मिठाई वाला मीठी-मीठी बातें देकर लोगों से ठग ले गया लाखों रुपए
राजस्थानी मिठाई वाले ने आधा दर्जन से अधिक लोगों से ठगे २५ लाख रु. !

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सागर। किराना, कपड़े, फल, जूते के बाद अब एक मिठाई वाला शहर के कुछ लोगों को लाखों रुपए की चपत लगाकर रातों-रात भाग गया है। जानकारी मिली है कि शहर में करीब तीन-चार साल से राजस्थानी मिठाई बेचने वाले एक शख्स हिम्मतसिंह राजपुरोहित निवासी जोधपुर राजस्थान ने आधा दर्जन लोगों से 25 लाख रु. से अधिक उधार लेकर गायब है। उधारी के नाम हुई ठगी के शिकार लोगों में से तीन ने कोतवाली पुलिस थाने में लिखित शिकायत भी की है। उधार देकर फंसे लोगों में दूध बेचने वाले, मोबाइल फोन कारोबारी समेत सैन्यकर्मी आदि शामिल हैं। इन्हीं में से एक संतोष तावरे निवासी सदर बाजार सागर ने बताया कि मैं, एमआरसी मेें कार्यरत हूं।

अपने ऑफिस में होने वाले कार्यक्रमों के लिए मैं, अक्सर कटरा बाजार स्थित राजस्थानी मिठाई की एक दुकान पर आता-जाता रहता था। इसी दौरान मेरी पहचान इस दुकान के संचालक हिम्मतसिंह राजपुरोहित से हो गई। वह बड़ी मीठी-मीठी बातें करता था और मुझे भरोसे का आदमी लगा। इसी दौरान उसने कुछ दिन पहले मुझसे कहा कि, मैंने शहर में नमक मंडी के पास एक और दुकान खोली है। रक्षा बंधन का सीजन आ रहा है। लागत के लिए कुछ रकम चाहिए। बीच-बीच में वह अपने पिता की बीमारी का भी हवाला देता रहता था। उसकी आर्थिक स्थिति का देखते हुए
मैंने पेटीएम के जरिए उसे अलग-अलग ट्रांजिक्शंस के जरिए 3.50 लाख रु. दे दिए। तीन दिन पहले जानकारी मिली कि हिम्मतसिंह मय बीबी-बच्चों के शहर से भाग गया है।
शातिर इतना था कि उधार देने वाले एक-दूसरे के बारे में भी नहीं जान पाए
इस मिठाई वाले को उधार देने वाले मोबाइल फोन कारोबारी विकी केशरवानी निवासी मोतीनगर वार्ड ने बताया कि विजय टॉकीज के पास मेरी मोबाइल रिपेयरिंग की शॉप व ट्रेनिंग सेंटर है। मिठाई लेने के दौरान हिम्मतसिंह ने मुझे अपनी बातों के जाल में फांस लिया। उसने कहा कि मैंने एक और दुकान खोली है। वहां कुछ दिन की लागत के लिए मुझ से 1.33 लाख रुपए ले लिए। अब जानकारी मिली है कि यह आदमी
भाग गया है। मैंने कोतवाली थाने में शिकायत की है। ठगी के शिकार एक अन्य शख्स शिवम साहू ने बताया कि हिम्मतसिंह की दुकान पर मैं दूध सप्लाई करता था। मुझसे भी उसने कीर्ति स्तंभ वाली दुकान के लिए 3.30 लाख और 40 हजार रुपए का दूध उधार लिया और भाग गया। शिवम का कहना है कि हिम्मतसिंह इतना शातिर था कि उसे उधार देने वाले हम लोगों में से दो-एक लोग उसकी दुकान के काउंटर पर टकराए भी लेकिन उसने कभी भी ये अहसास नहीं होने दिया कि वह हम सभी से रकम उधार लिए है। वह उधार की रकम गुप-चुप लेता था और कारोबारी प्रतिष्ठा का
हवाला देकर किसी से भी चर्चा नहीं करने का वायदा ले लेता था। अगर हम लोगों को समय रहते उधार देने की बात पता चल जाती तो मुमकिन है कि वह इस तरह से ठगी कर भाग नहीं पाता। शिवम के अनुसार, कुछ लोगों का कहना है कि करीब 9 साल पहले भी हिम्मतसिंह इसी तरह प महाराष्ट्र के शहर पुणे में मनिहारी का कारोबार करते हुए वहां के लोगों को लाखों रुपए की चपत लगाई थी। यहां बता दें कि शहर से इसके पहले कई बड़े किराना और कपड़ा व्यापारी उधार की रकम लेकर भाग चुके हैं। पिछले साल ही एक नामचीन फल व्यवसायी करोड़ों रुपए उधार लेकर गायब हो गया था।
01/09/2024



