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आदतन अपराधियों की मौत पर सरकारी मुआवजा और परिवारजनों के ऐश !

इधर पहली मौत पर मिले 22 लाख रु. से प्लाज्मा टीवी, पल्सर, पार्टियां उधर दूसरी मौत में मिले 4.12 लाख रु.

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सागर।  खुरई के बरोदिया नोनागिर में हुई हत्याओं के बाद तथाकथित पीड़ित परिजन की कुछ तस्वीरें व वीडियो सामने आए हैं। सोशल मीडिया पर वायरल इन फोटो-वीडियो में कहीं पर लिस्टेड गुंडा मृतक राजेन्द्र अहिरवार शान से जेल से बाहर आता दिख रहा है तो किसी एक तस्वीर में चोरी के आरोपी मृतक लालू उर्फ नितिन अहिरवार के परिजन पल्सर गाड़ी से सड़क पर “टशन” दिखा रहे हैं।

चर्चाओं के अनुसार यह बाइक लालू की मौत के बाद मिली मुआवजा राशि से खरीदी गई थी। एक तस्वीर में परिवार के युवक- युवती महंगे होटल में पार्टी करते और स्वीमिंग पूल में मौज करते दिख रहे हैं। जानकारी के अनुसार लालू की मौत के बाद उसकी बहन अंजना समेत पूरे परिवार को करीब 22 लाख रु. मिले थे। जिसे इन लोगों ने घर- बार ठीक करने, पढ़ाई-लिखाई, रोजगार या खेतीबाड़ी में नहीं कर के ऐशो-आराम कि जिंदगी व्यतीत करने में खर्च किया। हालांकि मुआवजा राशि के खर्च करने की कोई विशेष गाइड लाइन भी नहीं है। सो वे इस राशि को जैसे चाहे वैसे खर्च कर सकते थे। लेकिन इससे उनकी और उनके पीछे काम करने वाले साथी अपराधी तत्व आमिर सोहेल, इमरान कुरैशी, फैजल कुरैशी आदि की टेन्डेन्सी या मंशा को समझा जा सकता है। सूत्रों के अनुसार लालू, राजेंद्र, विष्णु आदि, इन्ही आमिर सोहेल, इमरान वगैरह के इशारे पर गांव के अन्य वर्ग के लोगों के यहां चोरियां, झगड़ा, मारपीट करते थे। चूंकि अजा एक्ट में पीड़ित को सरकार की तरफ से FIR, चालान पेश, फैसला तक मुआवजा देने का प्रावधान है। इसलिए भी ये लोग गांव के लोगों को सताने के बहाने ढूंढ़ते रहते थे। ताकि सरकार से मुआवजा लिया जा सके।

बरोदिया नोनागिर की अंर्तकथा: सच ये है कि मीडिया के सामने बोलने पर पप्पू रजक को मृतक राजेंद्र व मृतका अंजना के भाई विष्णु ने पीटा था

“बरबाद छोकरी” और गाड़ियों की लाइन

ताजा घटनाक्रम युवती अंजना अहिरवार जो मृतक लालू व जिलाबदर विष्णु अहिरवार की बहन है, उसकी आकस्मिक मौत से ज्यादा तूल पकड़ गया है। सोशल मीडिया प्लेटफार्म इंस्टाग्राम पर स्वयं का      “बरबाद छोकरी” नाम से एकाउंट चलाने वाली इस युवती की शव-वाहन से कूद कर गिरने से मौत हो गई थी। बताया जाता है कि वह वर्तमान में खुरई में मिले सरकारी आवास में रह रही थी। यह आवास अंजना की मांग पर तत्कालीन नगरीय प्रशासन एवं आवास मंत्री भूपेंद्रसिंह के द्वारा प्रदत्त किया गया था। तब इस युवती ने कहा था कि गांव के कतिपय दबंगों के कारण परिवार को खतरा है। इसलिए खुरई में मकान दिया जाए। गांव वालों के अनुसार मकान मिलने के बाद केवल गृहस्थी का सामान शिफ्ट हुआ। वहां मुआवजे की राशि से बड़ा LED टीवी समेत ऐशो-आराम का पूरा सामान जुटा लिया गया। युवती अंजना वहीं रहने लगी लेकिन उसके माता- पिता और जिला बदर भाई विष्णु, गले पर मौत लिखा टैटू और जटाएं टाइप के बाल रखने वाला भाई रोहित गांव में ही रहते थे। इस दौरान इन लोगों ने पल्सर, जिग्जर,  एक्टिवा और एक बाइक खरीद ली थी। जिस पर सवार होकर परिवार के युवा मय राजेंद्र अहिरवार के पूरे गांव में धमा-चौकड़ी करते रहते थे।

14 अपराध वाले को मुआवजा, जिला बदर से राहुल गांधी की बात

 

एडिशनल एसपी बीना डॉ. संजीव उईके के अनुसार अगस्त 2023 में मारे गए लालू उर्फ नितिन अहिरवार के खिलाफ 9 आपराधिक केस दर्ज थे। वहीं बीते दिनों मारे गए राजेंद्र अहिरवार के खिलाफ 14 मामले दर्ज थे। बता दें कि लालू की मौत के बाद सरकार व जनप्रतिनिधियों ने उसके परिवार को करीब 22 लाख रु. का मुआवजा दिया था। वहीं अब 14 अपराध वाले राजेंद्र के मरने पर 4 लाख + रु. का मुआवजा जारी हो चुका है। इधर कांग्रेसी खेमे में सन्नाटा पसरा हुआ है। कारण ये है कि  लाइ लूटने के फेर में मप्र कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष जीतू पटवारी ने  कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी की बात जिला बदर और लिस्टेड गुंडा विष्णु अहिरवार से करा दी थी। चर्चा है कि पटवारी, स्थानीय कांग्रेसजन से कभी भी पूछ सकते हैं कि मुझे यह बात पहले क्यों नहीं बताई ?

29/05/2024

 

 

 

 

 

 

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