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पूर्व महापौर दरे ने कोर्ट में आने के लिए मांगी पुलिस सुरक्षा, बोले एक वकील कर सकता है विवाद

सागर। पूर्व महापौर इंजी. अभय दरे ने जिला न्यायालय से पुलिस सुरक्षा देने की मांग की है। उन्होंने अपने वकील जेपी सोनी के माध्यम से पिछले दिनों सप्तम व्यवहार न्यायाधीश के कोर्ट में एक आवेदन दिया है। जिसमें पूर्व महापौर का कहना है कि वकील गिरधर पटेल के खिलाफ मैंने एक दीवानी मामले में न्यायालय की अवमानना का केस दर्ज कराया है। जिसके चलते वह मुझ से रंजिश रखते है और मेरे साथ बदसलूकी पर आमादा है। इसलिए मेरी मांग है कि न्यायालय मुझे एक आरक्षक उपलब्ध कराए। इसके लिए मैं, शासन द्वारा आरक्षक के लिए तय वेतन वगैरह का वहन करने तैयार हूं। सागरवाणी से चर्चा में दरे ने बताया कि पिछले दिनों मैं सप्तम व्यवहार न्यायाधीश के कोर्ट में दर्ज एक केस की पेशी करने आया था। मैं न्यायालय से बाहर निकल रहा था तभी वकील गिरधर पटेल ने सीढ़ियों पर मेरा रास्ता रोकने की कोशिश की। इस दौरान मेरे वकील जेपी सोनी आ गए तो वकील पटेल व उसके साथी अधिवक्ता वहां से हट गए। लेकिन इसके बाद जब मैं मुख्य प्रवेश द्वार से अपनी कार की तरफ जा रहा था। तब वकील पटेल ने एक बार फिर कार के सामने खड़े होकर अभद्र व्यवहार किया और मुझे विवाद करने के लिए उकसाया।

वकीलों के बीच गलतफहमी पैदाकर मेरा अहित कर सकते हैं

पूर्व महापौर दरे का कहना है कि तिली तिराहा रोड पर एक जमीन के मामले में वकील पटेल ने मुझ से राजीनामा कर न्यायालय से डिक्री पारित कराई थी। लेकिन इसी साल वह अचानक इस राजीनामा से मुकर गए और मेरे प्लाट पर खड़ी बाउंड्रीवॉल को गिरा दिया। इसके बाद मेरे खिलाफ मारपीट का केस भी दर्ज करा दिया। मैंने इस मामले में वकील पटेल के खिलाफ न्याायालयीन आदेश की अवमानना का केस दर्ज कराया है। जिसके बाद से वह मेरे खिलाफ गहरी रंजिश रखने लगे हैं। इसी परिपेक्ष्य में एड. पटेल, मुझे न्यायालय परिसर में झगड़ा करने के लिए उकसा रहे हैं ताकि इसका फायदा वह अन्य वकील साथियों से झूठी सहानुभूति व समर्थन के रूप में ले सकें। मेरे खिलाफ एक नई कानूनी कार्रवाई का ग्राउंड बना सकें।

अधिवक्ता संघ से भी शिकायत की, नोटिस जारी

पूर्व महापौर अभय दरे का कहना है कि न्यायालय के विगत घटनाक्रम के संबंध में मैंने, पुलिस अधीक्षक और जिला अधिवक्ता संघ से भी शिकायत की है। मैंने संघ को बताया है कि मेरे चार अन्य दीवानी मामले कोर्ट में विचाराधीन हैं। अतएव मुझे कोर्ट में सुनवाई के लिए आना पड़ सकता है। जिसका गलत फायदा वकील गिरधर पटेल उठा सकते हैं। वे संघ के विद्वान अधिवक्ता सदस्यों को गुमराह कर मेरा अहित कर सकते हैं। जिला अधिवक्ता संघ ने मेरी इस शिकायत के बाद पिछले दिनों वकील पटेल को नोटिस देकर जवाब मांगा है।

16/11/2024

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