वाहन पार्किंग में कारोबार के सवाल पर मंत्री विजयवर्गीय बोले, आपने बताया तो दिखवाता हूं
मकरोनिया में आउटलेट्स-स्टोर्स के बाहर अवैध पार्किंग से लग रहे जाम को लेकर सागरवाणी ने किया था सवाल
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सागर। उपनगर मकरोनिया की मुख्य सड़कों पर स्थित नामचीन ब्रांड्स के आउटलेट्स और स्टोर्स की पार्किंग का भवन स्वामियों द्वारा दुरुपयोग किया जा रहा है। उनमें व्यवसायिक गतिविधियां संचालित हैं। जिसके चलते यहां खरीदी के लिए आने वाले लोग सड़क पर वाहन पार्क कर रहे हैं। जिससे इस व्यस्ततम इलाके में जगह-जगह जाम के हालात बन रहे हैं। आप इस समस्या को लेकर क्या विभाग के अधीनस्थ अधिकारियों को दिशा-निर्देश देंगे? यह सवाल आचरण ने नगरीय विकास एवं आवास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय से किया। वे गुरुवार को नरयावली विस क्षेत्र में आयोजित खेल महोत्सव का उद्घाटन करने आए थे। मंत्री विजयवर्गीय ने कहा कि यह स्थानीय मामला है। आपने बताया है तो दिखवाता हूं।
बता दें कि सागरवाणी पिछले अंकों में मकरोनिया चौराहा से चारों तरफ जाने वाले रोड, खासकर बंडा रोड पर स्थित नामचीन ब्रांड्स के आउटलेट्स व स्टोर्स की वाहन पार्किंग के दुरुपयोग को लेकर लगातार खबरें प्रकाशित कर रहा है। नगर पालिका ने इस संबंध में एक्शन लेते हुए 37 कारोबोरियों को नोटिस देकर जवाब मांगा है। जिनमें से महज 6 ने ही सफाई दी है।
अग्निकांड हुआ तो हो सकता है जानमाल का बड़ा नुकसान
मकरोनिया में अधिकांश भवन स्वामियों ने पार्किंग वाले हिस्से में पार्टीशन दर पार्टीशन कर उनमें दुकानें बनवा दी हैं। जो किसी मिनी मार्केट कॉम्लेक्स जैसा है। कभी अगर यहां अग्निकांड जैसी कोई घटना होती है तो जानमाल के बड़े नुकसान से इनकार नहीं किया जा सकता। कारण ये है कि इन पार्किंग स्थल से दूसरी तरफ निकलने के लिए कोई रास्ता यानी फायर एग्जिट नहीं है। इतना ही नहीं, पार्किंग वाले हिस्से में बनी इन दुकानों को बनाने पहले अग्नि सुरक्षा संबंधी एनओसी नहीं ली गई है। ऐसा इसलिए हुआ है क्योंकि यह सारी दुकानें नगर पालिका के नक्शे के विरुद्ध बनी हैं। शासन द्वारा फायर एनओसी दिए जाने का प्रावधान केवल उन्हीं प्रतिष्ठानों को है। जिन्होंने संबंधित निकाय की गाइडलाइन के मुताबिक भवन निर्माण किया हो।
बमुश्किल जारी हुए नोटिस, अब खेल महोत्सव का बहाना!
इस मामले में मकरोनिया नगर पालिका के अध्यक्ष मिहीलाल अहिरवार लगभग कोमा की स्थिति में हैं। सूत्रों का कहना है कि उन्होंने अब तक इस मामले में एक दफा भी सीएमओ से जवाब-तलब नहीं किया है। इधर सीएमओ पवन शर्मा भी इस गड़बड़ी को लेकर प्रभावी कार्रवाई करने की मंशा नहीं दिखा रहे हैं। उन्होंने इन कारोबारियों को बमुश्किल नोटिस तो जारी कर दिए हैं।
लेकिन कार्रवाई के नाम पर उनके आड़े-टेड़े जवाबों का इंतजार कर रहे हैं। मकरोनिया नपा की कार्यप्रणाली को इतने से ही समझा जा सकता है कि पंचवटी के बाजू में एक जैन परिवार द्वारा नाले पर सरेआम व्यवसायिक निर्माण किया जा रहा है। लेकिन नपा सीएमओ द्वारा इस संबंध में केवल नोटिस देने की रस्म की गई है। बता दें कि इसी तरह का मामला बीते वर्षाकाल में भी आया था। इसी रोड पर नाले पर निर्माण कर लिया गया था। जिसके चलते बारिश का पानी यहां के एक सरकारी छात्रावास में भर गया था। तब तत्कालीन कलेक्टर दीपक आर्य ने स्वयं मौके पर पहुंचकर इस अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई कराई थी।06/12/2024



