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सीरियल किलर….. अपराधी दोस्त को प्रेम में पड़ने पर मार डाला-2

“बुंदेलखंड के रंगदार” सीरीज में लंबा गेप हो गया। जिसकी भरपाई इस क्राइम स्टोरी से पूरी करने की कोशिश की गई है। दो पार्ट में बंटी आज की इस कहानी का मुख्य किरदार किसी हैवान से कम नहीं है। जो हत्या पहले करता है और लूट-पाट बाद में। ज्ञात-अज्ञात स्रोतों के अनुसार इस अपराधी ने पकड़े जाने तक 36 से अधिक मर्डर किए थे। सायकिक, ड्रामेबाज, शार्ट टेम्पर समेत कई रंग वाले इस अपराधी का नाम सरमन शिवहरे है। जो सागर डिविजन के पन्ना शहर का निवासी है। इन दिनों केंद्रीय जेल भोपाल में मृत्यु पर्यन्त जेल की सजा काट रहा है। वर्ष 2011में जब सतना पुलिस ने उसे दबोचा। तब वह भी उसके खूनी इतिहास से परिचित नहीं थी। लेकिन जब राज-दर-राज खुले तो मप्र पुलिस अवाक रह गई। फिलहाल,अपराधी सरमन को पुलिस के विभिन्न ट्रेनिंग शेड्यूल का कंटेन्ट बनाया गया। वर्तमान में मप्र पुलिस के जवान से लेकर डीएसपी तक सभी को इस अपराधी के कैरेक्टर से लेकर मॉडसआपरेंटी का अध्ययन कराया जाता है। ताकि वे दुर्दान्त अपराधियों की मनोवृत्ति को समझ सकें।               

                                                  सागर वाणी डेस्क। 9425172417

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पिस्टल चेक करने के लिए महिला को मार डाला

मप्र के सबसे बड़े सीरियल किलर के रूप में जगह बनाने जा रहे इस अपराधी ने पुलिस को बताया कि, मैंने काफी अपराध देसी कट्टे से किए थे। लेकिन मुझे अब विदेशी पिस्टल की जरूरत थी। मैंने एक आपराधिक गिरोह से यह पिस्टल खरीद ली। मैं उसे चेक करना चाहता था। इसलिए पन्ना के पास एक शहर के सुनसाल इलाके में मैंने एक फायर किया। तभी वहां एक महिला आ गई। उसने मुझे टोका कि, तुम कौन हो। यहां क्या कर रहे हो। मैंने तुरंत उस पर फायर झौंक दिया। महिला मर गई। इस तरह से मैंने अपनी पिस्टल को टेस्ट किया था।
अपराधी दोस्त को प्रेम में पड़ने पर मार डाला
सरमन के मुताबिक बीच में एक समय ऐसा भी आया कि मेरा एक साथी बन गया। हम दोनों बिना खून-खराबा के लूट-पाट की घटनाएं की और पकड़े भी नहीं गए। इस बीच एक दिन शराब पीते उससे मेरी मर्डरों को लेकर बातचीत शुरु हो गई। मैंने उसे बताया कि यह कोई आसान काम नहीं होता है। मैंने उसे बातों-बातों में अपने पिछले मर्डरों के बारे में बता दिया। दोस्त अवाक था। फिर उसने बात बदलते हुए कहा कि सरमन, तुमने किसी लड़की से प्यार किया है। मैं करता हूं और कल तुम्हें उससे मिलाऊंगा। अगले दिन सरमन और उसका दोस्त फिर शराब पीने जमा हुए। लेकिन इस दफा सरमन ने ज्यादा बातचीत किए बगैर अपने दोस्त के सीने में एक गोली दाग दी। बोला कि , मैं तुम्हें मर्डर के तौर-तरीके बता रहा था और तुम्हें इश्क-मोहब्बत की बातें आ रही थीं। तुम्ही जैसे लोग बाद में मेरा और खुद का राजफाश करते हैं। इतना बोल उसने दूसरी गोली भी अपने दोस्त को मार दी और वहां से चला गया।
पिस्टल लूटने जज के सुरक्षाकर्मी को मारा
सरमन ने बताया कि मेरे पास देसी कट्टा था। मेरी ख्वाहिश पुलिस की 9 एमएम पिस्टल रखने की थी। इसके लिए मैंने हाईकोर्ट की ग्वालियर खंडपीठ के एक जज की सुरक्षा में लगे पुलिसकर्मी शिवकांत तिवारी को निशाना बनाया। 6 जुलाई 2011 को मैंने उनसे लिफ्ट ली और कला समूह नाम के स्थान के पास उन्हें देसी कट्टे से उड़ा दिया। इसके बाद मैं तिवारी की 9 एमएम की पिस्टल लेकर फरार हो गया।
डॉक्टर -कम्पाउंडर ने इंतजार कराया, मार डाला
सरमन के बारे में एक किस्सा ये भी है कि उसने इंदौर में एक डॉक्टर दंपती को केवल इस बात पर से मार दिया था कि उन्होंने उसे अपने क्लीनिक पर इंतजार कराया था। चूंकि इस मामले के ज्यादा गवाह नहीं थे। इसलिए विस्तार से जानकारी नहीं मिली। लेकिन सरमन के कुबूलनामे के अनुसार उसने इंदौर में यह दोहरा हत्याकांड अंजाम दिया था। वह इंदौर की डॉ. वर्षा के क्लीनिक के पर गया था। जहां उसे डॉक्टर ने इंतजार कराया तो उसने न केवल डॉक्टर वर्षा बल्कि उनके कम्पाउंडर रामसिंह को मार गिराया। मौके से उसने जेवरात व नकदी भी लूटी थी।
 जेल से भागने की कोशिश, मृत्यु पर्यन्त कैद
जेल सुपरिटेंडेन्ट दिनेश नरगावे के अनुसार, मैं कुछ  साल पहले ग्वालियर केंद्रीय जेल में पदस्थ था। इस बीच मेरी मुलाकात सरमन से हुई। वह खुद को बहुत ही समझदार और आध्यात्मिक व्यक्ति बताता था। कभी वह बोलता कि मेरी ईश्वर से सीधी बात हो रही है। उसे सैकड़ों श्लोक, मंत्र, ऋचाएं याद थीं। एक दिन उसने इस जेल से फरार होने की योजना बनाई। उसने किसी अपराध में जेल में आए एक स्वीपर सुरेंद्र को पटा लिया। उसे 25 लाख रु. देने का आश्वासन दिया और कहा कि तुम जेल से निकलने के बाद मेरी लिए दूसरी तरफ से रस्सा फेंकना। इस दौरान उसने चोरी-छिपे एक मोबाइल सेट भी हासिल कर लिया। पैरोल पर गया सुरेंद्र तयशुदा दिन को जेल की पीछे की तरफ की दीवार के पास एक बड़ा सा रस्सा लेकर आया। सरमन इसके सहारे चढ़ गया लेकिन दीवार पर पहुंचते ही वह फिसल कर नीचे गिर गया। उसे दोनों हाथ-पैर टूट गए। इसके बाद सरमन को हाई सिक्योरिटी वाली केंद्रीय जेल भोपाल में शिफ्ट कर दिया गया। मप्र पुलिस के अनुसार सरमन पर अब तक 5 केस साबित हुए हैं। कुछ में उसे खिलाफ पर्याप्त सबुतू नहीं थे। उसे कुछेक मामलों में आजीवन कारवास तो कुछ में मृत्यु पर्यन्त कारावास की सजा सुनाई गई है। पुलिस सूत्रों के अनुसार, सरमन अगर सतना में नहीं पकड़ा जाता तो वह रीवा रियासत के ऐतिहासिक म्युजियम को लूटने की तैयारी में था। जिसके लिए उसने वहां के चौकीदार को अपने साथ कर लिया था।

जेल सुपरिटेंडेन्ट दिनेश नरगावे

                                                                                                         समाप्त
                                                                                                      25/08/2023

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