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वीडियो वायरल: गेहूं में पानी भरकर किया जा रहा था सरकारी वेयर हाउस में शिफ्ट

सानौधा के सरकारी खरीदी केंद्र्र पर गेहूं की बोरियों को पानी से सींचा जा रहा था - जागरुक ट्रक ड्राइवर ने किया खुलासा, मौके पर पहुंचे अधिकारी, पंचनामा बनवाया

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सागर। परसोरिया स्थित एक सरकारी खरीदी केंद्र पर गेहूं की बोरियों को पानी से तर करने का वीडियो वायरल हुआ है। यह केंद्र परसोरिया स्थित जेके वेयर हाउस परिसर में संचालित सानौधा सेवा सहकारी समिति द्वारा संचालित बताया जा रहा है। इस केंद्र का प्रबंधक हेमंत तिवारी है। सूत्रों के अनुसार इस वेयर हाउस में गेहूं को पानी से तर करने का यह घटिया खेल बीते कई दिनों से चल रहा है। बता दें कि जेके वेयर हाउस परिसर में चल रहे इस केंद्र ने 333 क्विंटल गेहूं खरीदा है। जिसे सांइखेड़ा स्थित सरकारी वेयर हाउस पर ट्रांसफर करने का क्रम जारी है।

ट्रक ड्राइवर-कंडक्टर ने दिखाई ईमानदारी, वीडियो वायरल किया

बोरियों को पानी से तर करने का यह वीडियो एक ट्रक के ड्राइवर-कंडक्टर ने बनाया है। दरअसल यह ट्रक साइंखेड़ा, वेयर हाउस के लिए गेहूं लोड कराने पहुंचा था। तभी उसके ड्राइवर-कंडक्टर की निगाह इस तराई पर पड़ गई। उन्होंने वीडियो बना लिया। इसके बाद दोनों बहाने से बगैर लोड कराए अपना ट्रक लेकर वेयर हाउस से बाहर आ गए और ट्रक मालिक को वीडियो भेज दिया। जहां से यह वीडियो फुड कंट्रोलर एवं सिविल सप्लाईज ऑफिसर अनिल तंतुवाय तक पहुंच गया। तंतुवाय ने मौके पर जेएसओ निशांत पांडे को भेजा तो उन्हें गेहूं की बोरियां पानी से तर मिली। इसके बाद उन्होंने मौके पर ही पंचनामा बनाकर समिति प्रबंधक हेमंत तिवारी से जवाब मांगा है।

 

कार्रवाई अवश्य होगी, ड्राइवर को बयान के लिए बुलाया है  

सानौधा समिति के कतिपय कर्मचारी द्वारा गेहंू की बोरियों को पानी से तर करने की सूचना वीडियो द्वारा मिली थी। इसके बाद मौके पर अधीनस्थ स्टाफ को भेजकर वीडियो की पुष्टिï कराई गई, जो सही था। पंचनामा बनाय गया है। प्रतिवेदन तैयार कर अग्रिम कार्रवाई के लिए कलेक्टर के कोर्ट में पेश किया जाएगा। वेयर हाउस में लगे सीसीटीवी फुटेज की निकलवाए जाएंगे। ताकि इसके पहले हुई गड़बड़ियों का भी खुलासा किया जा सके।

अनिल तंतुवाय, जिला फुड कंट्रोलर, सागर

विरोधियों की चाल में फंस गया मजदूर, मेरी गलती नहीं

यह सब मेरे विरोधियों की चाल है। जिन्होंने मेरे यहां कार्यरत मजदूर दिलीप लोधी को बहका दिया। जिसके चलते उसने गेहूं पर पानी डाल दिया। इस खुलासे के बाद से दिलीप लोधी गायब है। मेरा इसमें कोई दोष नहीं है।

हेमंत तिवारी, प्रबंधक, सेवा सहकारी समिति, सानौधा, सागर

लाखों रुपए की चपत लगाने के साथ गेहूं भी सड़वा देते हैं

गेहूं में पानी का छिड़काव सीधे-सीधे सरकार को चूना लगाता है। दरअसल एक बोरी जिसमें गेहूं की 50 किग्रा की भरती होती है। उसमें पानी का छिड़काव कर दिया जाए तो उसका वजन औसतन 5-7किलोग्राम बढ़ जाता है। इसी बढ़े हुए वजन के आधार पर खरीदी केंद्र के कतिपय लोग उतना गेहूं चोरी कर लेते हैं। उदाहरण लिए उक्त केंद्र से 333 क्विंटल गेहूं शिफ्ट होना था। अगर उसका 5-7  फीसदी वजन पानी से तैयार कर लिया जाए तो केंद्र संचालक आसानी से 15-18 क्विंटल गेहूं चोरी कर सकता है। जिसकी बाजारू कीमत करीब 40 हजार रु. होगी। इधर यह गीला गेहूं, संबंधित वेयर हाउस में पहुंंचने के बाद सड़ने लगता है। जिसके कारण वहां रखा बाकी गेहूं भी खराब हो जाता है। इससे सरकार को लाखों रुपए की चपत होती है। खाद्यान्न का नुकसान अलग होता है। 

14/05/2024

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