ईओडब्ल्यू का फर्जी लैटर भेजकर नकली अधिकारी कर रहा था स्वास्थ्यकर्मी को ब्लैकमेल, असली ईओडब्ल्यू ने दबोचा
गाड़ी पर लिखा रखा था असिस्टेण्ट डायरेक्टरई, गृह विभाग, ओडब्ल्यू ने पूछताछ कर छोड़ा, नोटिस देकर पुनः बुलाएंगे

sagarvani.com9425172417. सागर। ईओडब्ल्यू के नाम पर स्वास्थ्य विभाग के एक कर्मचारी को कई महीनों से ब्लैकमेल करने की कोशिश में लगे एक युवक को असल ईओडब्ल्यू ने दबोच लिया। फिलहाल उससे पूछताछ कर छोड़ दिया गया है। बाद में उसे नोटिस देकर पुन: पूछताछ के लिए बुलाया जाएगा। मामला यूं है कि स्वास्थ्य विभाग के एक कर्मचारी को एक युवक जनवरी 2024 से ब्लैकमेल कर रहा था।
वह अलग-अलग मोबाइल नंबर से स्वयं को ईओडब्ल्यू का असिस्टेंट डायरेक्टर रैंक का अधिकारी बताता था। वह इस कर्मचारी को आय से अधिक संपत्ति के मामले में फंसाने की धमकी देता था। तंग आकर इस कर्मचारी ने पिछले महीने ईओडब्ल्यू के सागर स्थित कार्यालय में शिकायत कर दी।
अड़ीबाजी की रकम लेने आया था, दबोच लिया गया
सूत्रों के अनुसार यह फर्जी अधिकारी, स्वास्थ्यकर्मी से अड़ी बाजी के नाम पर 5 लाख रु. की रिश्वत मांग रहा था। जिसकी एवज में वह बोल रहा था कि तुम्हारे खिलाफ भोपाल में खरीदी, डॉक्टर्स के खिलाफ कार्रवाई के एवज में ली गई रिश्वत आदि संबंधी शिकायत खत्म करवा दूंगा।
चूंकि इस कर्मचारी ने ऐसा कोई काम नहीं किया था। इसलिए वह उसकी धौंस में नहीं आया। अपितु उसे टालता जरूर रहा। लेकिन जब मामला सिर के ऊपर हो गया तो उसने ईओडब्ल्यू के कैंट स्थित कार्यालय में शिकायत करने का निर्णय लिया। जानकारी के अनुसार यह फर्जी अफसर, 3.50 लाख रु. की रिश्वत लेने के लिए तैयार हो गया।
वह बुधवार सुबह करीब 11 बजे स्वास्थ्यकर्मी के दफ्तर पहुंच गया। जहां थोड़ी ही देर में ईओडब्ल्यू के अधिकारी आए और उसे पकड़ ले गए।
स्वयं को यूपीएससी चयनित बताता था, कार पर लिखवाए था गृह मंत्रालय
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार यह फर्जी अधिकारी एक कार से अड़ीबाजी की रकम लेने पहुंचा था। जिसके आगे गृह मंत्रालय और पीछे असिस्टेंट डायरेक्टर लिखा हुआ था।
चर्चा है कि ये युवक मूलत: जबलपुर के पास के एक जिले का रहने वाला है लेकिन उसकी शिक्षा-दीक्षा सागर में हुई है। उसके पिता यहीं उद्यानिकी विभाग में पदस्थ रहे हैं। वर्तमान में वह पड़ोस के एक जिले
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में सेवाएं दे रहे हैं। यह युवक भोपाल से बीई कर चुका है। दिल्ली और भोपाल में यूपीएससी की तैयारी करते हुए स्वयं को चयनित अधिकारी बताने लगा। चर्चाओं के अनुसार इस युवक ने साथ पढ़ने वाली एक युवती से शादी की है। जो सागर जिले में पदस्थ एक पुलिसकर्मी की बेटी है। शादी से पहले उसने लड़की के पिता को भी
इकॉनामिकल इंटेलिजेंस विंग का अधिकारी बताया था। शिकायकर्ता स्वास्थ्य कर्मी ने ईओडब्ल्यू को इस युवक द्वारा वॉट्स चैट व ऑडियो कॉल के जरिए की गई अड़ीबाजी का पूरा ब्योरा सौंपा है।
22/08/2024



