्लेटफार्म या व्यक्तिगत एकाउंट से पेपर लीक जैसी सूचना प्रसारित होती है तो साइबर अमला तुरंत एक्शन में आ जाएगा। अगर शेयर किया गया पेपर अगले दिन परीक्षा में आता है तो फिर संबंधित के खिलाफ कार्रवाई की जा सकेगी। इस पूरी कार्रवाई के लिए भोपाल में एक विशेष कंट्रोल रूम बनाया जाएगा।

16/01/2025



