हैजा फैला था मेहर गांव में ! बच्चों के मल से खुलासा
बीएमसी के माइक्रो बायोलॉजी विभाग की टेस्टिंग से हुआ खुलासा

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सागर। जिले के बांदरी थाना क्षेत्र के मेहर गांव के लोग हैजा से जूझ रहे हैं ! यह खुलासा बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज के माइक्रो बायोलॉजी विभाग की सेम्पिलंग से हुआ है। विभाग को प्रोफेसर डॉ. सुमित रावत ने बताया कि एक दिन पहले 4 बच्चों के स्टूल(मल) के सेम्पिल लिए गए थे। जिनकी जांच से प्रारंभिक तौर पर प्रतीत होता है कि इन लोगों ने जो पानी पीया है वह दूषित था।
डॉ. रावत के मुताबिक, ये सम्भव है कि बोर के जलस्रोत में मानव मल, गोबर या मरे जानवर के अपशिष्ट मिल गए हों। इस मामले की फाइनल लैब टेस्टिंग रिपोर्ट सोमवार को आ जाएगी।
समुद्री पानी की मिलावट से भी होता है हैजा
विब्रियो कोलेरा , वह जीवाणु जो हैजा का कारण बनता है। आमतौर पर संक्रमण वाले व्यक्ति के मल से दूषित भोजन या पानी में पाया जाता है। इसके अलावा इस जीवाणु का एक बड़ा स्रोत समुद्री पानी भी होता है। हालांकि जब से ड्रेनेज व सीवरेज सिस्टम मजबूत हुए हैं। हैजा फैलने के मामले कम सामने आ रहे हैं। पाइप लाइन से पेयजल की गैर मिलावटी व सुरक्षित सप्लाई ने भी हैजा के चांस कम किए हैं।
की बिजली कटवाई, नल-जल के काम पर जोर: कलेक्टर
इस घटनाक्रम के बाद कलेक्टर दीपक आर्य अधीनस्थ अमले के साथ मेहर गांव का दौरा कर चुके हैं। प्रथमदृष्ट्या दूषित पानी की सप्लाई का स्रोत गांव का सार्वजनिक बोरवेल है। कलेक्टर आर्य ने एहितयातन इस बोर को बंद कराकर बिजली कनेक्शन कटवा दिया है। साथ ही उन्होंने गांव के सरपंच को निर्देश दिए हैं कि वह अपनी देखरेख में नल-जल योजना के ठप पड़े काम को पूरा कराए। योजना का काम अधूरा छोड़ कर गायब होने वाले ठेकेदार का एग्रीमेंट तत्काल निरस्त करने का भी आदेश दिया।
250 से अधिक लोग हुए हैं प्रभावित सागर से 23 किलोमीटर दूर स्थित मेहर में बीते दो दिन में 251 मरीज उल्टी दस्त के आ चुके हैं। इनमें से एक युवक की मौत हो गई है। बुधवार रात से आदिवासी मोहल्ला से मरीजों का आना शुरू हुआ था। मरीज अपने स्तर पर बांदरी और आसपास जाकर इलाज कराते रहे। गुरुवार को स्थिति खराब हुई। लोग जिला अस्पताल, भाग्योदय अस्पताल व मेडिकल कॉलेज तक में भर्ती हुए। गुरुवार को इसकी सूचना स्वास्थ्य विभाग को मिली। सुबह करीब 11 बजे डॉक्टर अंकिता राय ने गांव में जाकर देखा। एक साथ कई घरों में लोग बीमार थे। उन्होंने सीएमएचओ को सूचना दी। गुरुवार दिनभर में 100 से ज्यादा मरीज आए। स्वास्थ्य विभाग को बिगड़ी स्थिति का अंदेशा हुआ और बांदरी अस्तपाल में डाक्टरों को लगाया। साथ ही मेहर में तीन स्थानों पर अस्थाई अस्पताल शुरू किए। फिलहाल स्थिति पूर्णतः नियंत्रण में है।
06/07/2024



