विदिशा की फीमेल पहलवान ने “क्राइम पेट्रोल” की तर्ज पर किया था क्राइम, बीना से अरेस्ट
खुद को मरा साबित करने सहेली को अधमरी हालत में रेलवे ट्रैक पर फेंक कर फरार हो गई थी

sagarvani.com9425172417 सागर। विदिशा की पुलिस ने एक दिन पहले बीना रेलवे स्टेशन से 10 हजार रु. की एक ईनामी आरोपी फीमेल पहलवान खिलाड़ी मुस्कान राजपूत को गिरफ्तार किया है। करीब 2 महीने से पुलिस को छका रही इस 19 वर्षीय खिलाड़ी के अपराध की कहानी किसी के भी तन-मन में फुरफुरी ला सकती है। सरल शब्दों में ये समझ लीजिए कि अगर आपने सोनी टीवी के अपराध बेस्ड सीरियल “क्राइम- पेट्रोल” को देखा है तो आपको मुस्कान का कारनामा बिल्कुल वैसा ही लगेगा।
धावक से प्रेम करती थी मुस्कान संग रहने रची भयानक साजिश
विदिशा पुलिस के मुताबिक मुस्कान की भोपाल में पढ़ रहे एक युवक हरिओम सेन से कुछ समय पहले मुलाकात हुई। वह उससे प्यार करने लगी। बीते मई में वह उसके संग रहने के लिए घर से भाग भी गई थी। लेकिन परिवार के दबाव में 2-3 दिन
में लौट आई। तब परिजनों ने उसकी जमकर पिटाई भी की । इसके बाद से ही उसने खुद को मरा साबित कर प्रेमी हरिओम संग रहने के लिए एक भयानक साजिश को अंजाम देने का प्लान बनाया।
सहेली को मरा मानकर गायब हुई
क्राइम पेट्रोल की तर्ज पर मुस्कान ने खुद का अस्तित्व दुनिया की नजरों में खत्म करने का प्लान बनाया। इसके लिए उसने अपनी एक सहेली गुनगुन रजक को मोहरा बनाया। वह बीती 10 जून को उसके घर गई और अपने साथ यह कहकर ले आई कि मुझे एक स्पोर्ट्स इवेन्ट के लिए
अर्जेन्ट फोटो- शूट कराना है लेकिन मैं अभी ठीक – ठाक कपड़े नहीं पहने हूं। तुम ( गुनगुन) मुझे अपने कपड़े दे दो ये ज्यादा अच्छे हैं। यह झांसा देते हुए वह सहेली गुनगुन को स्टेडियम ले आई। जहां दोनों ने अपने पहने हुए कपड़े एक्सचेंज कर लिए। इसके बाद मुस्कान बात करते – करते गुनगुन को रेलवे की पटरी के पास ले गई और अचानक पत्थर से हमला कर दिया। मुस्कान ने
गुनगुन को बेहोश कर पटरी पर डाल दिया। परिवार व पुलिस को भ्रमित करने के लिए उसके पास अपना हैंड बैग, आईडी, सुसाइड लैटर आदि छोड़ दिया और भाग गई। लेकिन तभी एक पुलिसकर्मी की नजर पटरी पर पड़ी गुनगुन पर गई। वह उसे तत्काल अस्पताल ले आया। जहां मुस्कान की इस भयानक खूनी साजिश का खुलासा हुआ। पुलिस के अनुसार गुनगुन की हालत फिलहाल स्थिर है।
ईनाम 10 हजार, मथुरा, वृंदावन, हरिद्वार में फरारी काटी
विदिशा के एसपी दीपक शुक्ला के अनुसार मुस्कान के इस आपराधिक षड़यंत्र का खुलासा होने के बाद उसके विरुद्ध थाना कोतवाली विदिशा में जानलेवा हमला और आपराधिक साजिश का केस दर्ज किया गया। उसकी गिरफ्तारी पर 10 हजार रु. का ईनाम भी घोषित किया। इसके बावजूद वह पुलिस को करीब 2 महीने तक छकाती रही। गिरफ्तारी से बचने के लिए वह दिल्ली, मथुरा, हरिद्वार, वृंदावन और भोपाल में छिपती रही। वहां उसकी आर्थिक मदद प्रेमी हरिओम सेन कर रहा था। लेकिन आखिर में वह थक गई। पैसे नहीं होने पर वह वापस एमपी की तरफ आई तभी कॉल लोकेशन के आधार पर उसे बीना रेलवे स्टेशन से अरेस्ट कर लिया गया। प्रेमी हरिओम को भी इस मामले में सह आरोपी बनाया गया है।
07/08/2024



