इधर मढ़िया के लिए जमीन का सीमांकन, उधर गड़े धन को लेकर चर्चाएं
हमले के आरोपियों पर हत्या के प्रयास का केस दर्ज, चकराघाट और विवादित स्थल पर पुलिस बल तैनात, फ्लैग मार्च जारी, सराफा एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष गोविंद जड़िया बोले, क्षेत्र में पुरा संपदा की कई किवदंतियां, पार्षद डॉ.याकृति जड़िया ने कहा, जहां भी खुदाई हो वहां एक सरकारी प्रतिनिधि मौजूद रहना चाहिए

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सागर। जैन समुदाय ने जड़िया समाज की मढ़िया के लिए जमीन ट्रांसफर करने की प्रक्रिया शुरु कर दी है। मंगलवार को एसडीएम रोहित खरे व राजस्व विभाग की टीम की मौजूदगी में जमीन का माप किया। इस दौरान दोनों पक्ष के लोग मौजूद रहे। जमीन में एक जगह रेंच जैसी स्थिति थी, इसलिए तय हुआ कि मढ़िया के लिए 711 वर्गफीट जगह छोड़ जाएगी। इस दौरान देवरी के पूर्व विधायक सुनील जैन, महेश जैन बिलहरा और पवन जड़िया व हिंदुवादी नेता डॉ. उमेश सराफ व अन्य लोग मौजूद रहे। दोनों पक्षों ने जमीन ट्रांसफर की प्रक्रिया को सौहार्द्रपूर्ण और शहर के हित में बताया। एसडीएम खरे ने कहा कि उक्त जमीन के ट्रांसफर के संबंध में आगे की प्रक्रिया की जाएगी।
इधर पुलिस ने मढ़िया की तोड़ फोड़ वाले विवाद में सराफा व्यवसायी बाबू जड़िया व अन्य पर हमला करने युवक मोनू जैन व आदर्श जैन व अन्य के विरुद्ध दर्ज मामले में जानलेवा हमला करने की धाराएं बढ़ा दी हैं। जानकारी के अनुसार ये केस बीएनएस की धारा 299 ,109 ,115(2),118,351(2),191(2),190,191(3) 296 के तहत दर्ज किया गया है। आरोपी मोनू को एक दिन की रिमांड के बाद जेल भेज दिया गया है। बता दें कि तीन दिन पहले जड़िया समाज की एक मढ़िया पर कतिपय लोगों ने तोड़फोड़ कर दी थी। जिसके बाद शहर में तनाव की स्थिति बन गई थी। बाद में दोनों पक्षों की पुलिस-प्रशासन के समक्ष बैठक हुई। जिसके बाद यह हल निकाला गया कि जैन समुदाय प्रस्तावित मंदिर के करीब स्थित इस मढ़िया के लिए 700 वर्गफीट जगह छोड़ेगा।
सराफा एसोसिएशन पूर्व अध्यक्ष बोले, खुदाई को लेकर पारदर्शिता होना चाहिए
एक दिन पहले पुलिस कंट्रोल रूम में हुई बैठक में एक पक्ष ने कहा था कि क्षेत्र में जगह-जगह गड़ा धन मिलने की बातें सामने आती रहती हैं। कतिपय लोगोंं द्वारा जिस तरह से मढ़िया को रातों-रात तोड़ने की कोशिश की गई। वह इस शंका को पुख्ता करती है। हालांकि बैठक के सदस्यों ने इस बात तो हास-परिहास में टाल दिया था। लेकिन इस मामले में जिला सराफा एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष गोविंद जड़िया ने खुलकर बात की है। उनका कहना है कि इसमें कोई दो राय नहीं है कि बड़ा बाजार ही पुराना शहर है। इससे लगा हुआ लक्ष्मीपुरा, सुबेदार वार्ड मराठों के आधिपत्य में रहा है। बड़े बुजुर्ग बताते हैं कि संकट काल के लिए यहां के निवासियों ने धन को जमीन में गाड़ दिया था। हो सकता है कि यह सब किवदंतियां हों। लेकिन पारस टॉकीज के भीतर बने कुएं और मॉडल स्कूल की बावड़ी से अज्ञात स्थान को जाने वाले गुप्त रास्तों से लेकर अन्य कई ऐसे संकेत हैं। जिनसे अहसास होता है कि यहां की भूमि में धन हो या नहीं हो।
लेकिन पुरा संपदा अवश्य मिलेगी। इसलिए मेरा मानना है कि खुदाई चाहे निजी या सार्वजनिक कार्य के लिए की जा रही हो। उसमें पारदर्शिता होना चाहिए। विवेकानंद वार्ड की पार्षद याकृति जड़िया ने कहा कि बड़े बुजुर्ग इस क्षेत्र में धन मिलने की बात बताते रहे हैं।
उसमें कितनी सच्चाई थी। यह नहीं बताई जा सकती लेकिन जिला प्रशासन को जहांं कहीं भी 100-100 साल पुराने मकान या मंदिरों के अवशेष इत्यादि की खुदाई की जा रही है। वहां एक सरकारी प्रतिनिधि मौजूद रहना चाहिए। यह व्यवस्था किसी एक वर्ग या समुदाय विशेष के मामले में नही वरन सभी पर लागू होना चाहिए।
बाजार रोज की तरह खुले, ऐहतियातन जगह-जगह पुलिस बल तैनात
विधायक शैलेंद्र जैन, पूर्व महापौर अभय दरे व पूर्व विधायक सुनील जैन, हिंदु नेता अजय दुबे, भाजपा नेता सुुुुुखदेव मिश्रा व अन्य की मौजूदगी में विवाद के शांतिपूर्ण हल के बाद मंगलवार को बड़ा बाजार समेत शहर के अन्य बाजारों में हालात सामान्य रहे।
मंगलवार को अवकाश के कारण कुछ बाजार स्वत: बंद रहे। ऐहितयातन चकराघाट पर पुलिस व उनके दंगा रोधी वाहन तैनात हैं। इसके अलावा पुलिस की सायरन बजाती हुई शहर में गश्त कर रही हैं।
07/01/2025



