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गड़ा धन खुदवाने के आरोपी को नहीं मिली अग्रिम जमानत

- रिपोर्टकर्ता युवक समेत 11 लोगों ने जिला न्यायालय के समक्ष दर्ज कराई थी जमानत पर आपत्ति

सागर। गड़ा धन खुदवाने के नाम पर ठगी के आरोपियों से एक देवीसिंह रजक का अग्रिम जमानत का आवेदन खारिज हो गया है। उसने अपने वकील के माध्यम से जिला न्यायलय के पंचम एडीजे मयंककुमार शुक्ला के कोर्ट में आवेदन पेश किया था। जैसे ही इस बारे में देवीसिंह के खिलाफ ठगी व जालसाजी की रिपोर्ट दर्ज कराने वाले पीड़ित दीपेश सेन को मिली तो उन्होंने वकील दुष्यंत मिश्रा के माध्यम से न्यायालय के समक्ष आपत्ति दर्ज कराई। इसी दौरान आपत्ति लेने वालों में ठगी की शिकायत करने वाले 10 से अधिक और लोग शामिल हो गए। विद्वान न्यायाधीश के समक्ष एड. मिश्रा ने अपने पक्षकारों की तरफ से तर्क दिया कि आरोपी देवीसिंह रजक ने गंभीर अपराध किया है। पुलिस के लिए वह वांछित है। उसने खराब आर्थिक परिस्थतियों से जूझ रहे लोगों के साथ आर्थिक अपराध किया है। उसके खिलाफ शिकायत करने वालों का कहना है कि वह उन्हें गड़ा धन खुदवाने के दौरान होने वाले तथाकथित पूजा-पाठ के दौरान अज्ञात पदार्थ प्रसाद के नाम पर खिलाता रहा। जिससे उनकी शारीरिक व मानसिक हालत भी बिगड़ी। बीते अक्टूबर में जब सिविल लाइंस पुलिस ने देवीसिंह व उसके पुत्र कृष्णा रजक के खिलाफ एफआईआर दर्ज की तो उसके परिजन मेरे पक्षकारों को धमकाने लगे। न्यायाधीश श्री शुक्ला ने आरोपी व पीड़ितों के वकीलों के तर्कों पर विचारण किया और देवींिसंह की अग्रिम जमानत का आवेदन खारिज कर दिया। यहां बता दें कि रजक पर पथरिया रैयतवारी से लेकर शहर के विभिन्न इलाकों में रहने वाले लोगों से करीब 1  करोड़ रुपए ठगने का आरोप है। वह लोगों को उनके घर में धन गड़ा होने का लालच देता था। जिसे निकालने के नाम पर होने वाली पूजा के लिए वह उनसे लाखों रुपए झटक लेता था। करीब तीन महीने पहले इन लोगों को अहसास हुआ कि ये बाप-बेटे उनके साथ ठगी कर रहे हैं। तब वह पुलिस के पास पहुंचे। पुलिस ने भी जांच के नाम पर इस मामले में एफआईआर करने में एक महीने से ज्यादा का समय लगा दिया। इसी बीच यह आरोपी मय परिजन के पथरिया गांव से भाग निकले। बताया जाता है कि ठगी का आरोपी देवीसिंह कुछ साल पहले ही सिविल लाइंस में व्हीसी बंगला के सामने फुल्की का ठेला लगाता था। इसी दौरान उसने कुछ लोगों को गड़ा धन निकलवाने का लालच देना शुरु किया और उनसे मोटी रकम ऐंठना शुरु कर दी। इस रकम से उसने न केवल आलीशान मकान बनवाया। वह ठाठ-बाट से कार से घूमने लगा। सूत्रों के अनुसार इन बाप-बेटे से गड़ा धन खुदवाने के नाम पर कथित तौर पर ठगे गए लोगों की संख्या 25 से अधिक है। लेकिन सामाजिक प्रतिष्ठा व परिवारजनों के डर से अधिकांश लोग सामने नहीं आ रहे हैं।

26/11/2024

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