ब्रेकिंग न्यूज़
कबाड़ी है सट्टे का बड़ा खिलाड़ी और एसएएफ जवान की साइबर सेल में आने की छटपटाहट!

sagarvani.com9425172417
सागर। टी-20 वर्ल्ड कप का आगाज हुए 15 दिन होने को हैं और उज्जैन की पुलिस ने अब तक सबसेबड़ा क्रिकेट सट्टा पकड़ कर सीधे सेंचुरी मार ली है। वहीं दूसरी ओर सागर है, जहां सटोरियों की धर-पकड़ की ओपनिंग तक नहीं हुई है। पुलिस की इस कथित अनदेखी के चलते कबाड़ खरीदने से लेकर पान की दुकान चलाने का मुखौटा लगाए घूम रहे कतिपय युवक जमकर सट्टा की बुकिंग ले रहे हैं। चर्चाओं के अनुसार इस दफा सटोरियों ने राजस्थान की किसी कंपनी के एप्प से टाइ-अप किया है। देखने-दिखाने के लिए कबाड़ का काम करने वाले एक विकल्प जैन नाम के युवक द्वारा इस बार जमकर सट्टा लिया जा रहा है। यह वही युवक है, जिसका नाम राहतगढ़ थाना क्षेत्र में एक युवती के जरिए लूट की फर्जी घटना अंजाम देने में आया था।
जानकारी के अनुसार क्रिकेट के सटोरिया शहर के सीमावर्ती इलाकों के होटल व चलते वाहनों में मोबाइल व लैपटॉप पर सट्टा खिला रहे हैं। सूत्रों के अनुसार अकेले सागर शहर से रोजाना औसतन 5 करोड़ रुपए की सट्टा बुकिंग निकल रही है। सट्टा बुकिंग सिविल लाइन, भीतर बाजार, बड़ा बाजार से संजय ड्राइव तक पहुंच गई है।
एसएएफ जवान की साइबर सेल में आने की छटपटाहट
किक्रेट के इस मिनी महाकुंभ में केवल सटोरिया चांदी नहीं काट रहे। कतिपय पुलिसकर्मी, बुकीज की फील्डिंग कर छोटे-मंझोले हाथ बना रहे हैं। लेकिन एक पुलिसकर्मी ऐसा भी है। जो इससे भी कहीं ज्यादा पाने की जुगत में हैं। दरअसल यह युवक पुलिसकर्मी नहीं होकर एसएएफ का जवान है। जो अपनी लंबी-चौड़ी ट्यूनिंग के चलते पहले पीटीएस पहुंंचा और वहां सेे एसएएफ बटालियन में वापस होने के बजाए एसपी ऑफिस में स्थित साइबर सेल में फिट हो गया। चर्चाओं के अनुसार इस एसएएफ जवान ने शहर के कुख्यात पुलिसकर्मियों को पीछे छोड़ने हुए लंबे हाथ मारे। सूत्रों के अनुसार इस जवान का एक करीबी रिश्तेदार दिलीप पांडे मछरयाई क्षेत्र का कु-ख्यात सटोरिया है। इस जवान ने कतिपय सटोरियों के नंबर ट्रेक किए और पांडे के जरिए उन्हें ब्लैकमेल कर मोटी-मोटी रकमें वसूलीं। चर्चाओं के मुताबिक यह एसएएफ जवान, मप्र में एक गैर मान्यता प्राप्त राजनीतिक दल के जरिए दबाव बनाकर साइबर सेल में घुसपैठ की कोशिश कर रहा है। पिछले दिनों इस दल ने शहर में शेयर ट्रेडिंग में हो रही धांधलियों के खिलाफ एक ज्ञापन दिया था। जवान का उद्देश्य था कि इससे एसपी ऑफिस के अफसरों पर दबाव आएगा और वह उन्हें साइबर सेल में दोबारा अटैच कर लेंगे। बता दें कि यह जवान पिछले साल के अक्टूबर में साइबर सेल से अनियमितताओं के आरोप में हटा दिया गया था। नियमानुसार उसे वापस एसएएफ बटालियन भेजा जाना था लेकिन वह पीटीएस में अटैच हो गया।
जानकारी के अनुसार क्रिकेट के सटोरिया शहर के सीमावर्ती इलाकों के होटल व चलते वाहनों में मोबाइल व लैपटॉप पर सट्टा खिला रहे हैं। सूत्रों के अनुसार अकेले सागर शहर से रोजाना औसतन 5 करोड़ रुपए की सट्टा बुकिंग निकल रही है। सट्टा बुकिंग सिविल लाइन, भीतर बाजार, बड़ा बाजार से संजय ड्राइव तक पहुंच गई है।एसएएफ जवान की साइबर सेल में आने की छटपटाहट
किक्रेट के इस मिनी महाकुंभ में केवल सटोरिया चांदी नहीं काट रहे। कतिपय पुलिसकर्मी, बुकीज की फील्डिंग कर छोटे-मंझोले हाथ बना रहे हैं। लेकिन एक पुलिसकर्मी ऐसा भी है। जो इससे भी कहीं ज्यादा पाने की जुगत में हैं। दरअसल यह युवक पुलिसकर्मी नहीं होकर एसएएफ का जवान है। जो अपनी लंबी-चौड़ी ट्यूनिंग के चलते पहले पीटीएस पहुंंचा और वहां सेे एसएएफ बटालियन में वापस होने के बजाए एसपी ऑफिस में स्थित साइबर सेल में फिट हो गया। चर्चाओं के अनुसार इस एसएएफ जवान ने शहर के कुख्यात पुलिसकर्मियों को पीछे छोड़ने हुए लंबे हाथ मारे। सूत्रों के अनुसार इस जवान का एक करीबी रिश्तेदार दिलीप पांडे मछरयाई क्षेत्र का कु-ख्यात सटोरिया है। इस जवान ने कतिपय सटोरियों के नंबर ट्रेक किए और पांडे के जरिए उन्हें ब्लैकमेल कर मोटी-मोटी रकमें वसूलीं। चर्चाओं के मुताबिक यह एसएएफ जवान, मप्र में एक गैर मान्यता प्राप्त राजनीतिक दल के जरिए दबाव बनाकर साइबर सेल में घुसपैठ की कोशिश कर रहा है। पिछले दिनों इस दल ने शहर में शेयर ट्रेडिंग में हो रही धांधलियों के खिलाफ एक ज्ञापन दिया था। जवान का उद्देश्य था कि इससे एसपी ऑफिस के अफसरों पर दबाव आएगा और वह उन्हें साइबर सेल में दोबारा अटैच कर लेंगे। बता दें कि यह जवान पिछले साल के अक्टूबर में साइबर सेल से अनियमितताओं के आरोप में हटा दिया गया था। नियमानुसार उसे वापस एसएएफ बटालियन भेजा जाना था लेकिन वह पीटीएस में अटैच हो गया।

उज्जैन पुलिस ने अब तक का सबसे बड़ा सट्टा पकड़ा
उज्जैन पुलिस ने मध्यप्रदेश के इतिहास में सट्टे के खिलाफ अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई की है। क्राइम ब्रांच, सायबर टीम, नीलगंगा और खाराकुंआ पुलिस ने सट्टा खिलाने वाले अंतरराष्ट्रीय गिरोह का पर्दाफाश किया है। इस दौरान पुलिस ने ऑनलाइन एप्लिकेशन का उपयोग करने वाले 9 सट्टेबाजों को भी गिरफ्तार किया, हालांकि मुख्य आरोपी फरार हो गया। पुलिस ने आरोपियों के पास से 41 मोबाइल फोन, 19 लैपटॉप, 5 मैक-मिनी, 1 आईपैड, राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय सिमें, 2 पेन ड्राइव, 3 मेमोरी कार्ड समेत अन्य सामान के साथ 14.58 करोड़ रुपये बरामद किए गए। साथ ही विदेशी करंसी के साथ करोड़ों के लेन-देन का हिसाब-किताब भी सामने आया है। गिरफ्तार किए गए आरोपी पंजाब, राजस्थान और मध्यप्रदेश के रहने वाले हैं। जिनके तार राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर फैले हुए हैं। 

15/06/2024



