पत्रकारों को भेजी गई मुनिश्री को लेकर लंबी चिट्ठी

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सागर। श्री भाग्योदय तीर्थ में चार्तुमास कर रहे एक जैन मुनि को केंद्र में लेकर बुधवार को शहर के प्रमुख पत्रकारों को एक लंबी-चौड़ी चिट्ठी भेजी गई। जिसमें इन मुनि महाराज की कार्य प्रणाली पर सवाल खड़े किए गए हैं। यह चिट्ठी एक मोबाइल नंबर 62 625 41784 द्वारा वाट्स एप पर भेजी गई। जिसमें भाग्योदय तीर्थ की ट्रस्ट कमेटी में बदलाव की चर्चा से लेकर आयोजन स्थल पर उपलब्ध सुविधाओं के खर्च, भाग्योदय रोड पर युवक आगम जैन की एक्सीडेंटल मौत व एक किसी अन्य हरीराम यादव की मौत का जिक्र है। चिट्ठी में ललितपुर में दो साल पहले हुई इसी तरह की चिट्ठी बाजी का भी जिक्र है। एक जगह पर ईशुरवारा और वहां के जैन मंदिर और ट्रस्ट की बात भी लिखी है। चिट्ठी में किन्ही सागर वाली बहन के सही होने की बात का भी जिक्र है।
इस चिट्ठी को मुनि श्री के चार्तुमास के पूर्व यहां के कतिपय ट्रस्टियों की भावनाओं का ही एक पार्ट बताया जा रहा है। इस 4 पेज की चिट्ठी के आखिर में भेजने वाले का नाम हेमंत काला, इंदौर लिखा है। इधर इस चिट्ठी बाजी के बाद कतिपय जैन सोशल मीडिया ग्रुपों में बहस गरमा गई है। 
अधिकांश इस घटनाकम से आहत व आक्रोशित हैं। इनमें से कुछेक ने इस मामले में पुलिस थाने ले जाने का सुझाव दिया है तो कुछेक ने संबंधित शख्स को सबक सिखाने की बात लिखी है।
इस मामले में जैन समुदाय के मुखर युवा एवं आरटीआई कार्यकर्ता पंकज सिंघई का कहना है कि मत-मतांतर का यह मतलब कदापि नहीं है कि आप ओछी भाषा पर उतर आएं और अपने ही पूज्य को अपमानित करने का कुत्सित प्रयास करें। यदि आप अपने गुरु के सच्चे और वास्तविक अनुयायी हैं तो खुलकर सामने आएं। छिप-छिपाकर आरोप-प्रत्यारोप केवल वही लोग करते हैं। जिनके पास तथ्य रूपी तलवार का अभाव होता है। समाजजनों से अपील है कि वे इस तरह की ओछी हरकतों पर कतई ध्यान नहीं दें।
नोट: सागरवाणी डॉट कॉम इस चिट्ठी में दिए गए किसी भी तथ्य या व्यक्ति विशेष के बारे में की गई टीका-टिप्पणी की पुष्टि नहीं करता है।

09/10/2024



