सागर क्रिकेट डिविजन की नाक के नीचे फर्जीवाड़ा! पन्ना से खेल रहे हैं दिल्ली-गाजियाबाद के लड़के
डीसीए के पूर्व खिलाड़ी और एमपीसीए के अंपायर ने लगाया आरोप, संभाग के बाकी जिलों में भी इसी तरह की धांधली की जताई आशंका

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सागर। सागर डिविजन क्रिकेट एसोसिएशन(डीसीए सागर)की जिला स्तरीय टीमों से दिल्ली, गाजियाबाद समेत आउट ऑफ एमपी के लड़के खेल रहे हैं। डीसीए सागर के कतिपय पदाधिकारियों को इस बारे में जानकारी है। लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की जा रही। इस आशय के आरोप डिविजनल क्रिकेट एसोसिएशन के आजीवन सदस्य एवं एमपीसीए के नोटिफाइड अंपायर नीरज तिवारी ने लगाए हैं। उनका कहना है कि मैंने हाल ही में डिविजनल क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष प्रदीप लारिया, चेयरमैन प्रो.केएस पित्रे से इस संबंध में मय शपथ-पत्र व इन बाहरी लड़कों की आईडी से जुड़े दस्तावेज समेत 27 पन्नों की शिकायत की है। हालांकि इसके पूर्व में मैंने एसोसिएशन के कार्यकारी सचिव पुष्पेंद्रसिंह समेत अन्य से मौखिक शिकायत की थी। लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की।
मैंने डिस्ट्रिक्ट क्रिकेट एसोसिएशन पन्ना के सदस्य मनीष यादव के हवाले से मिली जानकारी के अनुसार दिल्ली, गाजियाबाद के खिलाड़ियों के खेलने के सुबूत दिए हैं। संदेह है कि इस तरह की गड़बड़ी संभाग के बाकी जिलों में भी चल रही है।
पिता के आधार में गाजियाबाद और बेेटे के में पन्ना, छतरपुर का पता दर्ज
नीरज तिवारी ने अपनी इस शिकायत के साथ पन्ना से अलग-अलग आयु वर्ग के खिलाड़ियों के आधार कार्ड भी संलग्न किए हैं। जिसके अनुसार इनमें से कुछ में माता-पिता के आधार कार्ड पर गाजियाबाद, दिल्ली, यूपी के संभल जिले का पता दर्ज है। जबकि उनके पुत्रों के आधार कार्ड पर पन्ना और छतरपुर के पते दर्ज हैं। नीरज का दावा है कि यह आधार कार्ड नकली हैं। जिसके आधार डिस्ट्रिक्ट क्रिकेट एसोसिएशन पन्ना के कतिपय पदाधिकारी व कोच की मिलीभगत से इन लड़कों को खेलने का अवसर दिया जा रहा है। अगर इनके बायोमेट्रिक लिए जाएं तो सच्चाई स्वमेव सामने आ जाएगी।मैं यही सच्चाई सामने लाना चाहता था। जिसके चलते पन्ना की टीम के कोच सोहेल खान और वहां के अध्यक्ष सुरेंद्रसिंह परिहार ने मेरे खिलाफ एमपीसीए से झूठी शिकायत कर दी।
एमपीसीए के फंड का बंदरबांट, बगैर ट्रायल के खिलाड़ी सिलेक्ट
शिकायतकर्ता नीरज तिवारी के अनुसार यह सारी गड़बड़ी एमपीसीए से मिलने वाले अच्छे खासे फंड को हजम करने के लिए हो रही है। पन्ना में मैदान नहीं होने का बहाना कर खिलाड़ियों किसी भी तरह की ट्रेनिंग नहीं दी जा रही। वहीं दूसरी ओर राज्य के बाहर से आने वाले इन लड़कों से अंडर टेबिल लेन-देन कर उन्हें सीधे टीम में चुनकर सागर में खेलने लाया जा रहा है। उदाहरण के लिए बीते 28 अप्रैल को पन्ना की जिला स्तरीय टीम टी-20 के लिए पन्ना में शाम को 4 बजे ट्रायल रखा गया था। जबकि उसी दिन सागर के एक होटल में पन्ना की टीम सुबह करीब 11 बजे चेक-इन कर चुकी थी। साफ है कि डीसीए व एमपीसीए को भेजी जाने वाली जानकारी के लिए अखबारों में ट्रायल की खबरें प्रकाशित कराई जा रही हैं जबकि टीम का चयन गुप-चुप रूप से किया जा रहा है।
तिवारी ने अलावा पन्ना संघ के चुनाव की पारदर्शिता व वैधता पर भी सवाल खड़ा किया है। उन्होंने एमपीसीए से डीसीए सागर के जरिए मिलने वाले फंड के दुरुपयोग के संबंध में अपनी शिकायत में कुछ तथ्य पेश किए हैं। इधर इस मामले में डीसीए सागर के पदाधिकारियों को कोई जानकारी नहीं है। कार्यकारी सचिव पुष्पेंद्रसिंह ने तिवारी द्वारा की गई इस शिकायत के बारे अनभिज्ञता जताते हुए पूर्व में उनके द्वारा दी गई मौखिक जानकारी के बारे में भी इनकार किया है।
21/05/2024



